एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडी टेस्ट क्या है?

थायराइड ग्रंथि मनुष्य की गर्दन में स्थित होती है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित रखने के लिए विभिन्न हार्मोन बनाती है। थायराइड ग्रंथि शरीर में थायरोग्लोबुलिन जैसे प्रोटीन भी बनाती है जो जैव संश्लेषण (कोशिका के अंदर ही मॉलिक्यूल बनाना) और थायराइड हार्मोन को जमा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

कुछ ऑटोइम्यून बिमारियों में प्रतिरक्षा प्रणाली विभिन्न प्रकार के एंटीबॉडीज के साथ थायराइड ग्रंथि को क्षति पहुंचाने लगती है।

एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडीज उन लोगों में होते हैं, जिन्हें हाशिमोटो थायरोडिटिस होती है। ये एंटीबॉडी थायराइड कोशिकाओं को नष्ट कर देते हैं, जिससे हाइपोथायरायडिज्म (थायराइड हार्मोन का कम स्तर) की बीमारी हो जाती है।

एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडी टेस्ट विशेष रूप से थायरोग्लोबुलिन के विरोध में बने एंटीबॉडी की जांच के लिए ही किया जाता है।

  1. एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडी टेस्ट क्यों किया जाता है - What is the purpose of Antithyroglobulin Antibody test in Hindi
  2. एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडी टेस्ट से पहले - Before Antithyroglobulin Antibody test in Hindi
  3. एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडी टेस्ट के दौरान - During Antithyroglobulin Antibody test in Hindi
  4. एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडी टेस्ट के परिणाम का क्या मतलब है - What does Antithyroglobulin Antibody test result mean in Hindi?

एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडी टेस्ट किसलिए किया जाता है?

यह टेस्ट खून में एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडीज के स्तर की जांच करने के लिए किया जाता है।

इसकी सलाह आमतौर पर उन लोगों को दी जाती है जिनमें निम्न लक्षण दिखाई देते है:

  • बहुत अधिक थकान 
  • अचानक से वजन बढ़ना 
  • कब्ज
  • अत्यधिक शुष्क त्वचा 

यदि व्यक्ति को घेंघा रोग (थायराइड ग्रंथि बढ़ना) हो गया है, या फिर ग्रेव्स डिजीज या हाशिमोटो थायरोडिटिस संबंधित कोई ऑटोइम्यून रोग है, तो भी यह टेस्ट किया जा सकता है।

एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडी टेस्ट की तैयारी कैसे करें?

एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडी टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल लिए जाते हैं। डॉक्टर आपको कुछ तैयारी करने के लिए भी कह सकते हैं, जैसे:

  • टेस्ट से कुछ घंटे पहले तक खाना पीना नहीं चाहिए
  • कुछ दवाएं लेना बंद कर दें जैसे ब्लड थिनर, क्योंकि ये टेस्ट के रिजल्ट को बदल देते हैं। हालांकि यह जरूर ध्यान रखें कि डॉक्टर से सलाह लिए बिना खुद से कोई दवा लेना बंद ना करें। 

एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडी टेस्ट कैसे किया जाता है?

व्यक्ति के बांह की नस में सुई लगाकर ब्लड सैंपल एक कंटेनर में लिए जाते हैं। नस में सुई लगने से हल्की सी चुभन जैसी संवेदना हो सकती हैं। इस के साथ इंजेक्शन की जगह पर नील भी पड़ सकता है और हल्की कंपन भी महसूस हो सकती है। हालांकि, ये अधिक समय तक नहीं रहता।

कुछ लोगों को हल्का सा चक्कर व बेहोशी भी हो सकते हैं। सुई लगी जगह पर अतिरिक्त रक्त भी बह सकता है हालांकि यह तभी होता है जब डॉक्टर को खून निकालने में तकलीफ हो। हीमेटोमा (त्वचा के अंदर खून जमना) और त्वचा पर संक्रमण जैसे कुछ खतरे इस टेस्ट से जुड़े हुए हैं।

एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडी टेस्ट के परिणाम का क्या मतलब है?

सामान्य परिणाम:
यदि एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडीज नहीं पाए जाते तो रिजल्ट को नेगेटिव और सामान्य माना जाता है। यह जान लेना भी जरूरी है कि सामान्य वैल्यू अलग-अलग लैब के अनुसार अलग आ सकती है। हालांकि, रिजल्ट का मतलब समान ही रहता है।

असामान्य परिणाम:
यदि एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडीज पाए जाते हैं तो यह रिजल्ट पॉजिटिव या असामान्य माने जाते हैं। खून में एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडीज निम्न स्थितियों के कारण हो सकते हैं:

  • ग्रेव्स डिजीज 
  • हाशिमोटो थायरोडिटिस 
  • हाइपोथायरायडिज्म 
  • मिक्सोडिमा  
  • सिस्टमिक लुपस एरीथेमाटोसस (Systematic lupus erythematosus)
  • थायरोटोक्सीकोसिस
  • टाइप 1 डायबिटीज 

कुछ मामलों में व्यक्ति के खून में एंटीथायरोग्लोबुलिन एंटीबॉडीज बिना किसी गंभीर समस्या के भी मौजूद हो सकते हैं। यदि टेस्ट के परिणाम पॉजिटिव हैं और व्यक्ति में इसका कोई कारण नजर नहीं आता तो डॉक्टर उभरती स्वास्थ्य समस्याओं की जांच करेंगे। 

ये जान लेना भी जरूरी है कि जो महिलाएं गर्भवती हैं या जिनके परिवार में किसी करीबी को ऑटोइम्यून थायरोडिटिस की समस्या रही है तो भी रिजल्ट पॉजिटिव आ सकते हैं। 

परिणाम के बारे में अच्छे से समझने के लिए डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए। उपरोक्त सभी बातें टेस्ट के परिणाम और परिक्षण पर निर्भर करती हैं। इस के अतिरिक्त बीमारी का सही कारण जानने के लिए और टेस्ट भी किए जा सकते हैं।

नोट: टेस्‍ट के रिजल्‍ट और व्‍यक्‍ति के लक्षणों के आधार पर ही उचित निदान किया जाना चाहिए। उपरोक्त जानकारी पूरी तरह से शैक्षिक दृष्टिकोण से दी गई है और यह किसी भी तरह से डॉक्‍टर की चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है।

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संदर्भ

  1. The American Association of Endocrine Surgeons (AAES).[Internet]. American Board of Surgery of the United States. U.S Background: Thyroid tests
  2. UCSF health. [Internet] University of California.Antithyroglobulin Antibody
  3. Pennstate Hershey. [Internet] Milton S Hershey Medical Center, U.S. Thyroid function tests
  4. Henry Kronenberg. Williams Textbook of Endocrinology 7th ed. Philadelphia, PA: Elsevier Saunders; 2016, Chapter 11
  5. Barbara et al. Endocrinology, Adult and Pediatric Journal of Surgical Research, March 2011, Volume 166, Issue 1
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