हृदय को स्वस्थ रखने में एक्यूप्रेशर पॉइंट्स सहायक हो सकते हैं. इसके लिए उन भागों पर दबाव डाला जाता है, जिनका सीधा संबंध हृदय से होता है. इन दबाव के पड़ने से हृदय को कई तरह की समस्याओं से बचाया जा सकता है. साथ ही हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति के लक्षणों में कुछ हद तक सुधार भी हो सकता है. इसके लिए हार्ट 7, पेरिकार्डियम 4 और लार्ज इंटेस्टाइन 11 जैसे कुछ काम के पॉइंट्स पर दबाव डालकर या मालिश करने से फायदा हो सकता है.
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आज इस लेख में हृदय की कार्यप्रणाली को बेहतर करने वाले एक्यूप्रेशर पॉइंट्स के बारे में विस्तार से बताया गया है -
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हृदय को स्वस्थ रखने वाले एक्यूप्रेशर पॉइंट्स
हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए कई एक्यूप्रेशर पॉइंट्स हैं. इन एक्यूप्रेशर पॉइंट्स में पेरिकार्डियम 6 व पेरिकार्डियम 7, जैसे कई नाम शामिल हैं. आइए विस्तार से जानें हार्ट को स्वस्थ रखने वाले एक्यूप्रेशर पॉइंट्स के बारे में -
हार्ट 7
ये एक्यूप्रेशर पॉइंट सबसे छोटी उंगली व उसके साथ की उंगली के बीच वाली जगह पर होता है. इस पॉइंट को स्पिरिट गेट के नाम से भी जाना जाता है. हार्ट 7 प्रेशर पॉइंट के बगल में एक हड्डी होती है. इस पॉइंट को एक्टिवेट करने के लिए लगभग 1 मिनट तक लगातार दबाव डालना होता है. ऐसा दोनों हाथोंं के हार्ट 7 पॉइंट पर करना होगा. इससे दिल की धड़कन बेहतर हो सकती है और हृदय से जुड़ी समस्या को दूर रखने में मदद मिल सकती है.
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लार्ज इंटेस्टाइन 11
हृदय को स्वस्थ रखने में लार्ज इंटेस्टाइन 11 एक्यूप्रेशर पॉइंट अहम भूमिका निभा सकता है. ये प्रेशर पॉइंट कोहनी के जॉइंट के किनारे पर होता है. इस पॉइंट को एक्टिवेट करने के लिए अंगूठे से कोहनी के जॉइंट भाग पर करीब 1 मिनट तक दबाव डालना पड़ता है. इससे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या कम हो सकती है. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रख कर हृदय रोग के जोखिम से बचा जा सकता है.
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पेरिकार्डियम 4
पेरिकार्डियम 4 एक्यूप्रेशर पॉइंट भी हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है. इसे क्रेविस गेट के नाम से भी जाना जाता है. ये प्रेशर पॉइंट कलाई व कोहनी के बीच में होता है, जिसे एक्टिवेट करने के लिए उस भाग को 1 से 2 मिनट तक लगातार जोर से दबाना होता है. ये शरीर को रिलैक्स करने में मदद कर सकता है. इससे हार्ट बीट सामान्य हो सकती है. साथ ही हृदय से जुड़ी अन्य समस्याओं को दूर रखा जा सकता है.
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पेरिकार्डियम 6
इस एक्यूप्रेशर पॉइंट की मदद से भी हृदय रोग के जोखिम को दूर रखा जा सकता है. इस प्रेशर पॉइंट को इनर गेट के नाम से जाना जाता है. यह प्रेशर पॉइंट कलाई के जॉइंट वाले भाग के पास 3 उंगली दूर होता है. दोनों हाथों के इस प्रेशर पॉइंट को दबाना होता है. इसके लिए अंगूठे से लगभग 1 मिनट तक इस पॉइंट पर दबाव डालना होगा, जिससे यह पॉइंट सक्रिय हो जाएगा. इससे हार्ट पैल्पिटेशन और कार्डियक चेस्ट पेन की स्थिति में सुधार हो सकता है.
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पेरिकार्डियम 7
पेरिकार्डियम 7 प्रेशर पॉइंट को भी हृदय के लिए फायदेमंद माना जा सकता है. इसे ग्रेट माउंड प्रेशर पॉइंट भी कहा जाता है. यह पॉइंट हथेली और कलाई के बीच में होता है. इसे एंजाइना पेक्टोरिस से राहत पाने के लिए लाभकारी माना जाता है. एंजाइना पेक्टोरिस एक तरह का चेस्ट पेन है, जो हृदय में रक्त के प्रवाह में कमी के कारण होता है.
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सारांश
हेल्दी हार्ट के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट्स को सहायक माना जा सकता है. इन पॉइंट्स पर दबाव डालने पर हृदय की गति को बेहतर किया जा सकता है. साथ ही ब्लड फ्लो में कमी के कारण होने वाले चेस्ट पेन से भी राहत मिल सकती है. इसके लिए पेरिकार्डियम 7, लार्ज इंटेस्टाइन 11 और हार्ट 7 पर दबाव डाल सकते हैं. वहीं, अगर कोई हृदय की गंभीर समस्या से जूझ रहा है, तो उन्हें डॉक्टर की सलाह पर ही एक्यूप्रेशर पॉइंट पर प्रेशर डालना चाहिए.
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स्वस्थ हृदय के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट्स के डॉक्टर

Dr. Farhan Shikoh
कार्डियोलॉजी
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Dr. Amit Singh
कार्डियोलॉजी
10 वर्षों का अनुभव

Dr. Shekar M G
कार्डियोलॉजी
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