केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति को लेकर अहम जानकारी दी है। सरकार के मुताबिक कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति अगले साल यानी 2021 की शुरुआत से उपलब्ध होने की उम्मीद है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया  "अगर सब ठीक रहा तो हमें अगले साल की पहली तिमाही में वैक्सीन की आपूर्ति होने की संभावना है।" 

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वैक्सीन की खरीददारी से लेकर भंडारण और वितरण तक सारी चीजों को रियल-टाइम के आधार पर ट्रैक करने के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया गया है जिसे बढ़ाया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि रूसी वैक्सीन, स्पूतनिक 5 पर भी चर्चा चल रही है। दूसरी ओर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि उनकी रिसर्च में प्लाज्मा थेरेपी के जरिए स्वास्थ्य लाभ से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिला है।

रूसी वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल पर विचार-विमर्श
इस बीच, केंद्रीय औषधी मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के एक विशेषज्ञ पैनल ने डॉ. रेड्डी लैबोरेट्रीज से भारत में रूसी वैक्सीन के ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल को लेकर अहम बात कही है। पैनल ने वैक्सीन के लिए चरण -2 और 3 दोनों के संचालन के लिए एक संशोधित प्रोटोकॉल पेश करने के निर्देश दिए हैं।

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गौरतलब है कि हैदराबाद स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी ने पिछले सप्ताह के अंत में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल के पास आवेदन किया था, जिसमें कंपनी ने रूसी वैक्सीन के ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल के तीसरे चरण का संचालन करने की अनुमति मांगी थी। इसी को लेकर सीडीएससीओ में कोविड-19 पर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी (एसईसी) ने बीते सोमवार को एक बैठक की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक के दौरान आवेदन पर विचार-विमर्श किया और फर्म को संशोधित प्रोटोकॉल प्रस्तुत करने के लिए कहा गया। साथ ही निर्देश दिया गया कि कंपनी को चरण 2 और 3 का संयुक्त परीक्षण करना होगा। इसके अलावा फर्म को कुछ अन्य जानकारी भी देने के लिए कहा गया है।

इसका मतलब है कि डॉ. रेड्डी लैबोरेट्रीज को एक नया आवेदन प्रस्तुत करना होगा। विषय विशेषज्ञ समिति के अनुसार, उन्हें चरण -2 और 3 दोनों क्लीनिकल ट्रायल का संचालन करना होगा। यानी रेड्डी लैब, भारत में इस वैक्सीन का सीधे चरण-3 परीक्षण नहीं कर सकते हैं। बता दें कि डॉ. रेड्डी ने रूसी वैक्सीन स्पूतनिक 5 के क्लीनिकल ट्रायल के साथ-साथ इसके वितरण के लिए भी रशियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) के साथ मिलकर काम करने का फैसला किया है। फर्म ने पिछले महीने बताया था कि भारत में नियामक अनुमोदन मिलने के बाद आरडीआईएफ दवा निर्माता डॉ. रेड्डीज को वैक्सीन की 100 मिलियन डोज की आपूर्ति करेगा।

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19: साल 2021 की पहली तिमाही में वैक्सीन की आपूर्ति संभव, स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव का बड़ा बयान है

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