कोविड-19 महामारी के बीच दुनियाभर में खाद्य आपूर्ति की कमी को लेकर चिंता बढ़ रही है। वहीं, खाद्य असुरक्षा यानी फूड इनसिक्योरिटी से जुड़ा मसला भी गहराने लगा है जो सीधे तौर पर स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का कारण बनता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि फूड इनसिक्योरिटी के चलते कुपोषण, हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) और यहां तक ​​कि मोटापा जैसी गंभीर बीमारियों को बढ़ावा मिलता है। इसके साथ ही शोधकर्ताओं ने इससे जुड़ी एक बड़ी आशंका व्यक्त की है। दरअसल एक नई रिसर्च के जरिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पाया है कि बढ़ती खाद्य असुरक्षा के चलते हृदय रोग (कार्डियोवस्कुलर डिजीज) से होने वाली मौतों का जोखिम भी बढ़ सकता है। 

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स्वास्थ्य के क्षेत्र की पत्रिका "सर्कुलेशन- कार्डियोवस्कुलर क्वालिटी एंड आउटकम्स" में प्रकाशित एक रिसर्च में शोधकर्ताओं को इससे जुड़े कुछ साक्ष्य मिले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं द्वारा यह अध्ययन किया गया है, जिसमें पता चला है कि खाद्य असुरक्षा के चलते 20 से 64 साल की उम्र के वयस्कों में हृदय रोग की मृत्यु दर पर काफी प्रभाव पड़ा है।

कैसे की गई रिसर्च?
शोधकर्ताओं ने "नेशनल सेंटर फॉर हेल्थ स्टैटिस्टिक्स और मैप द मील गैप" स्टडी के जरिए अमेरिका के सभी 50 राज्यों के 3142 जिलों का अध्ययन किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि जिन जिलों में खाद्य असुरक्षा के स्तर में सबसे अधिक वृद्धि हुई थी, उनमें हृदय रोग की मृत्यु दर में बढ़ोतरी देखने को मिली। आंकड़े बताते हैं कि हृदय रोग से होने वाली मौत का जोखिम प्रति एक लाख व्यक्तियों पर 82 की संख्या से बढ़कर 87 हो गया।

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जोखिम से कैसे करें बचाव?
उपरोक्त निष्कर्षों को ध्यान में रखते हुए स्वस्थ हृदय के लिए कुछ प्रभावी आहार संबंधी टिप्स हैं,जो कि पोषण विशेषज्ञ रूपाली दत्ता द्वारा सुझाए गए हैं।

  • ज्यादा से ज्यादा सब्जियां खाएं

सब्जियों में भरपूर मात्रा में विटामिन और मिनरल के साथ फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं। विशेषज्ञ दिन में चार से पांच सर्विंग सब्जियां खाने की सलाह देते हैं। एक सर्विंग का मतलब एक कप हरी पत्तेदार सब्जी और आधा कप अन्य सब्जी होती हैं।

  • खुद को हाइड्रेट रखें

पूरे दिन में सादा पानी पीने के अलावा अन्य पेय जैसे नींबू पानी और नारियल पानी भी ले सकते हैं। इसके अलावा कम चीनी और नमक के साथ स्मूदी और आम पन्ना भी बेहतर विकल्प हैं। 

  • नट्स यानी मेवा खाएं

सभी प्रकार के नट्स में प्रोटीन, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और हेल्दी फैट होते हैं जो कि हार्ट के अनुकूल हैं। इसलिए इन्हें अपने खाने में अवश्य शामिल करें। हालांकि, ध्यान रखें कि इनका सेवन उचित मात्रा में करें। यानी लगभग 1/3 कप नट्स और 2 बड़े चम्मच बीज प्रति दिन काफी हैं।

  • फल को डाइट में शामिल करें

खाने और स्नैक के बीच में फल जरूर खाएं। नूट्रिशनिस्ट रूपाली दत्ता के अनुसार प्रतिदिन 2-3 फल खाने चाहिए। एक फल के रूप में आधा कप फल (कटा हुआ) या फिर मध्यम आकार का होना चाहिए।

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