अक्सर सूर्यग्रहण को देखने के लिए कई तरह के दिशा-निर्देश दिए जाते हैं। कई प्रकार के चश्मे, टेलिस्कोप, सोलर व्यूअर या फिर इसके अलावा एक्स-रे फिल्म के जरिए भी सूर्यग्रहण का अद्भुत नजारा देखा जा सकता है। कई लोग ऐसे दिशा-निर्देशों का पालन करते भी हैं। क्यों? क्योंकि ग्रहण के वक्त हानिकारक रेडिएशन निकलने की आशंका होती है, जो आंखों को नुकसान पहुंचा सकती है। इन रेडिएशन की वजह से आंखों में धुंधलापन और आंखों की रोशनी तक जा सकती है, जिसके बाद व्यक्ति को बेहतर इलाज न मिलने की स्थिति में उम्रभर के लिए अंधेपन से जूझना पड़ सकता है।

बावजूद इसके कई लोग इन निर्देशों को अनदेखा करते हैं। सूर्यग्रहण को नगी आंखों से देखते हैं। नतीजा, आंखों की रोशनी चली जाती है। इतिहास में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं और वर्तमान में इसका ताजा उदाहरण हमारे देश में ही राजस्थान में देखने को मिला है, जहां नंगी आंखों से सूर्यग्रहण देखने से 15 बच्चों की आंखें खराब हो गईं।

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क्या है पूरा मामला?
दरअसल 26 दिसंबर को साल 2019 का आखिरी सूर्यग्रहण दिखाई दिया था। भारत समेत एशिया, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीकी देशों में सूर्यग्रहण दिखाई दिया। कई लोग इस खगोलीय घटना के गवाह बने और विशेष रूप के चश्मे या अन्य किसी चीज के जरिए उन्होंने सूर्यग्रहण को देखा, लेकिन राजस्थान के जयपुर में कुछ बच्चों को नंगी आंखों से सूर्यग्रहण देखना इतना महंगा पड़ा कि उनकी आंखें खराब हो गईं।

जानकारी के मुताबिक बिना चश्मे और अन्य किसी सुरक्षा के बैगर सूर्यग्रहण देखने वाले 15 बच्चों और युवाओं (10 से 20 साल की उम्र के) की आंखें 70 प्रतिशत तक खराब हो गई। इस घटना के बाद बच्चों को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल (एसएमएस) में भर्ती कराया गया, जहां नेत्र रोग विभाग (ऑपथैल्मोलॉजी डिपार्टमेंट) के डॉक्टरों ने पाया कि बच्चों की आंखें इतनी खराब हो चुकी थीं कि उन्हें सब कुछ धुंधला नजर आ रहा था। डॉक्टरों के मुताबिक बच्चों की आंखें 40 से 70 प्रतिशत के बीच खराब हो चुकी हैं।

आंखों का रेटिना हुआ बर्न
अस्पताल में नेत्ररोग विभाग के अधीक्षक डॉ.कमलेश खिलनानी का कहना है कि बच्चों की आंखों की जांच के दौरान पता चला है कि उनकी आंखों का रेटिना हानिकारक रेडिएशन के कारण जल चुका है। इससे उनकी आंखों के अंदर पीला धब्बा बन गया। उन्होंने बताया कि अब इन बच्चों का इलाज किया जाएगा, जिसके बाद यह सभी साफ देखने लगेंगे।

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सूर्यग्रहण देखने से कैसे प्रभावित होती हैं आंखें?
वैज्ञानिक सूर्यग्रहण को नंगी आंखों से देखने से मना करते हैं, क्योंकि इससे आंखों के रोशनी जाने की आशंका अधिक होती है, जिसकी प्रमुख वजह है ग्रहण के दौरान निकलने वाली हानिकारक किरणें। myUpchar से जुड़ी डॉक्टर जैसमीन कौर के मुताबिक सूर्यग्रहण के समय निकलने वाली हानिकारक किरणें आंखों के रेटिना सेल्स को नुकसान पहुंचाती हैं। इससे रेटिना सेल्स जल जाती हैं और सोलर ब्लाइंडनेस (अंधापन) के साथ सोलर रेटिनोपैथी (रेटिना सेल्स में सूजन की वजह से धुंधलापन आना) की समस्या आ सकती है। डॉक्टर का बताती हैं “ग्रहण के दौरान किरणों के साथ सोलर रेडिएशन निकलता है जो व्यक्ति की आंखों को क्षति पहुंचाता है”।

क्या इलाज संभव है?
डॉक्टर के मुताबिक ग्रहण के दौरान आंखों को पहुंचने वाले नुकसान को ठीक किया जा सकता है। मगर उसकी भरपाई करना मुश्किल होता है। मतलब जैसे सामान्य हाथ या शरीर का कोई अंग आग से जलने पर जख्म तो भर जाता है मगर उसके निशान रह जाते हैं, ठीक उसकी प्रकार रेटिना सेल्स के बर्न होने पर उसको रिपेयर या ठीक तो किया जाता है। मगर जिस हिस्से में रेटिना बर्न होता है उतने हिस्से से विजन या देखने की क्षमता खत्म हो जाती है।  

अंधेपन की स्थिति में इलाज के तौर पर आंखों का ट्रांसप्लांट किया जा सकता है, जबकि धुंधलेपन की स्थिति में रेटिना सेल्स को रिपेयर किया जाता है। रिपेयर के लिए कुछ दवाई और इंजेक्शन भी लगाए जा सकते हैं। मगर यहां रिकवरी की कोई समय अवधि निर्धारित नहीं है। मतलब मरीज के ठीक होने का अनुमान लगाना थोड़ा मुश्किल हैं, क्योंकि यह रेटिना के बर्न और इलाज की प्रक्रिया के शुरू होने पर निर्भर करता है कि व्यक्ति कितने समय में ठीक हो पाएगा।

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सुरक्षित रूप से सूर्यग्रहण देखने के लिए क्या करें?
जयपुर की इस घटना ने यह तो साबित कर ही दिया कि नंगी आंखों से ग्रहण को देखना कितना घातक हो सकता है। इसलिए कुछ चीजों के जरिए आप सूर्य ग्रहण के अद्भुत नजारे को देख सकते हैं, जैसे-

सोलर व्यूअर का करें प्रयोग- सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से बिल्कुल ना देखें। बल्कि इसके लिए आप सोलर फिल्टर या सोलर व्यूअर का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिससे आपकी आंखों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता।

लेंस या चश्मा लगाएं - सूर्य ग्रहण को देखने के लिए स्पेशल गॉगल (खास तरह के चश्मे) का इस्तेमाल करें। अगर आप चाहें तो एक्स-रे फिल्म के जरिए या उसके द्वारा बनाए गए चश्मे से भी ग्रहण को देख सकते हैं।

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