रोजाना के काम करते समय या खेलते समय चोट लगने का खतरा हमेशा रहता है। अकड़न, मांसपेशियों में खिंचाव, नस चढ़ने, मांसपेशियों में एेंठन और दर्द अदि के लिए सिकाई का उपयोग किया जाता है। सिकाई के लिए डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं होती, ये आसानी से घर पर की जा सकती है। शरीर की ऊतकों को गर्माहट मिलने से उनमें रक्त का परिसंचरण अच्छा होता है और कोई तरह की समस्याओं से आराम मिलता है।

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इस लेख में सिकाई का मतलब, प्रकार, फायदे और करने के तरीके के बारे में बताया गया है।

  1. सिकाई का अर्थ - Sikai ka matlab
  2. सिकाई के प्रकार - Sikai kitni tarah ki hoti hai
  3. सिकाई के लाभ - Sikai karne ke fayde
  4. सिकाई कैसे करे - Sikai karne ka tarika

सिकाई का मतलब होता है दर्द, अकड़न और अन्य समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए शरीर को गर्माहट देना। सिकाई किसी सूखे या तरल पदार्थ को गर्म करके दी जा सकती है। जब प्रभावित क्षेत्र को गर्माहट मिलती है, तो वहां मौजूद रक्त वाहिकाएं फैलती हैं, जिससे खून आसानी से पूरे शरीर में पोषक तत्व पहुंचा पाता है और विषाक्त पदार्थों को निकाल देता है। गर्म सिकाई से मांसपेशियों को आराम मिलता है और ऊतकों को हुए नुकसान से भी राहत मिलती है।

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सिकाई का उपयोग चोट से हुई समस्याओं और त्वचा व आंखों की कुछ परेशानियों के लिए भी किया जाता है। हर 2 घंटों में कुछ मिनटों के लिए प्रभावित क्षेत्र पर सिकाई करने से बहुत आराम मिलता है।

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सिकाई करने के लिए घर की कुछ वस्तुओं का इस्तेमाल करके आसानी से हीट पैड बनाया जा सकता है। हालांकि, बाजार में भी कई तरह के हीट पैड मिलते हैं, लेकिन वे शरीर के हर क्षेत्र में उपयोग करने के लिए उचित नहीं होते और उनमें ऐसे केमिकल भी होते हैं, जो आपकी त्वचा को नुक्सान पहुंचा सकते हैं।

कई मामलों में दर्द और सूजन से राहत के लिए ठंडी सिकाई का भी उपयोग किया जाता है।

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गर्म सिकाई सामान्य तौर पर दो प्रकार की होती है, सूखी और तरल पदार्थ से। सूखी सिकाई के कई अन्य प्रकार भी होते हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है  -

  • सूखी सिकाई
    ​सूखी सिकाई का मतलब होता है बिना पानी, जेल या किसी अन्य तरल पदार्थ का उपयोग किए सिकाई करना। घर पर ये सिकाई करने की कुछ तकनीकें निम्नलिखित हैं -
    • जुराब और चावल से
    • रबड़ की बोतल में पानी भरके
    • सूती कपड़े से
    • तौलिये से
       
  • गीली सिकाई
    गीली सिकाई का मतलब होता है किसी तरल पदार्थ की मदद से सिकाई करना। इस प्रकार की सिकाई को अधिक असरदार माना जाता है, क्योंकि इसमें कम समय लगता है और समस्या से जल्द आराम मिल जाता है।

    आगे इन सभी तरीकों से सिकाई करने का तरीका बाताया गया है।

कभी-कभी कुछ समस्याओं के लिए ठंडी सिकाई की आवश्यकता होती है। इसके लिए बाजार में मिलने वाले आइस पैक का इस्तेमाल किया जा सकता है या आप बर्फ के कुछ टुकड़ों को तौलिये में लपेटकर भी सिकाई कर सकते हैं। ध्यान रहे की बर्फ को सीधे त्वचा पर न लगाएं, ऐसा करने से आपकी त्वचा को नुक्सान हो सकता है।

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गरम सिकाई करने से निम्नलिखित लाभ या फायदे होते हैं -

  1. गर्म सिकाई से मांसपेशियों का दर्द कम होता है। (और पढ़ें - मांसपेशियों में दर्द के लक्षण)
  2. इससे नस चढ़ने की समस्या में भी आराम मिलता है।
  3. गर्म सिकाई से पेट दर्द ठीक होता है। (और पढ़ें - पेट दर्द के घरेलू उपाय)
  4. सिकाई करने से प्रभावित क्षेत्र में रक्त का परिसंचरण अच्छा होता है।
  5. इससे सूजन में आराम मिलता है। (और पढ़ें - गर्भावस्था में सूजन के कारण)
  6. गर्म सिकाई से जोड़ों की अकड़न में भी आराम आता है।
  7. कई बार गलत तरीके से सोने या अन्य कारणों से शरीर के किसी अंग में अकड़न हो जाती है। उस क्षेत्र में गर्म सिकाई करने से अकड़न में राहत मिल सकती है। (और पढ़ें - गर्दन में अकड़न के घरेलू उपाय)
  8. गर्म सिकाई से मांसपेशियों के खिंचाव में राहत मिलती है। (और पढ़ें - मांसपेशियों में ऐंठन के लक्षण)
  9. सिकाई करने से घाव जल्दी भरता है। (और पढ़ें - घाव भरने के घरेलू उपाय)
  10. गर्म सिकाई से मासंपेशियों में तनाव की समस्या से आराम मिलता है।
  11. सिकाई से शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं। (और पढ़ें - बॉडी को डिटॉक्स कैसे करें)
  12. गर्म सिकाई से कुछ प्रकार की त्वचा व आंखों की समस्याओं से भी आराम मिलता है। (और पढ़ें - त्वचा की देखभाल कैसे करें)
  13. सिकाई से दीर्घकालिक जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। (और पढ़ें - जोड़ों में दर्द के घरेलू उपाय)

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गर्म सिकाई करना बहुत ही आसान होता है और इसके लिए कोई खास अभ्यास की आवश्यकता नहीं होती। आप बाजार में मिलने वाली "हॉट वाटर बोतल" (Hot water bottle) का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। गर्म सिकाई करने के कई तरीके होते हैं, जिनके बारे में हमने आपको ऊपर दिए भाग में बताया है। अब देखते हैं इन तरीकों से सिकाई कैसे की जाती है -

  • जुराब और चावल से - इस तरीके में आपको एक साफ जुराब और बिना पके चावल, बीन्स या ओट्स की आवश्यकता होगी। सबसे पहले जुराब में चावल (या जो भी वस्तु आपने ली है) को भर लें और जुराब को ऊपर से गांठ बांध दें। इसके बाद जुराब को माइक्रोवेव में कुछ समय के लिए गर्म कर लें। अब जुराब को बाहर निकाल कर सिकाई करें। (और पढ़ें - ब्राउन राइस के फायदे)
     
  • रबड़ की बोतल से - इस तरीके के लिए एक रबड़ की बोतल लें और उसमें गर्म पानी भर दें। इसके बाद बोतल के ढक्कन को सही से बंद करें ताकि पानी बाहर न निकले। अब इस बोतल पर एक तौलिया लपेट दें और प्रभावित क्षेत्र पर रखकर सिकाई करें। (और पढ़ें - गर्म पानी पीने के फायदे)
     
  • सूती कपडे से - इस तकनीक के लिए एक सूती कपडा लें और उसे तय कर लें। अब गैस पर तवा रखें और उसे थोड़ा गर्म कर लें। इसके बाद कपडे को थोड़ी देर तवे पर रखें ताकि कपडा गर्म हो जाए। इसके बाद कपडे को प्रभावित क्षेत्र पर रखकर सिकाई कर लें। ध्यान रहे कि कपडा ज्यादा गर्म न हो, इससे आपकी त्वचा को नुकसान हो सकता है।
     
  • तौलिये से - इस तरीके के लिए दो छोटे तौलिये लें और दोनों को गीला करके अच्छे से निचोड़ लें। अब एक तौलिये को प्लास्टिक के बैग में डालें लेकिन बैग को सील न करें। अब इस बैग को माइक्रोवेव में थोड़ी देर गर्म कर दें। इसके बाद ध्यान से बैग बाहर निकालें और उसपर दूसरा तौलिया लपेट दें। अब इस बैग से आप सिकाई कर सकते हैं।
     
  • गीली सिकाई - इसके लिए आपको बस एक तौलिये और गर्म पानी की आवश्यकता होती है। सबसे पहले पानी को गर्म कर लें। ध्यान रहे कि पानी बहुत अधिक गर्म भी न हो, इससे आपकी त्वचा को नुकसान हो सकता है। अब तौलिये को पानी में डुबोकर बाहर निकाल लें। तौलिये को त्वचा पर लगाने से पहले अच्छे से निचोड़ लें और फिर प्रभावित क्षेत्र पर रखकर सिकाई करें।
     

आप किसी भी तरीक से गर्म सिकाई कर सकते हैं, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है, जैसे -

  1. थोड़ी अकड़न या खिंचाव के लिए 10 से 20 मिनट तक सिकाई करना पर्याप्त होता है।
  2. सिकाई हर 2 से 3 घंटों में करनी चाहिए।
  3. ज्यादा देर सिकाई करने से आपकी त्वचा को नुक्सान हो सकता है। (और पढ़ें - त्वचा की एलर्जी के लक्षण)
  4. अगर आप बर्दाश नहीं कर पा रहे हैं या कपडा बहुत अधिक गर्म है, तो सिकाई न करें।
  5. चोट लगने के बाद 2 दिन तक सिकाई न करें।
  6. अगर समस्या ज्यादा है, तो आराम के लिए आप गर्म पानी से नहा सकते हैं।

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नोट: प्राथमिक चिकित्सा या फर्स्ट ऐड देने से पहले आपको इसकी ट्रेनिंग लेनी चाहिए। अगर आपको या आपके आस-पास किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर या अस्पताल ​से तुरंत संपर्क करें। यह लेख केवल जानकारी के लिए है।

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