पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की जेल में तबियत खराब होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। लाहौर के डॉक्टर जब बीमारी का पता नहीं लगा पाए तो उनके डॉक्टर ने लंदन में इलाज करवाने के लिए अदालत में अर्जी लगाई। अदालत से इजाजत नहीं मिलने पर उन्होंने नवाज के परिवार के साथ ट्विटर के जरिए एक अभियान चलाया। इसमें उन्होंने कहा कि हम नवाज को स्वस्थ देखना चाहते हैं, जिसके लिए उनका लंदन जाकर इलाज करवाना बेहद जरूरी है।

नवाज की सेहत ज्यादा बिगड़ने पर लाहौर हाईकोर्ट ने उन्हें इलाज करवाने के लिए 4 हफ्ते की जमानत दे दी, जिसके बाद वह एयर एंबुलेंस से लंदन रवाना हुए। नवाज पर पाकिस्तान के नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (नैब) द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए गए थे। लाहौर के सरकारी अस्पताल कि रिपोर्ट के मुताबिक नवाज को कई तरह की बीमारियां हैं, जिनमें शुगर और हृदय रोग शामिल हैं। पाकिस्तान के डॉक्टर इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि नवाज ऑटोइम्यून नाम के रोग से ग्रस्त हैं। हालांकि, वह अभी तक इस बात का पता नहीं लगा पाए हैं कि नवाज की प्लेटलेट्स में कमी आने का कारण क्या है। तो आइए जानते हैं आखिर नवाज शरीफ को हुई यह कौन सी गंभीर बीमारी है, जिसका पाकिस्तान के डॉक्टरों के पास कोई इलाज ही नहीं है।

क्या है ऑटोइम्यून डिजीज
हमारे शरीर के अंदर प्रतिरक्षा प्रणाली मौजूद होती है, जो हमें विभिन्न प्रकार के रोगों और संक्रमणों से बचाती है। जब भी प्रतिरक्षा प्रणाली को लगता है कि शरीर में कोई बैक्टीरिया या वायरस घुस गया है या कोई अन्य विषाक्त पदार्थ मौजूद है, तो वह उसे नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर देती है। जब प्रतिरक्षा प्रणाली में किसी प्रकार की गड़बड़ी हो जाती है, तो यह शरीर के स्वस्थ ऊतकों व कोशिकाओं को कोई हानिकारक या बाहरी पदार्थ समझ लेती है और उन्हें नष्ट करने लगती है। इस स्थिति को ऑटोइम्यून डिजीज या स्वप्रतिरक्षित रोग कहा जाता है।

इस स्थिति में मरीज में कई प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जैसे थकान महसूस होना, मांसपेशियों में दर्द होना, सूजन व लालिमा, बाल झड़ना, त्वचा पर चकत्ते होना और हाथ या पैर सुन्न हो जाना। ऑटोइम्यून डिजीज शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है, जिसके कारण अन्य रोग विकसित होते हैं, जिनमें निम्न भी शामिल हैं :

अगर आपको इनमें से किसी भी रोग के लक्षण दिखाई देते हैं तो हम आपको सलाह देंगे कि अपने डॉक्टर से इसकी जांच करवा लें।

वैज्ञानिकों की मानें तो आजकल के आहार के कारण भी लोगों में इस रोग के विकसित होने का खतरा बन रहा है। इसमें खासतौर से जंक फूड, फैट या शुगर युक्त आहार शामिल हैं। हालांकि, अभी तक किसी भी शोध ने इस रोग के होने की वजह को लेकर कोई पुष्टि नहीं की है। इसका कारण अज्ञात होने की वजह से इस रोग का इलाज अभी तक नहीं मिल पाया है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रण में रखा जा सकता है। फिलहाल पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इसी रोग के परीक्षण के लिए लंदन गए हैं और अगर इस बात की पुष्टि हो जाती है कि उन्हें ऑटोइम्यून डिजीज है तो हो सकता है कि लंदन के डॉक्टर उन्हें अमेरिका भेजने की सलाह दें।

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