दिवाली का त्यौहार आने वाला है और आप सब इस त्यौहार को मनाने के लिए काफी ज़ोर-शोर से तैयारी कर रहे होंगे। लेकिन दिवाली पर एक बड़ी समस्या जो हर बार देखने को मिलती है वो है प्रदूषण - वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण। ढेरों पटाखों का प्रदूषण वायु में पहले से ही मौजूद प्रदूषण में मिलकर कई बीमारियों के लक्षण पैदा करता है जैसे ब्रोन्काइटिस, अस्थमा आदि। और पटाखों के शोर से सुनने सम्बन्धी परेशानियां हो सकती हैं कुछ लोगों को।  

ये प्रदूषण आपकी आँखों के लिए बेहद खतरनाक होता है। इसके कारण आँखों में संक्रमण होना बेहद आम होता है। आँखों के साथ साथ ये प्रदूषण आपके फेफड़ों, त्वचा और कानों के लिए भी बेहद नुकसानदेह होता है क्योंकि पटाखों  के शोर के अलावा उनका धुँआ और इस मौसम में पड़ने वाली धुंध दोनों मिलकर आपको अत्यधिक हानि पहुँचाना शुरू कर देते हैं।

दिवाली के दौरान और आगे भी इस प्रदूषण से बचने के लिए आज हम आपको कुछ ज़रूरी बातें बताने वाले हैं जिनका उपयोग करके आप इस प्रदूषित हवा से अपना बचाव कर सकते हैं।

  1. पटाखों के प्रदूषण से आँखों कैसे बचाएं - Protect your eyes against cracker pollution in Hindi
  2. अस्थमा रोगी दिवाली के दौरान पटाखों से रहें दूर - Asthma patients should stay away from fire crackers in Hindi
  3. दिवाली के दौरान अपने कानों को पटाखों की ध्वनि से बचाएं - Protect your ear during Diwali in Hindi
  4. दिवाली के दौरान अपनी त्वचा की करें प्रदूषण से सुरक्षा - Protect your skin from pollution in this Diwali festival in Hindi

1. कुछ कुछ घंटे बाद अपनी आँखें धोते रहें

दीवाली के समय फोड़े गए पटाखों की जहरीली गैस हवा में मिल जाती है जो काफी बड़ी समस्या का कारण बनती है। ये आँखों के लिए बिल्कुल भी अच्छी नहीं होती और इनसे बचने का सबसे अच्छा तरीका है पानी। ठंडे पानी से अपनी आँखों को पूरे दिन चार से पांच बार ज़रूर धोएं। ये आँखों की गंदगी को साफ़ करता है जिससे संक्रमण का खतरा नहीं बनता।

2. हमेशा अपने हाथों में आई-ड्रॉप्स रखें

हमारी आँखें प्रदूषण के बीच रहती हैं जिसकी वजह से कई तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं जैसे एलर्जी, ग्रंथियों के अंदर स्राव, जलन, ड्राई ऑय, आँखों का लाल हो जाना, दर्द आदि। इसलिए इन सबसे बचने के लिए हमेशा अपने पास आईड्रॉप्स रखें और इसका इस्तेमाल इन लक्षणों को दूर करने के लिए करें।

(और पढ़ें - आँखों के सूखेपन के घरेलू उपाय)

3. रात में आई-पैच पहनें

दिवाली तक रातों में प्रदूषण काफी अधिक हो जाता है। आप दिवाली की रात को प्रदूषित गैस से बचने के लिए  सोते समय आई-पैच यानि आँखों पर बाँधने वाली पट्टी लगा सकते हैं इससे आपकी आँखें इन सब चीज़ों से सुरक्षित रहेंगी।

4. सूरज के सामने ज़्यादा न जाएँ

सिर्फ रात ही नहीं दिन में भी आपकी आँखों में परेशानी हो सकती है। सूरज की किरणे हमारी आँखों को नुकसान पहुँचाती हैं। सूरज की अल्ट्रावॉयलेट किरणें आपकी आँखों के लिए मैकुलर डिजनरेशन (धुंधला दिखाई देना) समस्या का कारण बन सकती है। तो इसलिए दिवाली के दौरान सूरज के सामने जाने से बचें। 

5. आँखों को सुरक्षित रखने के लिए धूप के चश्मे पहनें

आँखों को हानिकारक किरणों और प्रदूषण से बचाने के लिए अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाने वाले धूप के चश्मे पहनने की आदत डालें।

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Long Time Capsule
₹719  ₹799  10% छूट
खरीदें

पटाखों से निकलने वाला धुंआ और प्रदूषण अस्थमा के मरीज के लिए बेहद कष्टदायी हो जाता है। इस दिन सांस लेना बेहद मुश्किल होता है तो धुएं और प्रदूषण से बचने के लिए आप इस तरह के सुझाव की मदद ले सकते हैं जैसे -

उन क्षेत्रों में न जाएँ जहां पटाखें जल रहें हो

ये तो असंभव है कि आप दिवाली के दौरान धुएं से पूरी तरह से दूर रह पाएं लेकिन उन जगह से न जाने का प्रयास करें जहां पटाखें जल रहें हो और अगर आप उस दिन घर में ही रहेंगे तो यह सबसे अच्छी बात होगी। कोशिश करें की खुद भी पटाखे न जलाएं।

प्रदूषण से दूर रहना है मुश्किल तो पहने मास्क

अगर आप पटाखों वाली जगह से गुज़र रहें हैं तो अपने आप को बचाने के लिए नाक और मुँह तक मास्क पहन लें। आप केमिस्ट से मास्क खरीद सकते हैं। मास्क की जगह रूमाल या स्कार्फ़ का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। प्रदूषण से ज़्यादा असरदार बचाव के लिए मास्क को गीला कर लें।

अगर सम्भव हो तो घर के अंदर ए.सी. (airconditioner) चलाकर बैठें

खिड़कियाँ बंद रखने से ज़्यादातर प्रदूषण बाहर ही रहेगा और एयर कंडीशनर आपको दम घुटने वाली अनुभूति से दूर रखने में मदद करेगा।

अपनी दवाइयां रोज़ लें

अगर आप अस्थमा की दवाई लेते हैं तो ध्यान रहे कि एक भी दिन छूटे न और आप रोज़ाना इन्हे लेते रहें।

आपने साथ इनहेलर (inhaler) रखें

आपको इसकी कब और कहाँ ज़रूरत पड़ जाये आप नहीं जानते तो ध्यान रहे इनहेलर आपके पास हमेशा रहना चाहिए।

ज़्यादा से ज़्यादा पानी पियें

हाइड्रेटेड रहने से हाइपरएसिडिटी (hyperacidity) को रोकने में मदद मिल सकती है।

दिवाली से पहले छुटियों पर चले जाएँ

अगर आप उस शहर में रहते हैं जहां बहुत ज़्यादा दिवाली के दौरान धुंध की समस्या रहती है तो इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप कुछ दिनों के लिए शांत और मज़ेदार जगह पर छुटियों पर चले जाएँ।

(और पढें - अस्थमा के घरेलू उपाय)

पटाखों को जलाते समय खुद को जलने से बचाने के अलावा कानों का भी बचाव करें। पटाखों की आवाज़ आपके कानों के ईयरड्रम (कान के परदे) को नुकसान पहुंच सकती है, और साथ ही कान की हड्डियों व सुनने की क्षमता पर भी असर पड़ सकता है। अगर शोर 85 डेसिबल से अधिक होता है तो आप सुनने की क्षमता खो सकते हैं। कुछ पटाखे 150 डेसीबल तक हो सकते हैं। अगर ऐसा कोई पटाखा आपके आसपास फटे तो सवेंदनशील व्यक्ति अपनी सुनने की क्षमता खो सकता है।

कानों को इस शोर से बचाने के लिए कुछ ज़रूरी सुझाव इस प्रकार हैं –

कैसे करें बचाव

शोर के कारण कान को होने वाली क्षति से पूरी तरह से बचाव किया जा सकता है। ऐसा करने के लिए 

  1. पटाखे से हो सके तो पूरी तरह से दूर रहें।
  2. अगर पूरी तरह से दूर न रह सकें, तो एक सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
  3. सुरक्षात्मक ईयरप्लग या ईयरमफ पहनें।
myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Bhringraj Hair Oil
₹599  ₹850  29% छूट
खरीदें

दिवाली पर इन सबके साथ साथ आपकी त्वचा को भी काफी नुकसान पहुँचता है। धुआँ, प्रदूषण आपकी त्वचा को नुक्सान पहुंचाते हैं। लेकिन इन टिप्स से आप अपनी त्वचा को सुरक्षित रख सकते हैं –

1. डीप क्लीसिंग करें -

प्रदूषित कण अपने छिद्रों तक पहुंच जाते हैं और इनको निकालने के लिए सिर्फ और सिर्फ डीप क्लींजिंग ही आपकी त्वचा को बचा सकती है। इस समस्या को खत्म करने के लिए, फाउंडेशन (अगर सम्भव हो तो सन प्रोटेक्शन एलिमेंट्स से बना फाउंडेशन लें) का इस्तेमाल करें। इससे आपके चेहरे का बचाव होगा और आँखों के नीचे के लिए आप कंसीलर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

2. चेहरे पर तेलिये उत्पादों का इस्तेमाल न करें -

तेल-आधारित मेकअप उत्पादों का इस्तेमाल न करें क्योंकि वे धूल और प्रदूषण के कणों को बहुत जल्दी खींचते हैं। टेलिए फाउंडेशन और कंसीलर का इस्तेमाल करने से बचें। बल्कि अपने चेहरे पर मैट (matte) उत्पादों का इस्तेमाल करें। इसके इस्तेमाल से आपके चेहरे पर प्रदूषित कण नहीं लगेंगे। अगर आपकी त्वचा टेलिए है तो ये टिप आपके लिए बेहद फायदेमंद है। लिक्विड फाउंडेशन (liquid foundation) के बाद पाउडर का इस्तेमाल ज़रूर करें।

3. आँखों को धूल मिटटी से बचाने के लिए पलकों का रखें ध्यान -

जैसा कि आप जानते है हमारी आँखों की पलके धूल मिटटी से बचाती हैं। आँखों की पलकों को बढ़ाने के लिए मस्कारा का इस्तेमाल करें या फिर आप बाज़ारों में मिलने वाली फेक आईलैशेस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ये न ही आपको खूबसूरत दिखाएंगी बल्कि आपकी पलकों को भी बढ़ाने में मदद करेंगे। इससे धूल मिटटी आपकी आँखों तक नहीं पहुंचेगी।

4. बॉडी फॉउंडेशन का करें इस्तेमाल -

इस त्यौहार के मौसम में अपने शरीर पर बॉडी फाउंडेशन या शरीर के रंग से मिली जुली क्रीम का इस्तेमाल करें। इससे आपके शरीर पर निखार आएगा साथ ही खुले छिद्र भी बंद होंगे। ध्यान रहे आपके चेहरे और शरीर का फाउंडेशन एक ही शेड का होना चाहिए।

5. होठों का रखें ध्यान -

ये अत्यधिक प्रदूषण आपके होठों को रूखा और चिपचिपा बना सकता है। अपने होठों के लिए ग्लोसी लिपस्टिक की बजाए मैट लिपस्टिक का इस्तेमाल करें। इससे आपके होठों पर धूल मिटटी नहीं चिपकेगी। वैसे भी आजकल मैट लिपस्टिक काफी ज़्यादा ट्रेंड में चल रही है और दिवाली पर तो ये आप पर खूब जचेगी।

ऐप पर पढ़ें