व्हिपल रोग - Whipple Disease in Hindi

Dr. Anurag Shahi (AIIMS)MBBS,MD

October 28, 2020

April 12, 2021

व्हिपल रोग
व्हिपल रोग

व्हिपल रोग एक दुर्लभ जीवाणु संक्रमण है, जो अक्सर पाचन तंत्र और जोड़ों को प्रभावित करता है। इसमें खाने को पचाने और पोषक तत्वों को अवशोषित करने की शरीर की क्षमता बाधित होती है।

व्हिपल रोग मस्तिष्क, हृदय और आंखों सहित अन्य अंगों को भी संक्रमित कर सकता है। इस स्थिति को यदि उचित उपचार न किया जाए, तो यह जानलेवा भी हो सकता है। हालांकि, एंटीबायोटिक दवाओं के जरिए इसका इलाज किया जा सकता है।

व्हिपल डिजीज के लक्षण - Whipple Disease Symptoms in Hindi

व्हिपल डिजीज के आम लक्षण निम्नवत हैं -

पाचन संबंधी लक्षणों में शामिल हैं :

अन्य संकेतों और लक्षणों में शामिल हैं :

व्हिपल डिजीज के ऐसे लक्षण जो आम या साधारण नहीं हैं, उनमें शामिल हैं

न्यूरोलॉजिकल संकेतों और लक्षणों में शामिल हैं

  • चलने में कठिनाई
  • देखने में ​परेशानी, जिसमें आंखों की गतिविधियों पर नियंत्रण नहीं रहता
  • भ्रम की स्थिति
  • कमजोर याददाश्त

(और पढ़ें - कमजोर याददाश्त के लिए योग)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को सेक्स समस्याओं के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Long Time Capsule
₹719  ₹799  10% छूट
खरीदें

व्हिपल डिजीज का कारण - Whipple Disease Causes in Hindi

व्हिपल रोग एक जीवाणु के कारण होता है, जिसे 'ट्रोफेरीमा व्हिपली' कहा जाता है। यह बैक्टीरिया सबसे पहले छोटी आंत की म्यूकोसल लाइनिंग (अंदरूनी परत) को प्रभावित करते हैं, जिससे आंतों में छोटे घाव बन जाते हैं।

यह बैक्टीरिया पर्यावरण में आसानी से पाए जाते हैं। हालांकि, इस पर शोध जारी है और वे पता लगा रहे हैं कि यह कहां से आते हैं और मनुष्यों में कैसे फैलते हैं। खास बात यह है कि बैक्टीरिया को वहन करने वाले हर व्यक्ति में व्हिपल डिजीज की समस्या नहीं होती है। कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि यह किसी आनुवंशिक दोष के कारण हो सकता है।

व्हिपल रोग बेहद असामान्य स्थिति है, जो 10 लाख में से किसी एक को होती है।

(और पढ़ें - पाचन तंत्र के रोग)

व्हिपल डिजीज का निदान - Whipple Disease Diagnosis in Hindi

व्हिपल रोग के निदान की प्रक्रिया में आमतौर पर निम्नलिखित परीक्षण शामिल हैं :

  • फिजिकल टेस्ट : डॉक्टर शारीरिक परीक्षण के जरिए निदान की शुरुआत कर सकते हैं। यह एक तरह का रूटीन टेस्ट है, जिसमें एक संपूर्ण स्वास्थ्य की जांच की जाती है।
  • बायोप्सी : व्हिपल रोग के निदान में बायोप्सी महत्वपूर्ण रोल निभा सकता है। इसमें प्रभावित हिस्से के ऊतकों का नमूना (विशेषकर छोटी आंत) लेकर लैब में उसकी जांच की जाती है।
  • ब्लड टेस्ट : डॉक्टर खून की जांच (जैसे कि कम्प्लीट ब्लड काउंट) करने के लिए कह सकते हैं।

व्हिपल डिजीज का इलाज - Whipple Disease Treatment in Hindi

व्हिपल डिजीज के उपचार के लिए एंटीबायोटिक दवाओं का प्रयोग किया जाता है। इसमें दो हफ्तों के लिए आईवी (नसों के जरिए दी जाने वाली) दवाएं दी जाती हैं। इसके अलावा, एक से दो साल तक दैनिक रूप से एंटीबायोटिक लेने की जरूरत हो सकती है।

उपचार के अन्य विकल्पों में शामिल हैं :

  • 12 से 18 महीनों के लिए एंटीमलेरियल दवा लेना
  • एनीमिया को ठीक करने के लिए आयरन की खुराक लेना
  • विटामिन डीविटामिन केकैल्शियम और मैग्नीशियम की खुराक लेना
  • पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करने के लिए एक हाई-कैलोरी वाला आहार लेना
  • सूजन को कम करने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स लेना
  • आइबुप्रोफेन जैसी दर्द निवारक दवाएं लेना
  • ध्यान रहे, व्हिपल की बीमारी एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है, जिसका इलाज न कराए जाने पर व्यक्ति की मौत भी हो सकती है।

(और पढ़ें - पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Kesh Art Hair Oil बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने 1 लाख से अधिक लोगों को बालों से जुड़ी कई समस्याओं (बालों का झड़ना, सफेद बाल और डैंड्रफ) के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
Bhringraj Hair Oil
₹599  ₹850  29% छूट
खरीदें