सोमवार का दिन प्रदूषण के लिहाज से दिल्ली के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आया। बताया गया है कि सोमवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 41 रहा। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, यह दिल्ली में बीते पांच सालों में वायु प्रदूषण का सबसे कम स्तर था। यानी सोमवार का दिन दिल्ली के लिए बीते पांच सालों का सबसे साफ दिन रहा। इससे पहले अप्रैल 2015 में राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर इतना कम हुआ था।

खबरों के मुताबिक, वायु गुणवत्ता के लिहाज से बीता सोमवार अगस्त महीने का चौथा 'अच्छा' एयर डे बताया गया है। जानकारों का कहना है कि ऐसा तब माना जाता है कि जब किसी जगह का एक्यूआई यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे दर्ज किया जाए। रिपोर्टों की मानें तो सोमवार को दिल्ली का एक्यूआई 41 रहा। इससे पहले जुलाई 2017 को यह 43 रहा था। गौरतलब है कि साल 2015 में जब एक्यूआई को लॉन्च किया गया तो उस समय दिल्ली में हवा की गुणवत्ता अच्छी नहीं थी। 2016 में भी एक्यूआई के आधार पर कोई भी 'अच्छा' दिन दर्ज नहीं हुआ। फिर 2017 में जुलाई के अंतिम दो दिन दिल्ली का एक्यूआई 43 और 47 रहा।

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लेकिन 2018 में एक बार फिर पूरे साल एक भी दिन वायु प्रदूषण के लिहाज से 'अच्छा' नहीं रहा। हालांकि 2019 का अगस्त का महीना कुछ राहत देने वाला रहा। तब 18 और 19 अगस्त 2019 को दिल्ली का एक्यूआई 49 रहा था। वहीं, इस साल अगस्त महीने में हवा की गुणवत्ता लगातार अच्छी बनी रही है। इससे यह अगस्त एक्यूआई की लॉन्चिंग के बाद का सबसे साफ अगस्त का महीना बन गया है। उधर, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि बारिश की वजह से सितंबर के महीने में भी दिल्ली में अच्छे एयर डे देखने को मिल सकते हैं। 

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बीती 13 और 20 अगस्त को दिल्ली में एक्यूआई 50 रहा था। लेकिन 24 अगस्त को यह और गिरकर 45 हो गया। बताया गया है कि पहले हवा की गुणवत्ता में आया सुधार भारी बारिश के कारण हुआ था, जबकि दूसरा गुड एयर डे अच्छी वायु गति के कारण देखने को मिला। इसके अलावा इस साल में एक और दिन ऐसा रहा है, जब दिल्ली में एक्यूआई का स्तर 50 नीचे गया था। खबरों के मुताबिक, बीती 28 मार्च को राजधानी में एक्यूआई 45 दर्ज किया गया था।

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जानकार दिल्ली में प्रदूषण का स्तर कम रहने की मुख्य वजह लॉकडाउन और मानसून को बताते रहे हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लॉकडाउन की वजह से लगाई गई पाबंदियों के चलते दिल्ली में ईंधन की खपत में कमी आई है, जिसका सीधा असर वायु गुणवत्ता की बढ़ी हुई दर के रूप में देखा जा सकता है। वहीं, जब केंद्र सरकार के निर्देशानुसार लॉकडाउन को अनलॉक करने की प्रक्रिया शुरू हुई तो अच्छे मानसून ने राजधानी में प्रदूषण को ज्यादा हवा में फैलने नहीं दिया।

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