महिलाओं की सेहत के बारे में ऐसी कई बातें होती हैं जिनके बारे में हम खुलकर बात नहीं कर पाती हैं, यहां तक कि डॉक्‍टर को भी अपनी समस्‍या बताने में हमें हिचक महसूस होती है। मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। अचानक से मुझे योनि से सफेद पानी आने लगा। पहले तो मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि ऐसा क्‍यों हो रहा है, मैंने सोचा कि कुछ समय बाद अपने आप ठीक हो जाएगा और इस बारे में किसी से बात भी तो नहीं कर सकती थी। हमारी फैमिली थोड़ी कंजरवेटिव है इसलिए स्त्री रोगों के बारे में किसी से खुलकर बात करना मेरे लिए बहुत मुश्किल हो रहा था।

मुझे लगा कि कुछ दिनों में सफेद पानी आना बंद हो जाएगा लेकिन व्‍हाइट डिस्‍चार्ज की समस्‍या और बढ़ गई और अब मुझे योनि में खुजली और जलन भी महसूस होने लगी। दुर्भाग्‍यवश हमारे इलाके में कोई स्‍त्री रोग विशेषज्ञ या गायनेकोलॉजिस्‍ट भी नहीं थी जिससे मैं इस बारे में बात कर सकती या उनसे इसका कारण या इलाज पूछ सकती। इसी कशमकश में तीन दिन बीत गए और मुझे पहले से भी ज्‍यादा असहज महसूस होने लगा। अब मुझे उल्‍टी, जी मितली और पेट के निचले हिस्‍से में दर्द रहने लगा जिससे मैं घर तक के छोटे-मोटे काम भी नहीं कर पा रही थी। इस बारे में मैंने अपने पति से बात की। उन्‍होंने कई जगहों से इस बारे में जानकारी पाने की कोशिश की लेकिन सब जगह से उन्‍हें यही सलाह मिली कि डॉक्‍टर से बात करें लेकिन हमारे इलाके में कोई महिला डॉक्‍टर थी ही नहीं तो मैं बात किस से करती।

इस बात को लेकर हम दोनों ही परेशान थे। एक दिन मेरे पति के ऑफिस में हैल्‍थ सर्विस को लेकर बात चल रही थी वहीं से उन्‍हें myUpchar.com के बारे में पता चला। घर आकर उन्‍होंने मुझे भी इस बारे में बताया और हमने इंटरनेट पर myUpchar.com की वेबसाइट खोली। वेबसाइट पर पता चला कि myUpchar कार्ड लेकर हम स्‍त्री रोग विशेषज्ञ से बात कर सकते हैं और इस समस्‍या के बारे में वो मेरी मदद कर सकती हैं।

बस फिर क्‍या था मेरे पति ने myUpchar कार्ड खरीदा और चैट के ज़रिए एक स्‍त्री रोग विशेषज्ञ (गायनेकोलोजिस्‍ट) से परामर्श किया। मैंने उन्‍हें बताया कि कैसे मुझे व्‍हाइट डिस्‍चार्ज की समस्‍या हो रही है और इस वजह से जलन और खुजली भी हो रही है। सच कहूं तो डॉक्‍टर से चैट पर बात करने में मुझे बिलकुल भी हिचक महसूस नहीं हो रही थी और मैं खुलकर उन्‍हें अपनी प्रॉब्‍लम बता सकी। जबकि किसी से आमने-सामने बैठकर इस बारे में बात करने के बारे में सोचकर ही मुझे शर्म सी महसूस होने लगती थी लेकिन myUpchar.com की गायनेकोलोजिस्‍ट ने मेरी इस झिझक को दूर कर दिया।

डॉक्‍टर ने मुझसे माहवारी और उस दौरान बरतने वाली सावधानियों के बारे में पूछा। मैने उन्‍हें बता दिया कि मैं मासिक धर्म के दौरान सूती कपड़ा ही इस्‍तेमाल करती हूं। मेरी पूरी बात सुनने के बाद डॉक्‍टर ने मुझे बताया कि मुझे यूरिन इंफेक्‍शन हुआ है और इसकी वजह मासिक धर्म के दौरान गंदा कपड़ा इस्‍तेमाल करना और साफ-सफाई का ध्‍यान ना रखना है।

डॉक्‍टर ने बताया कि ठीक तरह से पेशाब ना करने, गर्भनिरोधक के प्रयोग, गर्भावस्‍था, कमजोर इम्‍युनिटी की वजह से यूरिन इंफेक्‍शन हो जाता है और चूंकि मैं माहवारी के दौरान कपड़ा इस्‍तेमाल करती थी इसलिए मुझे ये संक्रमण हुआ है।

जब मैंने डॉक्‍टर से इसके इलाज के बारे में पूछा तो उन्‍होंने मुझे सैनिटरी पैड यूज़ करने की सलाह दी लेकिन मैंने उन्‍हें बताया कि मैं बार-बार सैनिटरी पैड खरीदने नहीं जा सकती हूं और क्‍या कोई सरल उपाय नहीं है। तब गायनेकोलोजिस्‍ट ने मुझे बताया कि अगर मैं सैनिटरी पैड नहीं ले सकती तो मुझे मेंस्‍ट्रुअल कप इस्‍तेमाल करना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि ये काफी सस्‍ता भी है और लंबे समय तक भी चलता है साथ ही इसे बार-बार खरीदने की भी जरूरत नहीं है और इससे इंफेक्‍शन होने का खतरा भी नहीं रहता है।

अपनी ही माहवारी के बारे में इतना सब तो मुझे खुद नहीं पता था और ये मेंस्‍ट्रुअल कप के बारे में तो मैंने कभी सुना भी नहीं था।

इसके बाद गायनेकोलोजिस्‍ट ने मुझे यूरिन इंफेक्‍शन की समस्‍या को दूर करने के लिए कुछ दवाएं भी बताईं और साथ ही अपने प्राइवेट पार्ट को साफ रखने के लिए कुछ जरूरी टिप्‍स भी बताएं। मुझे दोबारा ऐसी किसी परेशानी से बचाने के लिए उन्‍होंने मुझे बताया कि मुझे अपने यौन अंगों की सफाई को लेकर आगे से कोई लापरवाही नहीं बरतनी है, माहवारी के दौरान मेंस्‍ट्रुअल कप या सैनिटरी पैड का ही इस्‍तेमाल करना है, गर्भनिरोधक के लिए शुक्राणुनाशकों का प्रयोग करने से बचना है और सूती अंडरवियर ही पहनना है। (और पढ़ें - गर्भनिरोधक गोलियों के नाम)

जैसा डॉक्‍टर ने कहा था, मैने वैसा ही किया और डॉक्‍टर की कही हर एक बात को मैने फॉलो किया। कुछ ही दिन में यूरिन इंफेक्‍शन से राहत मिल गई। myUpchar कार्ड की सबसे अच्‍छी बात ये है कि अनगिनत बार, किसी भी डॉक्‍टर से अपनी सुविधानुसार घर बैठे बात कर सकती हूं। अब मैं अपने बच्‍चों की हर छोटी-बड़ी बीमारी के लिए बिना किसी एक्‍स्‍ट्रा खर्चे के बात कर लेती हूं।

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