आपका शरीर मुख्य रूप से पानी से बना है। जब आपका हाइड्रेशन स्तर संतुलित नहीं होता है, तो आपको ऐसी समस्या आ सकती हैं। आम तौर पर, वॉटर रिटेंशन (जल प्रतिधारण) के कारण आप कम फुर्तीले या कम सक्रिय या सामान्य से अधिक भारी महसूस कर सकते हैं।

फुलाव, मोटा होना, सूजन इत्यादि वॉटर रिटेंशन की सामान्य स्वास्थ्य समस्या है। वॉटर रिटेंशन से निपटने के लिए दवा लेना हर बार आवश्यक नहीं होता। इसके अलावा, यहां तक कि आपके द्वारा ली जाने वाली दवाएं भी वॉटर रिटेंशन के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।

जल प्रतिधारण को रोकने का सबसे अच्छा तरीका जीवनशैली में कुछ परिवर्तन करना है। कई कारक इसे पैदा कर सकते हैं। वॉटर रिटेंशन से निपटने के लिए यहां कुछ विशेषज्ञ युक्तियां कारणों सहित दी गई हैं।

  1. पर्याप्त पानी न पीना हो सकता है वॉटर रिटेंशन का कारण - Not drinking enough water causes water retention in Hindi
  2. अधिक समय तक स्थिर बैठे या खड़े रहने से हो सकता है वॉटर रिटेंशन - Sitting or standing for a long periods causes Water Retention in Hindi
  3. वॉटर रिटेंशन का कारण हो सकती है ये बीमारियां - Some Health Problems cause Water Retention in Hindi
  4. आपके द्वारा ली जाने वाली दवाएं हो सकती हैं वॉटर रिटेंशन का कारण - Medicines that cause Water Retention in Hindi
  5. ज्यादा नमक खाने से वॉटर रिटेंशन हो सकता है - More salt intake cause Water Retention in Hindi

पानी कम पीना वॉटर रिटेंशन का एक सामान्य कारण है। पानी की कमी से इलेक्ट्रोलाइट्स का लेवल बढ़ जाता है, जिससे शरीर में पानी जमा हो सकता है। इसलिए रोजाना कम से कम 3 से 4 लीटर पानी पिएं।

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Long Time Capsule
₹719  ₹799  10% छूट
खरीदें

विशेषज्ञों के अनुसार लंबे समय तक स्थिर बैठे रहने या खड़े रहने के कारण आपका रक्त संचरण घट जाता हैं। परिणामस्वरूप, वॉटर रिटेंशन की समस्या पैदा हो सकती है। इसको रोकने का एक ही रास्ता है कि आप शारीरिक रूप से सक्रिय रहें। आप अपने घर या कार्यालय में काम करते है तो थोड़ी-थोड़ी देर में उठकर टहल लें या हर 2 या 3 घंटो में वॉशरूम जाएँ। इससे आपका रक्त संचरण सही रहेगा।

कुछ स्वास्थ सम्बन्धी समस्याएं जैसे - किडनी, दिल, लिवर की बीमारी या ब्रेन ट्यूमर आदि होने पर आप एडेमा से ग्रस्त हो सकते है। एडेमा शरीर के टिश्यू या कैविटीज़ में जलीय द्रव के जमा हो जाने की समस्या हैं, जो वॉटर रिटेंशन समस्या का एक रूप है। अगर आप ऐसी किसी बीमारी से पीड़ित हैं तो अपने डॉक्टर से उचित उपचार करवाएं। गर्भावस्था में वजन बढ़ने के कारण भी यह समस्या हो सकती है, यदि आप नियमित चलना-फिरना बंद कर देती हैं। इसलिए इस दौरान भी थोड़ी सक्रिय रहें।

(और पढ़ें - लड़का होने के लिए उपाय और गोरा बच्चा पैदा करना से जुड़े मिथक)

कुछ मामलों में आपके द्वारा ली जाने वाली दवाओं से भी वॉटर रिटेंशन की समस्या हो सकती हैं। कुछ दवाएं जिनसे वॉटर रिटेंशन जैसा दुष्प्रभाव हो सकता हैं जैसे - बिना प्रिस्क्रिप्शन के ली जाने वाली दर्द निवारक दवाएं, कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट्स सम्बंधित दवाएं, रक्तचाप सम्बन्धी दवाएं, अवसाद विरोधी दवाएं, बर्थ कंट्रोल पिल्स इत्यादि। इसलिए इन दवाओं को हमेशा अपने डॉक्टर के निर्देशों के अनुसार लें।

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Bhringraj Hair Oil
₹599  ₹850  29% छूट
खरीदें

नमक का अधिक सेवन भी इस समस्या का बड़ा कारण है। इसलिए कम नमक खाएं। अगर संभव हो तो सोडियम से भरपूर फूड्स को न खाएं या कम खाएं जैसे - सॉफ्ट ड्रिंक्स, प्रोसेस्ड खाद्य (चिप्स, पिज़्ज़ा, बर्गर इत्यादि)।

ऐप पर पढ़ें