Chandraprabha Vati

  लोगों ने इसको हाल ही में खरीदा
  • दवा उपलब्ध नहीं है

  • उत्पादक: Other

Chandraprabha Vati की जानकारी

Nirogam Chandraprabha Vati बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः यूरिन इन्फेक्शन के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Nirogam Chandraprabha Vati का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Nirogam Chandraprabha Vati के मुख्य घटक हैं आंवला, पिप्पली, सेंधा नमक जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Nirogam Chandraprabha Vati की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।

Chandraprabha Vati की सामग्री - Chandraprabha Vati Active Ingredients in Hindi

आंवला
  • दवाएं जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करके डायबिटीज का इलाज करती हैं।
  • भूख बढ़ाने में मददगार तत्‍व।
पिप्पली
  • पाचन रस का स्राव बढ़ाकर अपच का इलाज करने वाले घटक।
  • शरीर में लिपिड की मात्रा को कम करने के लिए और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने वाली दवाएं।
सेंधा नमक
  • ये एजेंट शरीर में होमियोस्टैसिस (किसी अंग या प्रणाली के असामान्य कार्य को ठीक करने के लिए शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया) की स्थिति को बनाए रखने में मदद करते हैं तथा तनाव और कमजोरी के दौरान शरीर के कार्यों को सुचारु रूप से चलाते हैं।
  • वो पदार्थ जो गैस्ट्रिक रस के स्राव को बढाकर पाचन तंत्र को उत्तेजित करने में मदद करता है।

Chandraprabha Vati के लाभ - Chandraprabha Vati Benefits in Hindi

Chandraprabha Vati इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -

अन्य लाभ



Chandraprabha Vati की खुराक - Chandraprabha Vati Dosage in Hindi

यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Chandraprabha Vati की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Chandraprabha Vati की खुराक अलग हो सकती है।

आयु वर्ग खुराक
व्यस्क
  • मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
  • खाने के बाद या पहले: खाने के बाद
  • अधिकतम मात्रा: 2 टैबलेट
  • लेने का तरीका: गुनगुना पानी
  • दवा का प्रकार: गुलिका
  • दवा लेने का माध्यम: मुँह
  • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): दिन में दो बार
  • दवा लेने की अवधि: 1 हफ्ते
बुजुर्ग
  • मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
  • खाने के बाद या पहले: खाने के बाद
  • अधिकतम मात्रा: 2 टैबलेट
  • लेने का तरीका: गुनगुना पानी
  • दवा का प्रकार: गुलिका
  • दवा लेने का माध्यम: मुँह
  • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): दिन में दो बार
  • दवा लेने की अवधि: 1 हफ्ते


Chandraprabha Vati के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Chandraprabha Vati Side Effects in Hindi

चिकित्सा साहित्य में Chandraprabha Vati के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Chandraprabha Vati का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।



Chandraprabha Vati से सम्बंधित चेतावनी - Chandraprabha Vati Related Warnings in Hindi

  • क्या Chandraprabha Vati का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?


    प्रेग्नेंट महिलाएं भी Nirogam Chandraprabha Vati का सेवन कर सकती हैं।

    सुरक्षित
  • क्या Chandraprabha Vati का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?


    Nirogam Chandraprabha Vati का कोई भी बुरा प्रभाव स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर नहीं पड़ता है।

    सुरक्षित
  • Chandraprabha Vati का पेट पर क्या असर होता है?


    बिना किसी डर के आप Nirogam Chandraprabha Vati ले सकते हैं। यह पेट के लिए सुरक्षित है।

    सुरक्षित
  • क्या Chandraprabha Vati का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है


    रिसर्च न होने की वजह से पूरी जानकारी के आभाव में Nirogam Chandraprabha Vati से दुष्प्रभाव के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसको लेना लाभकर होगा।

    अज्ञात
  • क्या Chandraprabha Vati शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?


    आप वाहन चला सकते हैं या कोई भारी मशीन से जुड़ा काम कर सकते हैं। क्योंकि Nirogam Chandraprabha Vati लेने के बाद क्योंकि आपको नींद नहीं आएगी।

    नहीं
  • क्या Chandraprabha Vati का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?


    नहीं, इसका कोई प्रमाण नहीं है कि Nirogam Chandraprabha Vati को लेने से आपको इसकी लत पड़ जाएगी। कोई भी दवा डॉक्टर से पूछ कर ही लें, जिससे कोई हानि न हो।

    नहीं

इस जानकारी के लेखक है -

Dr. Braj Bhushan Ojha

BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव


संदर्भ

Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 5-8

Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No - 105 - 106