क्लेपटोमानीया - Kleptomania in Hindi

Dr. Ayush PandeyMBBS,PG Diploma

June 03, 2019

March 06, 2020

क्लेपटोमानीया
क्लेपटोमानीया

परीचय

क्लेपटोमानीया एक ऐसा विकार से जिस से ग्रस्त व्यक्ति को चोरी करने की आदत लग जाती है और ऐसी चीजें चुराने लग जाता है जिसकी उसे जरूरत भी नहीं होती है। यह मरीज को अक्षम (कमजोर व लाचार) बना देने वाला विकार है, जिसमें मरीज चोरी करने की आदत को काबू नहीं कर पाता है। अक्सर सामान्य क्लिनिकल परीक्षणों में इस विकार का पता नहीं लग पाता है। हालांकि इसे मूल रूप से ऑब्सेसिव कंपल्सिव स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ओसीएसडी) माना जाता है। इस पर लगातार किए जा रहे अध्ययन और इलाज की प्रतिक्रियाओं से मिले कुछ सबूतों से पता चला है कि नशे की लत और अन्य मानसिक विकारों से क्लेपटोमानीया के लक्षण काफी मेल खाते हैं। विशेष रूप से क्लेपटोमानीया नशे करने वाले लोगों को अधिक होता है और यह उन लोगों में भी आम हो सकता है जिसका कोई करीबी रिश्तेदार नशीले पदार्थों का सेवन करता हो।

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क्लेपटोमानीया एक प्रकार का इंपल्स कंट्रोल डिसऑर्डर होता है, एक ऐसा विकार जिसमें व्यक्ति अपनी भावनात्मक व व्यवहारात्मक गतिविधियों पर कंट्रोल नहीं कर पाता है। यदि आपको यह विकार है, तो आप अपने लोभ पर नियंत्रण नहीं कर पाएंगे और ऐसी गतिविधियां करने से भी खुद को रोक नहीं पाएंगे जो असामान्य हैं या आपके लिए हानिकारक हो सकती हैं।

क्लेपटोमानीया से ग्रस्त कई लोग खुद शर्मिंदगी में जीते हैं, क्योंकि उन्हें इस मानसिक स्थिति का इलाज करवाने से डर लगता है। हालांकि क्लेपटोमानीया के लिए कोई विशेष इलाज उपलब्ध नहीं है, लेकिन टॉक थेरेपी (साइकोथेरेपी) और कुछ दवाओं से चोरी करने की तीव्र आदत को छुड़ाया या कम किया जा सकता है।

 

क्लेपटोमानीया क्या है - What is Kleptomania in Hindi

क्लेपटोमानीया क्या है?

क्लेपटोमानीया एक मेडिकल नाम है, जिसे हिन्दी भाषा में चौर्योन्माद कहा जाता है। क्लेपटोमानीया से ग्रस्त लोग खुद को चोरी करने की आदत से रोक नहीं पाते हैं। इस विकार से ग्रस्त लोग चोरी करने की आदत से मजबूर होते हैं, वे इसलिए चोरी नहीं करते कि उन्हें चीज की जरूरत है या वे इस चीज को जुटा नहीं पाते हैं। क्लेपटोमानीया का मतलब दुकान से सामान चोरी करना नहीं होता है। दुकानों से चोरी करने वाले लोग इसलिए चीजें उठाते हैं, क्योंकि उन्हें उस चीज की जरूरत होती है या वे उस चीज को जुटा नहीं पाते हैं, जबकि क्लेपटोमानीया एक इंपल्स कंट्रोल डिसऑर्डर है, जो कि एक मानसिक बीमारी है। इस डिसऑर्डर में व्यक्ति अपनी लालसा या इच्छा पर कंट्रोल नहीं रख पाते हैं और ऐसी गतिविधियां करते हैं, जो हानिकारक होती हैं। क्लेपटोमानीया विकार से ग्रस्त लोग जानते हैं, कि वे अपनी इंपल्स के कारण खुद को या किसी दूसरे व्यक्ति को नुकसान पहुंचा सकते हैं, लेकिन अपनी लालसा या इच्छा को कंट्रोल नहीं कर सकते।

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क्लेपटोमानीया के लक्षण - Kleptomania Symptoms in Hindi

क्लेपटोमानीया से क्या लक्षण होते हैं?

क्लेपटोमानीया से ग्रस्त व्यक्ति को चोरी करने की तीव्र इच्छा रहती है, जिसपर वे कंट्रोल नहीं कर पाते हैं। इस विकार से ग्रस्त कुछ लोग खुद को दोषी महसूस करते हैं, इतना ही नहीं कुछ तो चोरी की हुई चीज को वापस लौटाने की कोशिश भी करते हैं। क्लेपटोमानीया के साथ कुछ अन्य लक्षण भी देखे जा सकते हैं, जैसे: 

  • बिना जरूरत की चीजों को चुराने के लिए होने वाली तीव्र इच्छा को रोक ना पाना
  • चोरी करने के लिए उत्तेजित रहना और चिंतातनाव बढ़ जाना
  • चोरी करने के बाद दोष, पछतावा, खुद से घृणा व शर्म महसूस होना और गिरफ्तार होने का डर रहना
  • चुराई हुई चीजें वापस देना और कुछ समय बाद फिर से चीजें चुराने की तीव्र इच्छा प्रकट हो जाना

विशिष्टताएं:

इतना ही नहीं क्लेपटोमानीया से ग्रस्त लोगों कि कुछ अन्य विशिष्टताएं भी हो सकती हैं, जो क्लेपटोमानीया का संकेत देते हैं:

सामान्य चोरी करने वालों की तरह क्लेपटोमानीया से ग्रस्त लोग अनिवार्य रूप से खुद से लाभ के लिए, कोई शर्त आदि पूरी करने के लिए, बदला या विद्रोह आदि के कारण चीजें नहीं उठाते हैं। इस विकार से ग्रस्त लोग इसलिए चीजें चुराते हैं, क्योंकि इनके अंदर चोरी करने की तीव्र भावना उठती है, जिसे ये रोक नहीं पाते हैं। क्लेपटोमानीया में चोरी करने की इच्छा अचानक से उभरती है, इस दौरान चोरी करने के लिए व्यक्ति किसी प्रकार की प्लानिंग नहीं कर पाता और ना ही किसी दूसरे व्यक्ति से मदद लेता है।

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क्लेपटोमानीया से ग्रस्त लोग ज्यादातर मामलों मे सार्वजनिक स्थानों से चीजें चोरी करते हैं, जैसे स्टोर, दुकान व सुपरमार्केट आदि। जबकि कुछ मरीज दोस्तों या जान पहचान के लोगों को घरों से चुराते हैं, जैसे किसी शादी या पार्टी के दौरान कुछ चुरा लेना।

अक्सर क्लेपटोमानीया से ग्रस्त व्यक्ति द्वारा चुराई गई चीजों की उसके लिए कोई खास कीमत नहीं होती है और वह उन्हें पैसे से खरीदने में भी सक्षम होते हैं।

मरीज चीजों को चुरा कर आमतौर पर उन्हें छिपा देते हैं और उनको कभी इस्तेमाल नहीं करते हैं। चोरी की गई चीज को मरीज दोस्तों या किसी रिश्तेदार को दे देते हैं या फिर चुपके से उसी स्थान पर रख देते हैं जहां से वह चोरी की गई थी।

चुराने की इच्छा बार-बार अपने आप उभरती और शांत होती रहती है, यह इच्छा समय-समय के साथ-साथ कभी तीव्र तो कभी हल्की होती रहती है।

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

यदि आप चीजें चुराने या चुपके से उठाने की आदत को रोक नहीं पा रहे हैं, तो आपको डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए। क्लेपटोमानीया से ग्रस्त कुछ लोग डॉक्टर को बताने से भी डरते हैं, क्योंकि उन्हें गिरफ्तार होने और जेल में जाने से डर लगता है। हालांकि मानसिक रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टर आपकी चोरी की रिपोर्ट नहीं करते हैं।

कुछ मरीजों को चोरी के आरोप में पकड़ लिया जाता है, जिनको कानूनी रूप से इलाज करवाने की आवश्यकता होती है।

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क्लेपटोमानीया के कारण व जोखिम कारक - Kleptomania Causes & Risk Factors in Hindi

क्लेपटोमानीया क्यों होता है?

इस विकार के सटीक कारण के बारे में बहुत ही कम जानकारी उपलब्ध हैं। शोधकर्ता इंपल्स कंट्रोल डिसऑर्डर (जैसे क्लेपटोमानीया) और न्यूरोट्रांसमीटर (मस्तिष्क के कुछ केमिकल) के बीच का संबंध खोजने में जुटे हैं। न्यूरोट्रांसमीटर केमिकल एक दूसरी नर्व सेल्स (नसों की कोशिकाएं) को संदेश भेजने में उनकी मदद करते हैं। यदि मस्तिष्क में इन केमिकल का स्तर असंतुलित हो जाए, तो इंपल्स को कंट्रोल करने की प्रक्रिया में कुछ बदलाव आ सकता है। ऐसा माना जाता है कि अधिक तनाव होने से भी ऐसी आवेगशील इच्छाओं को उत्तेजित करता है।

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कुछ डॉक्टर चौर्योन्माद को ऑब्सेसिव कंपल्सिव स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर के रूप में देखते हैं, उनका मानना है कि काफी लोगों के  दिमाग में चोरी करने का विचार बाहरी व एक अनैच्छिक घुसपैठ के रूप में विकसित होता है। मतलब कुछ मरीजों को ऐसा लगता है कि चोरी करने की तीव्र इच्छा कहीं बाहर से उनके अंदर घुसी है। कुछ अन्य प्रमाण बताते हैं कि क्लेपटोमानीया किसी अन्य विकार का एक प्रकार हो सकता है या उससे संबंधित हो सकता है, जैसे डिप्रेशन

क्लेपटोमानीया होने का खतरा कब बढ़ता है?

क्लेपटोमानीया यानी चौर्योन्माद को एक असामान्य स्थिति मान जाता है। हालांकि इस विकार के ग्रस्त कुछ लोग कभी इलाज नहीं करवाते हैं या वे चोरी करने के बाद सीधे जेल चले जाते हैं, जिस कारण से क्लेपटोमानीया के कुछ मामलों का पता ही नहीं लग पाता है। क्लेपटोमानीया के लक्षण आमतौर पर किशोरावस्था से वयस्कता के बीच शुरू होता है, हालांकि यह वयस्कता के बाद भी शुरू हो जाता है। क्लेपटोमानीया से ग्रस्त मरीजों का लगभग दो-तिहाई हिस्सा महिलाएं होती हैं।

क्लेपटोमानीया के जोखिम कारकों में निम्न शामिल हो सकते हैं:

  • पारिवारिक समस्या:
    यदि किसी व्यक्ति के पहली पीढ़ी के रिश्तेदार जैसे माता-पिता या सगे भाई-बहन में किसी को क्लेपटोमानीया, ऑब्सेसिव इंपल्सिव डिसऑर्डर या किसी प्रकार का नशा करने की आदत है, तो ऐसे में आप में क्लेपटोमानीया होने का खतरा बढ़ जाता है।
     
  • कोई अन्य मानसिक रोग होना:
    चौर्योन्माद से ग्रस्त व्यक्ति में अक्सर अन्य मानसिक रोग भी मिलते हैं, जैसे बाइपोलर डिसऑर्डर, चिंता, भोजन विकार, व्यक्तित्व विकार और नशे की लत आदि।

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क्लेपटोमानीया से बचाव - Prevention of Kleptomania in Hindi

क्लेपटोमानीया से रोकथाम कैसे करें?

क्लेपटोमानीया से बचाव करने के लिए अभी तक ऐसा कोई तरीका नहीं मिल पाया है। हालांकि जितना जल्दी हो सके इसका इलाज करवा देने से खुद मरीज, उसके परिवार और दोस्तों को होने वाली परेशानियां कम हो जाती हैं। इसके अलावा तनाव के दौरान दुकान व स्टोर आदि से दूर रहने से भी मरीज की चोरी करने की इच्छा कम हो सकती है।

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चोरी करने की तीव्र इच्छा महसूस होते ही इस स्थिति का इलाज करवा देने से क्लेपटोमानीया गंभीर होने से रोका जा सकता है और कुछ नकारात्मक परिणामों से भी बचाव किया जा सकता है।

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क्लेपटोमानीया का परीक्षण - Diagnosis of Kleptomania in Hindi

क्लेपटोमानीया का परीक्षण कैसे करें?

यदि मरीज में लक्षण मौजूद हैं, तो ऐसे में मरीज के स्वास्थ्य संबंधी पिछली सारी जानकारी लेते हैं और उसका शारीरिक परीक्षण करते हैं। क्लेपटोमानीया का परीक्षण करने के लिए ब्लड टेस्ट या एक्स रे आदि जैसा कोई टेस्ट करवाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है, लेकिन कुछ अन्य समस्याओं का पता लगाने के लिए ये टेस्ट किए जा सकते हैं जैसे सिर की चोट या मस्तिष्क संबंधी कोई अन्य विकार।

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डॉक्टर मरीज को किसी साइकायट्रिस्ट या किसी साइकोलॉजिस्ट के पास भेज सकते हैं, जो मानसिक रोगों के विशेषज्ञ होते हैं। मानसिक समस्याओं के विशेषज्ञ डॉक्टर मरीज में इंपल्सिव डिसऑर्डर का पता लगाने के लिए एक विशेष प्रकार का इंटरव्यू लेते हैं और अन्य जांच उपकरणों का उपयोग करते हैं। 

चौर्योन्माद का परीक्षण आपके संकेत व लक्षणों के आधार पर किया जाता है। क्योंकि यह एक प्रकार का इंपल्स कंट्रोल डिसऑर्डर होता है, इसलिए ठीक से परीक्षण करने के लिए डॉक्टर निम्न की मदद ले सकते हैं:

  • इंपल्स (तीव्र इच्छा या लालसा) के बारे में मरीज से जानना और यह पूछना कि इनसे आपको कैसा महसूस होता है।
  • जिन परिस्थितियों से चौर्योन्माद उत्तेजित होता है, उन सभी कि सूची बना लेना और उन पर परीक्षण करना।
  • मरीज से पूछना कि उसने साइकोलॉजिकल प्रश्नावली और स्व-मूल्यांकन फॉर्म भरा है या नहीं।

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क्लेपटोमानीया का इलाज - Kleptomania Treatment in Hindi

क्लेपटोमानीया का इलाज कैसे किया जाता है?

क्लेपटोमानीया के इलाज में कई उपचार विकल्प होते हैं, जैसे साइकोथेरेपी, साइकोफार्मोकोलॉजी और दवाएं।

काउंसलिंग और थेरेपी इन दोनो प्रक्रियाओं को एक साथ या एक-एक करके किया जा सकता है। इसका मुख्य लक्ष्य उन मानसिक समस्याओं का इलाज करना होता है, जो चौर्योन्माद का संकेत दे सकती हैं। संभावित रूप से इसमें इस्तेमाल किये जाने वाले निम्न इलाज हो सकते हैं: 

  • बिहेवियर मॉडिफिकेशन थेरेपी (व्यवहार में सुधार करने की प्रकिया)
  • फैमिली थेरेपी 
  • कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी
  • साइकोडायनेमिक थेरेपी

दवाएं:

क्लेपटोमानीया का इलाज करने के लिए मानसिक रोगों की दवाओं का उपयोग करने से संबंधित बहुत ही कम रिसर्च की गई हैं। हालांकि क्लेपटोमानीया के लिए कोई दवा नहीं है, जिसे एफडीए द्वारा स्वीकृति मिली हो। जबकि कुछ दवाएं हैं जो चौर्योन्माद की स्थिति में मदद कर सकती हैं, लेकिन यह आपकी स्थिति और इस बात पर निर्भर करता है कि आपको कोई अन्य मानसिक समस्या है या नहीं, जैसे डिप्रेशन या नशे की लत।

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डॉक्टर आपके लिए कुछ दवाएं भी लिख सकते हैं, जैसे:

  • नशीली दवाएं जैसे नलट्रेक्सोन (Naltrexone), यह एक प्रकार का ओपिओइड एंटागोनिस्ट होता है, चीजें चुराने के लिए होने वाली तीव्र इच्छा और दबाव को रोकता है। 
  • एंटीडिप्रेसेंट्स दवाएं, विशेष रूप से एक सलेक्टिव सेरोटोनिन रयूपटेक इनहिबिटर (SSRI)
  • कोई अन्य दवाएं जिन्हें अकेले या अन्य दवाओं के साथ दिया जा सकता है।

रिलैप्स से बचना (फिर से होने से बचना)

चौर्योन्माद फिर से हो जाना कोई असाधारण समस्या नहीं है। यह स्थिति फिर से होने से बचाव रखने के लिए अपनी उपचार योजना का नियमित रूप से पालन करते रहें। यदि आपको फिर से चीजें चोरी करने की तीव्र इच्छा होने लगी है, ऐसे में जल्द से जल्द अपने डॉक्टर या अपने किसी भरोसेमंद व्यक्ति से संपर्क करें।

(और पढ़ें - मनोविदलता का आयुर्वेदिक इलाज)

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क्लेपटोमानीया की जटिलताएं - Kleptomania Complications in Hindi

क्लेपटोमानीया से क्या जटिलताएं होती हैं?

कुछ मामलों में क्लोपटोमानीया का इलाज मिल जाता है, लेकिन डर के कारण इस विकार से ग्रस्त कुछ लोग कभी इलाज नहीं करवाते हैं। कुछ प्रमाणों के अनुसार जैसे ही मरीज की उम्र बढ़ती रहती है, उनकी चोरी करने की इच्छाएं भी कम होने लग जाती हैं।

क्लेपटोमानीया से ग्रस्त लोगों को रिश्तों संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, क्योंकि मरीज अपने परिवार के लोगों और दोस्तों की चीजें भी चुरा लेते हैं। काम संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं, यदि मरीज अपने सहकर्मी या कंपनी में से कोई वस्तु चुरा लेता है।

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जैसा कि चोरी करना एक जुर्म होता है, इसलिए चौर्योन्माद से ग्रस्त लोगों को कानूनी समस्याएं होने का जोखिम भी रहता है। अक्सर क्लेपटोमानीया से ग्रस्त व्यक्ति तब ही इलाज करवाता है, जब कानून द्वारा ऐसा करने के लिए उसे मजबूर किया जाता है। क्लेपटोमानीया से ग्रस्त मरीज चोरी करने की आदत को छोड़ नहीं पाता है, चाहे वह कितनी बार ही चोरी के जुर्म में गिरफ्तार हो चुका हो।

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