हृदय को स्वस्थ रखने के लिए अक्सर कम कोलेस्ट्रॉल वाले आहार खाने की सलाह दी जाती है। इनसे न केवल हृदय संबंधित रोगों का जोखिम कम होता है, बल्कि स्ट्रोक की आशंका से भी बचा जा सकता है। यही कारण है कि प्रतिदिन एक अंडा खाने से हृदय रोग नहीं होते हैं।

हृदय रोग में दिल से जुड़ी सभी बीमारियां शामिल होती हैं, जिनके कारण आपके हृदय पर सीधा प्रभाव पड़ता हो, जैसे कि कोरोनरी धमनी रोग, धड़कन में समस्या होना और जन्म से हृदय दोष आदि। हृदय संबंधी रोगों के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन इसका मुख्य कारण खान-पान की आदत होता है।

शोधकर्ताओं की मानें तो इसी कारण इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है कि आप क्या खाते हैं और क्या नहीं। जैसे कि हृदय रोग से बचने के लिए कोलेस्ट्रॉल और सैचुरेटेड फैट की मात्रा का सेवन कम करना चाहिए। यही कारण है कि नए शोध हृदय रोग और अंडों के बीच के संबंध को अवैध बताते हैं। दरअसल लोगों को मानना है कि अंडे के सेवन से हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी समस्याएं बड़ सकती हैं। हालांकि, यह बात पूरी तरह से सच नहीं है क्योंकि अंडे की जर्दी में कोलेस्ट्रॉल और सेचुरेटेड फैट पाया जाता है न कि अंडे के सफेद भाग के अंदर।

अंडे में मौजूद पोषक तत्व
अंडे उन खाद्य पदार्थों में से एक हैं, जो संपूर्ण प्रोटीन से बने होते हैं। प्रोटीन हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है। इसके अलावा अगर अंडे को उसके पीले भाग के साथ पूरा खाया जाए तो इसमें फैट की भी काफी अच्छी मात्रा होती है। हालांकि, कोलेस्ट्रॉल और फैट को नियंत्रित करने के लिए इस भाग को न खाने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा अंडों में विटामिन ए, विटामिन बी12, विटामिन डी, विटामिन ई और फोलेट, सेलेनियम, कोलिन और कई अन्य खनिज पदार्थ मौजूद होते हैं।

myUpchar से जुड़ी डॉक्टर जैस्मिन कौर का कहना है कि हृदय रोग का जोखिम अधिकतर हमारे खाने की आदतों से जुड़ा होता है, इसके अलावा अंडों के सेवन से हृदय रोग को कोई बढ़ावा नहीं मिलता है। लेकिन, अगर आपको पहले कभी हृदय रोग हो चुका हो या फिर उससे जुड़े लक्षण दिखाई दे रहे हों तो अंडे की जर्दी से परहेज करें। 

तो चलिए अब जानते हैं अंडे के सफ़ेद और पीले भाग के पोषक तत्वों के अंतर के बारे में :

एग वाइट (अंडे का सफ़ेद भाग)
कुल सामान्य वजन - 33 ग्राम

एग योल्क (अंडे का पीला भाग)
प्रति 100 ग्राम अनुसार :

  • प्रोटीन - 15.86 ग्राम
  • कार्बोहाइड्रेट्स - 3.59 ग्राम
  • फैट (वसा) - 26.54 ग्राम

हालांकि, अंडे के पीले और सफ़ेद भाग को मिलाकर भी इतनी वसा या कोलेस्ट्रॉल नहीं बनती है कि वह हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ा सके। इसीलिए शोधकर्ता और डॉक्टर हृदय रोग से ग्रस्त मरीजों को अक्सर केवल अंडे की जर्दी खाने से मना करते हैं न कि पूरा अंडा। ब्रेन स्ट्रोक जो कि रक्त की आपूर्ति के कारण होता है उसमें भी वसा और चिकनाई युक्त आहारों का सेवन मना किया जाता है।

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