जब गर्मी के मौसम में बहुत ज्यादा पसीना आने की वजह से शरीर में चिपचिपापन महसूस होने लगता है और शरीर से दुर्गंध भी आने लगती है तो हम में ज्यादातर लोग क्या करते हैं- खुशबू वाले टेलकम पाउडर का इस्तेमाल करते हैं। पसीने की वजह से होने वाली खुजली और जलन से बचने में सफेद रंग का सौम्य और मुलायम पाउडर शरीर को राहत पहुंचाता है। सिर्फ वयस्क ही नहीं बल्कि नवजात शिशु को भी बड़ी मात्रा में बेबी पाउडर लगाया जाता है।

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बच्चों में होने वाले डायपर रैशेज (चकत्ते) की समस्या दूर करने के लिए और बच्चे की मुलायम त्वचा और खासकर हड्डियों के जोड़ वाले हिस्से को रगड़ से बचाने के लिए नवजात शिशु को मांएं बेबी पाउडर लगाती हैं। बहुत सी महिलाएं मेकअप करने के दौरान चेहरे को गोरा करने के मकसद से भी चेहरे पर पाउडर का इस्तेमाल करती हैं जिसे फेस पाउडर कहते हैं। अब जब पाउडर का इतना ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है, तो आप भी यही सोचते होंगे कि पाउडर का इस्तेमाल पूरी तरह से सुरक्षित और फायदेमंद है। लेकिन ऐसा नहीं है। 

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टेलकम पाउडर, बेबी पाउडर या फेस पाउडर जैसे किसी भी पाउडर का इस्तेमाल फायदेमंद कम लेकिन सेहत के लिए नुकसानदेह ज्यादा है। पाउडर ऐसी कई चीजों को मिलाकर बनता है जो शरीर के लिए कई तरह से नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। पाउडर के बारे में अब तक जितनी भी रिसर्च हुई है उसमें भी यही बताया गया है कि पाउडर का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करने से कई तरह की बीमारियों का खतरा भी हो सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको पाउडर लगाने के नुकसान, फायदे और पाउडर लगाने का सही तरीका क्या है, इस बारे में बता रहे हैं।

  1. टेलकम पाउडर क्या है? - What is talcum powder in hindi?
  2. टेलकम पाउडर के नुकसान - Side effects of talcum powder in hindi
  3. टेलकम पाउडर के फायदे - Benefits of talcum powder in hindi
  4. टेलकम पाउडर लगाने का सही तरीका - Right way to use powder in hindi

टेलकम पाउडर टैल्क से बनता है। टैल्क एक खनिज है जो मुख्य रूप से मैग्नीशियम, सिलिकॉन और ऑक्सीजन से बना होता है। यह कॉस्मेटिक उत्पादों जैसे कि बेबी पाउडर, अडल्ट बॉडी पाउडर और चेहरे के लिए इस्तेमाल होने वाले फेस पाउडर के साथ-साथ कई अन्य मेकअप उत्पाद और उपभोक्ता उत्पाद जैसे- डियोड्रेंट आदि में भी व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। 

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अपने प्राकृतिक रूप में, कुछ टैल्क में ऐस्बेस्टॉस होता है। यह एक ऐसा पदार्थ है जिसे अगर सांस के जरिए शरीर के अंदर ले लिया जाए तो यह फेफड़ों में और उसके आसपास के हिस्से में कैंसर पैदा कर सकता है। वैसे तो अब ज्यादातर टेल्कम पाउडर को ऐस्बेस्टॉस फ्री कहा जाता है, बावजूद इसके इसमें बेहद बारीक फाइबर्स होते हैं जिन्हें घुलने में सालों साल का समय लग जाता है।

वैसे तो टेल्कम पाउडर नमी को अवशोषित करता है और घर्षण को कम करता है और इसलिए यह त्वचा की सुरक्षा करता है। लेकिन जब आप इस पाउडर को शरीर पर छिड़कते हैं तो इसे बड़ी आसानी से सांस के द्वारा शरीर के अंदर इन्हेल भी किया जा सकता है। जब महिलाओं के जननांग क्षेत्र पर पाउडर लगाया जाता है तो यह योनि के माध्यम से, गर्भाशय में और फैलोपियन ट्यूब के साथ अंडाशय तक भी पहुंच सकता है और शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

टेलकम पाउडर के संपर्क में आने और इसका बहुत ज्यादा उपयोग करने से बेहद खतरनाक और संभावित जानलेवा बीमारियां भी हो सकती हैं।

पाउडर के कारण श्वसन संबंधी समस्या - Breathing problem due to powder use in hindi

टेलकम पाउडर छोटे-छोटे कणों से बना होता है जिन्हें सांस के जरिए आसानी से शरीर के अंदर इन्हेल किया जा सकता है और इन कणों की वजह से फेफड़ों में जलन की समस्या हो सकती है। जब नवजात शिशु के शरीर पर पाउडर लगाया जाता है तो शिशु इसे आसानी से सांस के जरिए शरीर के अंदर खींच सकता है और बीमार हो सकता है। टेलकम पाउडर अंतःश्वसन (इन्हेलेशन) से जुड़े लक्षणों में- जल्दी जल्दी सांस लेना, खांसी आना, बच्चे के शरीर का नीला पड़ना, डायरिया, उल्टी शामिल है।

अमेरिकन अकैडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स बच्चों में वैसे पाउडर का इस्तेमाल न करने की सलाह देता है जिसमें टैल्क हो। सिर्फ नवजात शिशु ही नहीं अगर कोई वयस्क भी टैल्क को सांस के जरिए शरीर के अंदर खींच ले तो उनमें भी सांस संबंधी बीमारियां हो सकती हैं जैसे- सांस लेते वक्त घरघराहट की आवाज आना, खांसी, बहुत धीरे-धीरे सांस लेना, फेफड़ों में लंबे समय तक सूजन और जलन की समस्या होना जिसे टैल्कोसिस भी कहते हैं।

टेलकम पाउडर के कारण अस्थमा और निमोनिया - Asthma due to powder use in hindi

टेलकम पाउडर को सांस के जरिए शरीर के अंदर लेने पर वैसे लोग जो अधिक संवेदनशील हों उनमें अस्थमा या निमोनिया के लक्षण विकसित होने का कारण बन सकता है।

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पाउडर के इस्तेमाल से स्किन प्रॉब्लम - Skin problem due to powder in hindi

टेलकम पाउडर के इस्तेमाल से सांस संबंधी समस्याएं और कैंसर के अलावा यह कई बार स्किन के लिए भी नुकसानदेह हो सकता है। जी हां, अगर त्वचा में चोट लगी हो या स्किन फट गई हो तो ऐसी जगह पर टेलकम पाउडर, फेस पाउडर या कोई भी ऐसी चीज जिसमें टैल्क हो उसका इस्तेमाल करने से स्किन में इंफेक्शन और इन्फ्लेमेशन (सूजन-जलन) होने का खतरा हो सकता है।

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टेलकम पाउडर के कारण अंडाशय का कैंसर - Ovarian cancer due to powder use in hindi

इस बारे में अब तक जितनी भी स्टडीज हुई उसके निष्कर्षों के आधार पर यही सुझाव दिया गया है कि टेलकम पाउडर अंडाशय या गर्भाशय के कैंसर का कारण बन सकता है, अगर टेलकम पाउडर के कण यात्रा करते हुए (जननांग क्षेत्र पर या सैनिटरी नैपकिन, डायाफ्राम, या कंडोम पर लगे हों) योनि, गर्भाशय और फैलोपियन ट्यूब के माध्यम से अंडाशय तक पहुंच जाएं।

महिलाओं में इस बारे में हुए कई अध्ययनों ने टेलकम पाउडर का इस्तेमाल और अंडाशय के कैंसर के बीच संभावित लिंक को देखा है। वैसे तो इन अध्ययनों के निष्कर्ष मिलेजुले हैं क्योंकि कुछ अध्ययनों में जहां कैंसर के जोखिम थोड़ा बढ़ा हुआ बताया गया है वहीं, कुछ अध्ययनों में कैंसर के मामलों में किसी तरह की वृद्धि नहीं हुई।

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साल 2003 में 16 अध्ययनों के आंकड़ों को मिलाकर एक विश्लेषण किया गया, जिसमें टैलकम पाउडर इस्तेमाल करने वाली महिलाओं के बीच अंडाशय का कैंसर होने के मामले में 30 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। हालांकि अध्ययन से यह भी पता चला कि केवल कुछ प्रकार के अंडाशय के कैंसर के मामलों में ही बढ़ोतरी हुई।

टेलकम पाउडर के कारण एंडोमेट्रियल कैंसर - Endometrial cancer due to powder in hindi

टेलकम पाउडर को लेकर हुए विभिन्न अध्ययनों में से एक ऐसा भी था जिसमें टेलकम पाउडर के इस्तेमाल और एंडोमेट्रियल कैंसर के बीच एक लिंक पाया गया। एंडोमेट्रियल एक ऐसा कैंसर है जो महिला के गर्भाशय की परत (यूट्रस लाइनिंग) में शुरू होता है। रजोनिवृत्त (मेनोपॉज पार कर चुकी) महिलाएं जिन्होंने हफ्ते में कम से कम एक बार टेलकम पाउडर का उपयोग किया था, उनमें इस कैंसर के विकास का खतरा अधिक पाया गया। इंटरनैशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर जो विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO का एक हिस्सा है, वह जननांगों के अध्ययन के आधार पर टैल्क को "संभवतः मनुष्यों के लिए कैंसरकारी" के रूप में वर्गीकृत करता है।

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टेलकम पाउडर, सबसे नरम खनिजों में से एक टैल्क को परिष्कृत करके तैयार किया जाता है। वैसे तो टैल्क, स्किन पर इस्तेमाल होने पर किसी तरह की रासायनिक प्रतिक्रिया उत्पन्न नहीं करता और इसीलिए इसे नवजात शिशु की बेहद संवेदनशील त्वचा पर भी उपयोग किया जाता है। इसके अलावा भी टेलकम पाउडर के कई फायदे हैं:

  • पाउडर नमी को अवशोषित करके एक सफाई एजेंट के रूप में भी काम करता है जो पसीने और बैक्टीरिया को दूर रखने में सहायता कर सकता है। टेलकम पाउडर किसी भी प्रकार की त्वचा को नरम और साफ रखने के लिए बेस्ट माना जाता है।
  • दाढ़ी बनाने या शेविंग करने के बाद त्वचा को ठंडा और मुलायम बनाने में भी मदद करता है टेलकम पाउडर
  • स्किन में होने वाली किसी भी तरह की घर्षण को रोककर स्किन पर चकत्ते और उभार या सूजन को भी रोकता है (और पढ़ें- त्वचा पर चकत्तों के घरेलू उपाय)
  • त्वचा को ड्राई रखने के लिए नमी और तेल को अवशोषित करने में भी मदद करता है टेलकम पाउडर और साथ ही में खुजली से भी राहत दिलाता है
  • टेलकम पाउडर को पुरुषों के जननांगों में होने वाली खुजली और पसीने की समस्या को दूर करने के लिए सुरक्षित माना जाता है। इसे पुरुष जननांग के किसी भी तरह के कैंसर से जोड़कर नहीं देखा जाता है।
  • कभी भी टेलकम पाउडर को सीधे बच्चे की त्वचा पर या अपनी स्किन पर न लगाएं। इसकी जगह पाउडर को किसी कपड़े या पफ पर निकाल लें और उसके बाद उस कपड़े या पफ को स्किन पर हल्के हाथों से थपकी देते हुए लगाएं।
  • पाउडर का इस्तेमाल करते वक्त उसे हमेशा अपने और बच्चे के चेहरे से दूर ही रखें। ऐसा करने से पाउडर को सांस के जरिए शरीर के अंदर लेने (इन्हेलेशन की समस्या) का खतरा नहीं रहेगा।
  • टेलकम पाउडर को बच्चे के जननांगों पर और यदि आप महिला हैं तो अपने जननांगों पर बिलकुल इस्तेमाल न करें।
  • यदि आप अपने शरीर पर टेलकम पाउडर का इस्तेमाल करती हैं तो इसे संयम से उपयोग करें। मोटी परतों में इसे अपने शरीर पर न लगाएं। इसे सिर्फ तभी इस्तेमाल करें जब कोई और विकल्प उपलब्ध न हो, लेकिन सावधानी के साथ पाउडर का उपयोग करें।
  • थोड़ी सी मात्रा में ही टेलकम पाउडर को डिब्बे से बाहर निकालें क्योंकि बहुत ज्यादा हिलाने या ज्यादा मात्रा में पाउडर निकालने से इसके कण हवा में फैल सकते हैं जिससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
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