सिर की नसों में दर्द - Occipital Neuralgia in Hindi

Dr. Nadheer K M (AIIMS)MBBS

April 13, 2022

December 20, 2023

सिर की नसों में दर्द
सिर की नसों में दर्द

व्यक्ति का ब्रेन उसके पूरे शरीर को कंट्रोल करता है. ब्रेन नसों से जुड़ा होता है. ऐसे में अगर सिर की नसों में कोई समस्या आती है, तो ये पूरे स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है. मेडिकल टर्म में सिर की नसों में होने वाले दर्द को ओसीसीपिटल न्यूराल्जिया (Occipital neuralgia) कहा जाता है. यह सिर के पिछले हिस्से और गर्दन के ऊपरी हिस्से में परेशानी का कारण बनता है. यह विशेष प्रकार का सिरदर्द है, लेकिन इसमें अन्य सिरदर्द की तरह ही लक्षण हो सकते हैं.

यह अक्सर माइग्रेन वाले लोगों को प्रभावित करता है. सिर की नसों में दर्द किसी तरह की इंजरी, मसल से जुड़ी समस्या, ट्यूमर, अर्थराइटिस या फिर डायबिटीज व इंफेक्शन के कारण हो सकता है. इस समस्या को मसाज थेरेपी, फिजिकल थेरेपी, ओवर-दी-काउंटर मेडिकेशन या फिर गंभीर स्थिति होने पर सर्जरी की मदद से ठीक किया जा सकता है. 

आज इस लेख में हम सिर की नसों में होने वाले दर्द के कारण व इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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सिर की नसों में दर्द के कारण - Occipital Neuralgia Causes in Hindi

ओसीसीपिटल न्यूराल्जिया गर्दन की नसों या मांसपेशियों में जकड़न का परिणाम हो सकता है. यह सिर या गर्दन में लगी चोट के कारण भी हो सकता है. इस दौरान सिर के एक तरफ या दोनों तरफ दर्द हो सकता है या फिर तेज दर्द का अनुभव हो सकता है. इसके अलावा, सिर की नसों में इलेक्ट्रिक शॉक लगने जैसा एहसास भी हो सकता है. वहीं, शोधकर्ताओं ने सिर की नसों में दर्द के अधिक विशिष्ट और प्रत्यक्ष कारणों का अनुमान लगाया है, जिसमें गर्दन या सिर पर चोट, अर्थराइटिस, डायबिटीज, ट्यूमर व इंफेक्शन शामिल हैं. 

आइए, सिर की नसों में दर्द के कारणों के बारे में विस्तार से जानते हैं -

चोट

सिर के पिछले हिस्से में चोट लगना सिर की नसों में दर्द के सबसे आम कारणों में से एक है. ऐसा गिरने, किसी प्रकार की दुर्घटना या फिर खेलते हुए चोट लगने के कारण हो सकता है.

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स्ट्रेस नर्व्स

जो लोग दिन में ज्यादा समय अपने सिर को आगे या फिर नीचे की ओर झुकाकर रखते हैं, उन्हें भी ये समस्या हो सकती है. ऐसा लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करने या फिर गलत पोश्चर में बैठकर पढ़ने से भी हो सकता है. इससे गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा हो, जिस कारण सिर की नसों में दर्द हो सकता है.

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अर्थराइटिस

कई प्रकार के अर्थराइटिस भी सर्वाइकल स्पाइन पर असर डालते हैं, जिनमें ऑस्टियोअर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस शामिल हैं. अर्थराइटिस की स्थिति में सर्वाइकल स्पाइन कॉलम का ऊपर वाला हिस्सा टूट जाता है और समय के साथ सख्त भी हो जाता है. इससे ओसीसीपिटल नर्व्स पर प्रेशर डालता है और तनाव उत्पन्न हो सकता है.

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डायबिटीज

जो लोग डायबिटीज से पीड़ित होते हैं, उनके सिर की नसों में दर्द का खतरा बढ़ जाता है. इसका कारण यह है कि डायबिटीज के चलते न्यूरोपैथी या फिर नसों में सूजन की समस्या हो सकती है.

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ट्यूमर और इंफेक्शन

सिर की नसों में दर्द ट्यूमर व इंफेक्शन के कारण भी हो सकता है, लेकिन ऐसा कम मामलों में ही होता है. जब सर्वाइकल स्पाइन के ट्यूमर ओसीसीपिटल नसों पर दबाव डालते हैं, तो इस प्रकार का दर्द होता है. वहीं, इंफेक्शन भी ओसीपिटल नसों पर दबाव बनने का कारण बन सकते हैं. ये दोनों ही समस्या गंभीर हैं, इसलिए अगर किसी को अपनी गर्दन या गले में किसी भी प्रकार की गांठ नजर आती है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

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सिर की नसों में दर्द का उपचार - Occipital Neuralgia Treatment in Hindi

सिर की नसों में दर्द को कुछ आसान तरीकों से कम किया जा सकता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है -

अगर इन उपायों को करने से आराम नहीं मिलता है, तो डॉक्टर की सलाह पर दवा ली जा सकती है या फिर गंभीर मामले में सर्जरी की जा सकती हैं. इसके बारे में आगे बताया गया है -

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दवाएं

इस समस्या को ठीक करने के लिए डॉक्टर निम्नलिखित दवाएं या फिर इंजेक्शन लेने की सलाह दे सकते हैं -

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सर्जरी

अगर किसी व्यक्ति की समस्या अधिक गंभीर है और वो उसके जीवन को प्रभावित कर रही है, तो डॉक्टर निम्न प्रकार की सर्जरी की सलाह दे सकते हैं -

  • ओसिपिटल नर्व स्टिमुलेशन - ओसिपिटल नर्व स्टिमुलेशन के दौरान सर्जन त्वचा के नीचे ओसिपिटल नसों के पास इलेक्ट्रोड को रखता है. इस प्रक्रिया में नसों को नुकसान पहुंचने की आंशका कम होती है. यह दर्द से जुड़े मैसेज को मस्तिष्क तक जाने से रोकने का काम करता है.
  • स्पाइनल कॉर्ड स्टिम्युलेशन - सर्जन इलेक्ट्रोड को रीढ़ की हड्डी व वेर्टेब्रे यानी स्पाइल कोर्ड के ब्लॉक के बीच रख सकते हैं.
  • C2,3 गैंगलियोनेक्टोमी - यह प्रक्रिया ओसीसीपिटल न्यूराल्जिया के बढ़ावा देने वाले नर्व्स के समूह के बीच रुकावट पैदा करती है, जिस कारण दर्द कम होने लगता है.
  • ओसीसीपिटल रिलीज सर्जरी - सर्जन गर्दन के पिछले वाले हिस्से में एक छोटा-सा कट लगाकर टिश्यू से उन नर्व्स को रिलीज करते हैं, जो उन्हें दबाने का काम करती हैं.

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एक्सरसाइज

सिर की नसों में दर्द से राहत पाने में एक्सरसाइज की भी मदद ली जा सकती है. खासकर अगर दर्द गलत पोश्चर के कारण है. इसके लिए चिन टक एक्सरसाइज की जा सकती है. इससे गर्दन की मांसपेशियों व टिश्यू मजबूत होते हैं. इसे करने का तरीका नीचे बताया गया है -

  • पैरों को कंधे की चौड़ाई में फैला लें और पीठ को दीवार के साथ सटाकर खड़े हो जाएं.
  • अब ठुड्डी को नीचे की ओर करें और फिर सिर को तक पीछे की ओर ले जाएं, जब तक कि वो दीवार के साथ स्पर्श न हो जाए.
  • कुछ सेकंड इसी अवस्था में रहें और फिर वापस सिर को आगे की ओर ले आएं.
  • अगर इसे करते हुए किसी तरह का दर्द महसूस हो, तो इसे करना बंद करें और डॉक्टर की सलाह लें.

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सारांश – Summary

ओसीसीपिटल न्यूराल्जिया एक प्रकार का नर्व्स पेन है, जो सिरदर्द का कारण बन सकता है. यह तब हो सकता है, जब ओसीसीपिटल नसों पर प्रेशर पड़ता है. ये गर्दन में शुरू होते हैं और सिर के किनारों तक बढ़ने लगता है. हालांकि, ज्यादातर मामलों में घरेलू इलाज या दवा से दर्द में राहत मिल सकती हो. अगर समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर इंजेक्शन या फिर सर्जरी की सिफारिश कर सकते हैं.

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