अक्सर प्रेगनेंसी में केसर खाने या केसर वाला दूध पीने की सलाह जाती है। भारत में तो यहां तक कहा जाता है कि प्रेगनेंसी में केसर खाने से बच्चा गोरा और स्वस्थ पैदा होता है। अगर आप भी गर्भावस्था के दौरान केसर के सेवन को लेकर उलझन में हैं तो अब आपको इस बारे में ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।

केसर एक खुशबूदार और मूल्यवान पौधा है। इसके कई नाम हैं जैसे कुंकुम, जाफरान और सैफ्रॉन लेकिन यह केसर के नाम से ज्यादा लोकप्रिय है। कई चीजों में केसर का इस्तेमाल किया जाता है। केसर को प्रेगनेंसी में मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है।

आज हम इस लेख के द्वारा आपको बताएंगे कि क्या प्रेगनेंसी में केसर खाना फायदेमंद होता है या इसे खाने से मां और बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

 

  1. प्रेगनेंसी में केसर खाने के फायदे :
  2. प्रेगनेंसी में केसर के सेवन पर क्या कहते हैं अध्यनन:
  3. प्रेगनेंसी में केसर खाने के नुकसान

पेट साफ करता है:

2013 में प्रकाशित, बेसिक मेडिकल साइंस के ईरानी जर्नल के एक सर्वे में बताया गया था कि केसर में ऐसे गुण होते हैं जो प्रेगनेंसी में पाचन मार्ग को साफ करने, रक्त प्रवाह में सुधार, भूख और पाचन शक्ति बढ़ाने में मदद करते हैं।

ब्लड प्रेशर में सुधार: 

चूहों पर किये गए एक अध्ययन में पाया गया कि केसर में क्रोसिन और सफरानाल के साथ-साथ और भी कई ऐसे गुण होते हैं जो हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।

प्रसव में होने वाली समस्या को रोकता है:

केसर प्रसव के समय गर्भाशय में संकुचन पैदा करने में मदद करता है। ऐसा माना जाता है कि केसर खाने से डिलीवरी के समय गर्भाशय ग्रीवा को प्रसव के लिए तैयार होने में मदद मिलती है।

गहरी नींद पाने में मददगार:

कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान गहरी नींद आने में दिक्कत होती है। इस स्थिति में केसर आपको आराम और बेहतर नींद पाने में मदद कर सकता है। शामक (आराम देने वाले) और नींद लाने वाले गुणों से युक्त केसर को प्रेगनेंसी में नींद न आने की समस्या का समाधान माना जाता है।

(और पढ़ें - प्रेगनेंसी में आम खाना चाहिए या नहीं)

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एक ट्रायल अध्ययन में, ऐसी 50 प्रेग्नेंट महिलाओं को शामिल किया गया जिनकी प्रेगनेंसी को 39 से 41 हफ्ते हो चुके थे। डॉक्टर के अनुसार इन सभी की नॉर्मल डिलीवरी होनी थी और इनमें से किसी की भी सी-सेक्शन डिलीवरी की कोई संभावना नहीं थी। उन्हें 2 ग्रुप में बांट दिया गया जिसमें 24 घंटे में पहले ग्रुप को 250 मि.ग्रा केसर और दूसरे ग्रुप को प्लेसिबो गोली दी गई।

इस अध्ययन के परिणाम में जिस ग्रुप को केसर दिया गया था उनमें से किसी भी गर्भवती महिला की डिलीवरी सी-सेक्शन से नहीं हुई जबकि दूसरे ग्रुप में 3 से 4 महिलाओं की डिलीवरी सी-सेक्शन के द्वारा की गई थी।

गर्भावस्था में केसर लेने से डिलीवरी के लिए गर्भाशय ग्रीवा तैयार होता है। हालांकि, प्रेगनेंसी में केसर के सेवन को लेकर किए गए सीमित अध्ययनों की वजह से किसी भी निश्चित निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सकता है। केसर खाने से डिलीवरी और शिशु पर होने वाले प्रभावों का सही पता लगाने के लिए अभी और अध्ययन करने की जरूरत है।

अगर आप एक दिन में 5 ग्राम या इससे अधिक मात्रा में केसर का सेवन करते हैं तो इससे आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। गर्भवती महिलाओं को केसर का अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे मिसकैरेज भी हो सकता है। 

अगर केसर का इस्तेमाल सीमित मात्रा में किया जाए तो ये प्रेगनेंसी के दौरान मां और बच्चे दोनों की सेहत के लिए लाभकारी होता है।

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