छत्तीसगढ़ के पूर्व और पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का निधन हो गया है। एनडीटीवी ने बताया कि उनके बेटे अमित जोगी ने ट्विटर पर अपने 74 वर्षीय पिता की निधन की पुष्टि की है। इसमें उन्होंने बताया, '20 साल के छत्तीसगढ़ ने आज अपना एक आदरणीय वृद्ध खो दिया। मैंने ही नहीं, छत्तीसगढ़ और उसके नागरिकों ने अपना पिता खोया है।' खबरों के मुताबिक, बीते हफ्ते अजीत जोगी को कार्डियक अरेस्ट आया था।

खबरों की मानें तो बीते हफ्ते के दौरान अजीत जोगी को दो बार कार्डियक अरेस्ट आया था। वे उसके पहले से ही कुछ समय से अस्पताल में भर्ती थे। गौरतलब है कि जब साल 2000 में छत्तीसगढ़ अलग से एक राज्य बना तो अजीत जोगी ने ही इसके पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उस समय वे कांग्रेसी थे। बाद में 2016 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और अपनी खुद की पार्टी 'जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़' की स्थापना की।

क्या है कार्डियक अरेस्ट?
यह हृदय से जुड़ी एक गंभीर और जानलेवा स्थिति है। कार्डियक अरेस्ट में हृदय की गति रुक जाती है या कहें कि हृदय कुछ देर के लिए स्थिर हो जाता है। इस स्थिति में दिल धड़कना बंद कर देता है। इसमें व्यक्ति की मौत भी हो सकती है, जिसे 'सडन कार्डियक डेथ' के नाम से भी जाना जाता है।

दरअसल, दिल में एक आंतरिक विद्युत प्रणाली होती है जो दिल की धड़कनों की लय को नियंत्रित करती है। सडन कार्डियक अरेस्ट आमतौर पर हृदय में एक इलेक्ट्रिकल डिस्टर्बेंस (विद्युत तंरगों में उत्तेजना) से होता है, जो इसकी पंपिंग को बाधित करती है। इससे शरीर के बाकी हिस्सों में रक्त प्रवाह बंद हो जाता है। ऐसे में हृदय काम करना बंद कर देता है, जिससे पीड़ित को सांस लेने में दिक्कत होती है और वह बेहोश होने लगता है।

कार्डियक अरेस्ट होने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें हृदय रोग, शारीरिक तनाव और कुछ आनुवंशिक विकार आदि शामिल हैं। कई बार इसका कोई ज्ञात कारण नहीं होता। कार्डियक अरेस्ट बहुत तेजी से होता है, इसलिए इसमें टेस्ट आदि करवाने का समय नहीं मिल पाता। यदि कार्डियक अरेस्ट के बाद कोई व्यक्ति जीवित बच जाता है तो फिर कार्डियक अरेस्ट के कारण का पता करने के लिए काफी सारे टेस्ट किए जाते हैं। मेडिकल विशेषज्ञों के मुताबिक, कार्डियक अरेस्ट होने की संभावनाओं को कम करने लिए एक स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना और सिगरेट व बहुत ज्यादा शराब पीने से परहेज करना अत्यधिक आवश्यक है।

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