तरबूज की खेती सबसे पहले चीन और मिस्र (Egypt) में लगभग 1000 साल पहले की गई थी। पर अब, अमेरिका में 50 राज्यों में से 44 में इसकी खेती की जाती है और दुनिया भर में तरबूज उगाया जाता है। यह विशेष रूप से दिखने में बड़ा और खाने में रसदार होता है। तरबूज का बाहरी छिलका हरे रंग का और कठोर होता है जिसका आमतौर पर सेवन नहीं किया जाता है, जबकि तरबूज अंदर से नरम, लाल या गुलाबी रंग का होता है जिसमें कई बीज होते हैं, यह तरबूज का वो हिस्सा है जिसे खाया जाता है।

तरबूज को हम एक स्वादिष्ट फल के रूप में तो जानते ही हैं, परंतु क्या आप जानते हैं तरबूज अत्यंत पोष्टिक भी है? तरबूज जो हमें गर्मी में ठंडक का एहसास दिलाता है, वह हमें अनेक बीमारियों से ना केवल लड़ने की क्षमता देता है, अपितु उनसे बचाता भी है। तरबूज कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर और विटामिन सी, विटामिन ए और विटामिन बी का बहुत अच्छा स्रोत है। इसमें आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियमपोटेशियम और फास्फोरस जैसे महत्वपूर्ण खनिज भी निहित हैं। तो आइये हम भी इस गर्मी के स्वादिष्ट एवं पोष्टिक फल के कुछ स्वास्थ्य लाभ जानें -

 

  1. तरबूज के फायदे - Tarbuj ke fayde in Hindi
  2. तरबूज खाने का सही समय - Tarbooj khane ka sahi samay in Hindi
  3. तरबूज खाने का सही तरीका - Tarbooj khane ka sahi tarika in Hindi
  4. तरबूज की तासीर - Tarbooj ki taseer in Hindi
  5. तरबूज के नुकसान - Tarbooz ka nuksan in Hindi

तरबूज का रस गुर्दों को स्वस्थ रखे - Watermelon for Kidney Disease in Hindi

एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक होने की वजह से तरबूज गुर्दों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, लिवर को स्वच्छ, गुर्दों के कार्यों को उत्तेजित कर और रक्त में यूरिक एसिड को कम करता है। यह गुर्दे की सूजन को भी कम करता है। यदि आपको पेशाब करने में तकलीफ हो रही हो या फिर मूत्र की मात्रा असामान्य हो तो आपको तरबूज खाने से बहुत हद तक राहत मिलेगी।

नोट: जो लोग पहले से ही किसी गुर्दे की बीमारी से ग्रस्त हैं, उन्हें इसका सेवन डॉक्टर से पूछ कर ही करना चाहिए। 

(और पढ़ें – किडनी खराब होने के लक्षण)

तरबूज का फायदा लू के लिए - Tarbooj ka fayda for Heat Stroke in Hindi

तरबूज आपके शरीर के तापमान और रक्तचाप दोनों को ही कम करने में मदद करता है। बहुत से लोग गर्मियों के दौरान इस फल का सेवन करते हैं जिससे उन्हें लू लगने का खतरा कम होता है। तरबूज के अंदर पानी उच्च मात्रा में मौजूद होता है जो पसीने के रूप में अतिरिक्त तरल को शरीर से बहार निकालता है और गर्मियों के दिनों में आपके शरीर को ठंडा करता है।

(और पढ़ें- गर्मी में लू से बचने के आसान उपाए)

तरबूज के लाभ गर्भावस्था में - Tarbooj ka fayda for Pregnant Women in Hindi

  • गर्भवती महिलाओं को विभिन्न पाचन समस्याएं हो सकती है- जैसे एसिडिटी और सीने में जलन। तरबूज की तासीर ठंडी होती है जो इन समस्याओं से तुरंत राहत देते हुए इन्हे कम करने में मदद करता है।
  • तरबूज का किसी भी रूप में सेवन करने से शरीर को मांसपेशियों की ऐंठन से राहत मिल सकती है।
  • तरबूज पाचन को सही करता है और बदले में, त्वचा को अच्छा करता है। त्वचा के विभिन्न हिस्सों में पिग्मेंटेशन को शरीर की नियमित सफाई से कम किया जाता है और त्वचा को निखारा जा सकता है। 
  • गर्भावस्था के दौरान कब्ज एक आम समस्या है। तरबूज का सेवन करने से कब्ज़ को ठीक करने में मदद मिल सकती है।

(और पढ़ें - कब्ज का घरेलू उपाय)

तरबूज के फायदे अस्थमा में - Tarbooj ka fayda for Asthma in Hindi

एक नयी रिसर्च द्वारा यह पता चला है कि शरीर में विटामिन सी का स्तर कम होने की वजह से अस्थमा के दौरे बढ़ सकते हैं, जबकि शरीर में विटामिन सी का उच्च स्तर अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद करता हैं। अधिक विटामिन सी से समृद्ध खाद्य पदार्थ खाने से अस्थमा काबू में रह सकता है, जैसे तरबूज जिसमें 40% विटामिन सी पाया जाता है और इसे प्रतिदिन खाया जा सकता है।

(और पढ़ें- अस्थमा के घरेलू उपाए)

तरबूज के बीजों की गिरी के फायदे - Tarbooj ke beej ke fayde in Hindi

तरबूज का सेवन हमारे स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों के लिए लाभदायक है। साथ ही इसके बीज भी बहुत गुणकारी होते हैं। तरबूज तो आप खाते ही है पर इसके बीजो का आप क्या करते हैं, जाहिर सी बात है हममें से अधिकतर इसके बीज को फेंक देते हैं, लेकिन इसके लाभो को जानने के बाद शायद आप ऐसा नहीं करेंगे। आइए जानते हैं तरबूज के बीजों के कुछ खास उपयोग :-

  • तरबूज के बीजों को छीलकर अंदर की गिरी खाने से शरीर में ताकत आती है। दिमाग़ की कमजोर नसों को ताक़त मिलती है और सूजन भी ठीक हो जाती है। (और पढ़ें - दिमाग तेज करने के घरेलू उपाय)
  • तरबूज के बीजों की गिरी की ठंडाई बनाकर सुबह नियमित पीने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। (और पढ़ें - स्मरण याद शक्ति बढ़ाने के उपाय)
  • बीजों की गिरी में मिश्री, सौंफ, बारीक पीसकर मिलाकर खाने से गर्भ में पल रहे शिशु का विकास अच्छा होता है।
  • बीजों को चबा-चबाकर चूसने से दाँतों के पायरिया रोग में लाभ होता है। (और पढ़ें - पायरिया रोग का इलाज)
  • पुराने सिरदर्द को दूर करने के लिए, तरबूज के बीजों की गिरी को पानी के साथ पीसकर लेप तैयार करें और नियमित रूप से माथे पर लगायें। (और पढ़ें - सिर दर्द का घरेलू उपाय)
  • तरबूज के बीज के सेवन की मात्रा हर रोज 10 से 20 ग्राम से अधिक नही होनी चाहिए। तरबूज के ज्यादा बीज खाने से तिल्ली (spleen) को नुकसान होता है।

(और पढ़ें - तिल्ली बढ़ने का इलाज)

तरबूज का शरबत है एंटीऑक्सीडेंट का भंडार - Watermelon Works as Antioxidant in Hindi

तरबूज एक प्रभावशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर को रोग-मुक्त रखने में एक एहम भूमिका निभाता है। यह विटामिन सी और लाइकोपीन, बीटा कैरोटीन, लूटिन जैसे फ्लेवोनॉइड्स (flavonoids) का बहुत अच्छा स्रोत है। तरबूज का यह चमत्कारी गुण हमें संधिशोथ (rheumatoid arthritis), ऑस्टियोआर्थराइटिस, अस्थमा, स्ट्रोक, दिल के दौरे एवं कई अन्य बीमारियों से बचाता हैं। यह प्रदुषण के कारण होने वाले त्वचा के नुकसान पर भी रोक लगाता है। तरबूज के इस गुण का लाभ उठाने के लिए जल्दी से एक ताज़े तरबूज को काटें और उसको खाने का आनंद लें। 

(और पढ़ें - स्ट्रोक के कारण)

तरबूज के लाभ से ऊर्जा स्तर को बढ़ाए - Tarbuj Fruit Benefits for Energy in Hindi

यदि आप सुस्त या फिर कमजोर महसूस कर रहे हैं तो जाइये फट से तरबूज को काटकर खा लें। एक अनुसंधान के अनुसार तरबूज खाने से ऊर्जा स्तर 23% तक बढ़ जाता है। तरबूज में पोटैशियम, विटामिन सी, विटामिन बी, बीटा कैरोटीन एवं मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है जो आपके ऊर्जा के स्तर को बनाये रखते हैं।

(और पढ़ें - कमजोरी दूर करने के घरेलू उपाय)

तरबूज के फायदे करें कैंसर से बचाव - Watermelon Cure for Cancer in Hindi

तरबूज में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन (Beta-carotene) होते हैं, इसमें लाइकोपीन (lycopene) की भी अच्छी मात्रा मौजूद होती है। लाइकोपीन एक एंटीऑक्सिडेंट (antioxidant) है जो कैंसर होने की सम्भावना को बहुत कम करता है। तरबूज ना केवल कैंसर से बचाव करने में सक्षम है अपितु यह कैंसर के उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। यह कोशिकाओं को कैंसर के वार से बचाता है और कुछ प्रकार के कैंसरों के खतरों को भी कम कर देता है। कई अध्यन्न के अनुसार, तरबूज खाने से प्रोस्‍टेट, ब्रेस्ट, गर्भाशय एवं फेफड़े का कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है। कैंसर के उपचार के लिए तरबूज को छिलके समेत खायें।

(और पढ़ें – कैंसर से लड़ने वाले आहार)

तरबूज के गुण हृदय को रखें स्वस्थ - Watermelon Good for Heart in Hindi

तरबूज में अच्छी मात्रा में पोटेशियम होता है जो इसे दिल के लिए एक बहुत ही फायदेमंद फल बनाता है। इसमें निहित सिट्रलीन और आर्जिनाइन रक्त-धमनियों और रक्त प्रवाह को भी नियमित करते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को भी कम करने में सहायक हैं। पर्ड्यू विश्वविद्यालय और केंटकी विश्वविद्यालय के एक अध्ययन के अनुसार तरबूज खाने से समग्र हृदय स्वास्थ्य में सुधार आता है। इसमें वो सारी खूबियाँ हैं, जो की एक स्वस्थ ह्रदय के आहार के लिए आवश्यक हैं। 

(और पढ़ें - हृदय को स्वस्थ रखने के उपाय)

तरबूज के फायदे मनःस्थिति के लिए - Watermelon Improves Mood in Hindi

वैज्ञानिक अध्ययनों द्वारा यह साबित हुआ है कि डिप्रेशन (depression) और चिंता से पीड़ित लोगों में विटामिन बी 6 का स्तर कम होता है। शरीर में सेरोटोनिन (serotonin ) का उत्पादन करके विटामिन बी 6 एक न्यूरोट्रांसमीटर (neurotransmitter ) के रूप में काम करता है। तरबूज में विटामिन बी-6 की मात्रा अधिक होती है। यह एक आवश्यक पोषक तत्व है जो मन को शांत करने में मदद करता है। इसके साथ ही इसमें उच्च मात्रा में विटामिन सी भी पाया जाता है जो डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन एवं व्यग्रता को दूर रखता है। इसके अलावा यह हॉर्मोन्स के संतलुन को भी बनाए रखता है। तो अगली बार जब आपका मूड खराब हो तो फटाफट तरबूज का एक स्लाइस काटें और चेहरे पर एक ख़ूबसूरत सी हँसी के साथ खा लें। 

(और पढ़ें – डिप्रेशन का देसी इलाज​)

तरबूज खाने के लाभ करें नेत्र स्वास्थ्य में सुधार - Watermelon for Eyes in Hindi

बीटा कैरोटीन का एक अच्छा स्रोत होने की वजह से, तरबूज आँखो के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। लाइकोपीन एवं विटामिन ए का मिश्रण आंख से सम्बंधित अनेक बीमारियों - अध: पतन (muscular degeneration), रतौंधी (night blindness), मोतियाबिंद (cataract) और अन्य उम्र से संबंधित समस्याओं के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। तरबूज रेटिना में पिगमेंट के उत्पादन में मदद करता है और यह विभिन्न प्रकार के संक्रमणों को भी दूर रखता है। दैनिक एक कप तरबूज खाने से समग्र दृष्टि स्वास्थ्य में सुधार आता है।  

(और पढ़ें – आँखों में दर्द का घरेलू इलाज)

तरबूज के फायदे हाइड्रेट रहने के लिए - Watermelon for Hydration in Hindi

क्योंकि तरबूज 90% पानी से बना होता है, यह हमारे शरीर में तरल प्रदार्थ एवं इलेक्ट्रोलाइट्स की पुनःपूर्ति करता है और हमें डिहाइड्रेट होने से बचाता है। इसमें पुनर्जलीकरण लवण (re-hydration salts) - कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम और सोडियम होते हैं जो शरीर एवं त्वचा को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं। एबरडीन मेडिकल स्कूल विश्वविद्यालय में 2009 के एक अध्ययन में पाया गया कि नमक (salts), खनिज (minerals) और प्राकृतिक शर्करा (natural sugar) के संयोजन की वजह से तरबूज शरीर को पानी की तुलना में बेहतर हाइड्रेट कर सकता है।

(और पढ़ें - निर्जलीकरण के लक्षण)

तरबूज खाने के फायदे वजन को कम करे - Watermelon Helps to Reduce Weight in Hindi

तरबूज से ना ही तो वजन बढ़ता है और ना ही कोलेस्ट्रॉल, ऊपर से इसमें कैलोरी भी कम होती है। तरबूज में सिट्रलीन (citrulline) नाम का एक तत्व होता है जो शरीर का वजन घटाने में अत्यंत सहायक है। पोषण के जर्नल में प्रकाशित 2007 के एक अध्ययन के अनुसार, यह तत्व ह्रदय के कार्य में सुधार लाता है और चर्बी को शरीर में जमा होने से रोकता है। चूँकि इसमें 90% पानी होता है, इससे हमारा पेट जल्दी भर जाता है और हम ज्यादा खाने से भी बच जाते हैं।

(और पढ़ें - वजन कम करने के उपाय)

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तरबूज का जूस उच्च रक्तचाप के लिए - Watermelon Juice for High Blood Pressure in Hindi

तरबूज में पोटेशियम, मैग्नीशियम और अमीनो एसिड होते हैं जो रक्त वाहिकाओं (blood vessels) को स्वस्थ रखते हैं और रक्त के प्रवाह को सुनिश्चित करते हैं। पोटेशियम को वासोडिलेटर (vasodilator) माना जाता है, जो रक्त वाहिकाओं और धमनियों पर तनाव पैदा करता है, रक्त प्रवाह को उत्तेजित करता है और कार्डियोवैस्कुलर (cardiovascular) प्रणाली पर तनाव को कम करता है। इन फलों में मौजूद कैरोटेनोइड (carotenoids ) धमनी की दीवारों और नसों को सख्त होने से रोकते हैं, जिससे शरीर में रक्तचाप, स्ट्रोक (strokes), दिल के दौरे और एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) की संभावनाएं कम होती है।

फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी के शिक्षकों द्वारा एक अध्ययन के अनुसार तरबूज बहुत हद तक मोटे लोगों में हाई बीपी को नियंत्रण करने में सफल हुआ है फिर चाहे व्यक्ति तनाव-मुक्त हो या फिर तनाव-ग्रस्त। रोज़ाना एक गिलास तरबूज का जूस पिएं और उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में रखें।

(और पढ़ें - bp kam karne ka upay)

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आयुर्वेदा के हिसाब से तरबूज को रात के समय नहीं खाना चाहिए, इससे दस्त जैसी समस्या भी हो सकती है। तरबूज खाने का सही समय सुबह या दोपहर का होता है। और केवल तरबूज ही नहीं हर एक फल को सुबह या दोपहर में भी खाना चाहिए।

(और पढ़ें - दस्त रोकने के उपाय)

  • आप तरबूज को काटकर इसका सेवन कर सकते हैं। 
  • तरबूज को सलाद के रूप में भी खाया जा सकता है। 
  • तरबूज को मिक्सर (mixer) में पीस लें और उसका पानी पिएं। 
  • तरबूज का कॉकटेल (cocktail) या मॉकटेल (mocktail) बनाकर भी आप इसे पी सकते हैं।

 

तरबूज की तासीर ठंडी होती है और इसका सेवन गर्मियों के मौसम में शरीर को ठंडा करने में मदद करता है। तरबूज खाने से कब्ज़ भी ठीक हो सकता है। तरबूज के अंदर पानी अधिक मात्रा में होता है जो पसीने के रूप में अतिरिक्त तरल को शरीर से बहार निकालता है और गर्मियों के दिनों में आपके शरीर को ठंडा करता है।

तरबूज के सेवन से शरीर में लू का प्रकोप कम होता है और गर्मी की बेचैनी से राहत मिलती है। किंतु इस फल के अधिक मात्रा में सेवन करने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं तरबूज के सेवन से कुछ खास नुकसान:-

  • जो लोग अधिक मात्रा में तरबूज का सेवन करते हैं उनको नसों, मांसपेशियों और गुर्दे आदि की समस्याए हो सकती हैं।
  •  बहुत ज्यादा मात्रा में तरबूज खाने से पुरुषों में नपुंसकता और स्तंभन दोष जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं।
  • गर्भावस्था के दौरान तरबूज़ का बड़ी मात्रा में सेवन रक्त में शर्करा के स्तर को बढ़ा देता है जिससे गर्भवती महिलाओं को गर्भावधि मधुमेह की संभावना बढ़ जाती है। तो गर्भवती महिलाओं को कुछ महीनों के लिए तरबूज खाना बंद कर देना चाहिए। (और पढ़ें - गर्भावस्था के दौरान पेट दर्द और प्रेग्नेंट होने के उपाय)
  •  तरबूज़ में पोटेशियम की अधिक मात्रा होती है इसलिए इसकी अत्याधिक खपत हृदय की समस्याओं को जन्म दे सकती है।
  • लाइकोपीन से भरपूर होने के कारण बड़ी मात्रा में तरबूज का उपभोग नहीं करना चाहिए। यह मतली, सूजन, दस्त, उल्टी, अपच और गैस आदि का कारण बन सकता है। (और पढ़ें – पेट में गैस के घरेलू उपचार)
  •  तरबूज प्राकृतिक चीनी से भरा हुआ है जो शरीर के शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है। यही कारण है कि मधुमेह से पीड़ित जो व्यक्ति इंसुलिन ले रहे हैं उनको तरबूज के सेवन से बचना चाहिए।
  •  दमे के मरीज़ो को तरबूज का रस नहीं पीना चाहिए। (और पढ़ें - दमा का इलाज)
  • तरबूज के सेवन से भी कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है जैसे गंभीर या हल्के चकत्ते और चेहरे की सूजन आदि।

(और पढ़ें - एलर्जी का घरेलू उपाय)

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