गर्भावस्था एक अच्छा अनुभव है जिसके दौरान आपके अंदर भावनात्मक उतार चढ़ाव होता है। इस दौरान आप कुछ ही मिनटों में उदास हो जाते हैं और अगले ही पल आप नाराज़ या परेशान हो जाते हैं। बहुत से हार्मोन जो आपको गर्भधारण करने में मदद करते है, वही हार्मोन्स गर्भधारण के पहले तीन महीनों के दौरान आपकी मनोदशा के उतार-चढ़ाव के लिए जिम्मेदार होते हैं। आपके अजन्मे बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में चिंता, आपके शरीर में परिवर्तन और लेबर पेन के डर के बारे में चिंताएं आदि भी इस मनोदशा का कारण बन सकते हैं। 

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तो चलिए गर्भावस्था के दौरान मूड के उतार-चढ़ाव को कम करने के कुछ उपायों के बारे में जानते हैं -

  1. गर्भावस्था के दौरान मूड में परिवर्तन कम होता है आराम करने से - Handle pregnancy mood swings by resting well in hindi
  2. गर्भावस्था के समय मूड को अच्छा रखता है स्वस्थ और संतुलित आहार - Deal with bad mood swings while pregnant by eating healthy in hindi
  3. गर्भधारण के बाद मनोदशा अच्छा रखता है योग - Manage mood changes during pregnancy by being physically active in hindi
  4. गर्भावस्था के कारण मूड में बदलाव नहीं होता है दोस्तों के साथ मस्ती करने से - Cope with irritability during pregnancy by having some fun in hindi
  5. गर्भधारण के समय तनाव से दूर रखता है शौक - Cultivating a hobby can help deal with raging hormones while pregnant in hindi
  6. गर्भधारण के दौरान मन को शांत रखता है मसाज - Get a massage to deal with fluctuating pregnancy moods in hindi
  7. प्रेगनेंसी के दौरान मन को अच्छा रखने के लिए समय व्यतीत करें जीवनसाथी के साथ - Control pregnancy mood swings by spending time with partner in hindi
  8. गर्भ ठहरने के बाद मूड के उतार - चढ़ाव को कम करने के लिए करने प्रियजनों से बात
  9. प्रेगनेंसी के टाइम मूड को अच्छा रखता है लामाज़े क्लास - Beat pregnancy mood swings by joining a lamaze class in hindi

गर्भावस्था के दौरान आप खूब आराम करें। दिन में थोड़े थोड़े अंतराल में ब्रेक लेती रहें।  इससे आपको आराम मिलेगा और ऊर्जावान महसूस करने में मदद मिलेगी। 

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रक्त शर्करा के स्तर में कमी आपके लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए कम मात्रा में स्वस्थ और संतुलित आहार का सेवन कुछ कुछ देर में करती रहें। 

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अपने आप को शारीरिक रूप से सक्रिय रखें। यह आपके मूड को अच्छा रखने में मदद कर सकता है। इसके लिए वाकिंग करें या आप स्विमिंग भी कर सकती हैं। आप नियमित रूप से तनाव को कम करने के लिए योग या मैडिटेशन का भी सहारा ले सकती हैं। 

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गर्भावस्था की चिंताओं को दूर करने के लिए थोड़ी से मस्ती के लिए समय निकालें। इसके लिए अपने दोस्तों के साथ समय बिताएं या फिल्म देखने जाएँ। 

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इस दौरान पेंटिंग करना, डायरी लिखना, पढ़ना, खाना बनाना या बागवानी करना आदि शौक को विकसित करें। शौक पालना बेहद आरामदायक अनुभव होता है। यह आपको गर्भावस्था के तनाव से दूर कर सकता है और आपके मन में सकारात्मक विचारों को भरने में मदद कर सकता है। 

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गर्भावस्था के दौरान अपने मन को शांत और खुश रखने लें लिए मसाज करवाएं या घर पर रह कर मैनीक्योर और पेडीक्योर करवाएं और मधुर संगीत सुनें। 

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गर्भावस्था के दौरान मानसिक संतुलन बनाए रखने ले लिए अपने जीवनसाथी के साथ समय व्यतीत करें। आप दोनों माता-पिता के रूप में अपने आपको चित्रित करने का प्रयास करें। अपने साथी के साथ मिलकर बच्चे का नाम चुनें। शिशु के चित्रों को अपने घर में लगाएं। 

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गर्भावस्था के दौरान मन से चिंता दूर करने के लिए अपने करीबी और प्रियजनों को अपने दिल की बात बताएं। किसी से बात करने से आपके मन का बोझ कम हो जाता है। इससे आपका मन शांत हो जाता है और आपको चीजों को अधिक स्पष्ट रूप से देखने में मदद मिलती है। जो लोग आपके अधिक नज़दीकी हैं, उनके साथ अपनी चिंताओं और आशंकाओं को बाताएँ। आप अपनी भावनाओं को दूसरी माताओं से भी साझा कर सकती हैं। 

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गर्भावस्था के दौरान लेबर पेन के दर्द के बारे में सोच कर आपका मूड बदलने लगता है। इसके लिए आप लामाज़े क्लास जॉइन करें। इसमें बताई तकनीकों से आप बिना किसी चिंता के आराम से लेबर पेन के दर्द को झेल सकेंगी। 

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