दिल्ली में कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए कनटेंमेंट जोन घोषित इलाकों की संख्या 633 तक जा पहुंची है। शुक्रवार को दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने अलग-अलग जिलों के तहत बड़े कनटेंमेंट जोनों को छोटे-छोटे इलाके में बांटे जाने की जानकारी दी। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इसी कारण राजधानी में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सील किए गए इलाकों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है।

शुक्रवार को हेल्थ बुलेटिन जारी करते हुए अधिकारियों ने बताया दिल्ली में सील किए गए इलाकों में 175 कनटेंमेंट जोनों की बढ़ोतरी हुई है। गौरतलब है कि दिल्ली में बड़े कनटेंमेन जोन वाले इलाकों को छोटे-छोटे सेगमेंट में बदलना सरकार की नई नीति का हिस्सा है। इसकी वजह यह बताई गई है कि इससे छोटे इलाकों में वायरस की निगरानी करने, संक्रमण के नियंत्रण से जुड़ा प्रबंधन करने, इन्फ्लूएंजा के लक्षण वाले लोगों की पहचान करने और ज्यादा संक्रमण फैलाने वाले संदिग्धों का पता लगाने में आसानी होगी।

(और पढ़ें - कोविड-19: मुंबई की धारावी बस्ती में तीन दिनों में कोरोना वायरस के नए मामलों की संख्या दस से भी कम, डब्ल्यूएचओ ने की तारीफ, जानें क्या कहा)

दिल्ली में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए इस रणनीति की शुरुआत बीते महीने के अंत में की गई थी। तब दिल्ली में कनटेंमेंट जोन घोषित इलाकों की संख्या 280 से अचानक 421 हो गई थी। वहीं, अब अधिकारियों का कहना है कि इस रणनीति को लागू करने के बाद कोविड-19 के मरीजों के सीधे संपर्क में आए लोगों का टेस्ट किया जाएगा। इसके दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, जिन लोगों में फ्लू के लक्षण दिखेंगे और जिनके संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होगा, उनका 15 दिनों में तीन बार रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। 

दिल्ली में इस तरह की रणनीतियां सफल होती दिखती हैं। आंकड़े इसकी गवाही देते हैं। हाल के दिनों में राजधानी में न सिर्फ कोविड-19 के स्वस्थ मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, बल्कि रोजाना सामने आने वाले नए मामलों से जुड़े आंकड़ों में भी काफी कमी आई है। जून के महीने में जहां दिल्ली में प्रतिदिन 3,000 से 4,000 के बीच नए मरीज सामने आ रहे थे, वहीं अब यह आंकड़ा औसतन 2,500 से नीचे देखने को मिल रहा है।

(और पढ़ें - भारत में 2021 से पहले कोविड-19 की वैक्सीन बनना संभव नहीं, संसदीय पैनल के सामने सीएसआईआर और अन्य विज्ञान विभागों का साफ बयान)

शुक्रवार को राजधानी में 2,000 से ज्यादा मरीजों की पुष्टि हुई है, जिसके बाद यहां संक्रमितों की संख्या एक लाख 9,000 से ज्यादा हो गई है। इनमें से 3,300 की मौत हो चुकी है। हालांकि बचाए गए लोगों का आंकड़ा भी करीब 84,700 के आसपास है, जो राजधानी में कोरोना वायरस के कुल मामलों का 77.6 प्रतिशत है।


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19: दिल्ली में कनटेंमेंट जोन घोषित इलाकों की संख्या 633 हुई, जानें इसके पीछे क्या है सरकार की रणनीति है

ऐप पर पढ़ें