हवाई यात्रा हमेशा लोगों को आकर्षित करती है। हवाई सफर रोमांच से भरा होता है लेकिन ये आपकी सेहत को भी प्रभावित करता है। हवाई यात्रा के दौरान, ऑक्सीजन की कमी से लेकर मुंह का स्वाद खराब होने तक, कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इस सफर को लेकर सावधान रहना बेहद जरूरी है। फिलहाल हम आपको बताने जा रहे हैं कि हवाई यात्रा के दौरान शरीर पर क्या असर पड़ता है और इससे होने वाले नुकसान से कैसे बचा जा सकता है। 

यूनाइटेड स्टेट, ओहियो में स्थित लॉरेन फैमिली हेल्थ सेंटर के डॉ. मैथ्यू गोल्डमैन कहते हैं कि हवाई यात्रा के दौरान प्लेन के अंदर का तापमान, ऑक्सीजन, नमी व दबाव के स्तर में उतार-चढ़ाव होने के कारण शरीर के कुछ सामान्य कार्य प्रभावित हो सकते हैं।

तनाव का स्तर बढ़ जाना 

डॉ. गोल्डमैन कहते हैं कि हवाई जहाज पर जाने से पहले खुशी और तनाव दोनों का अनुभव होता है क्योंकि सफर से पहले चेकिंग के लिए लगी लंबी लाइन, समय पर पहुंचने की जल्दी और प्लेन में सामान पहुंचाने की चिंता में तनाव का स्तर बढ़ जाता है। इसके अलावा कभी-कभी विमान में आरामदायक सीट नहीं मिल पाती है जिससे यात्रा के दौरान परेशानी हो सकती है। 

क्या करें: अगर आपको अपने साथ बैठे लोगों से दिक्कत हो रही है तो उन्हें नजरअंदाज करने की कोशिश करें। कपड़ों वाले बैग की जगह अपनी दवाइयां अपने पास ही रखें।  यदि आपको डायबिटीज या कोई अन्य गंभीर बीमारी है तो टिकट बुक करते समय इस बारे में एयरलाइन को सूचित जरूर करें ताकि यात्रा के दौरान आपके लिए जरूरी स्नैक या खाने की व्यवस्था की जा सके।

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पानी की कमी

डॉ. गोल्डमैन बताते हैं, "एयरप्लेन कैबिन में नमी का स्तर बहुत कम होता है। ऊंचाई पर हवा लगभग पूरी तरह से नमी से रहित हो जाती है जिससे स्किन, नाक और गला सूखने की शिकायत हो सकती है।"

क्या करें: हाइड्रेटेड रहने के लिए, अपने पास एक खाली पानी की बोतल रखें जिसे बोर्डिंग से पहले और चैकिंग प्रक्रिया के बाद भरकर विमान में लेकर जा सकते हैं। आपको प्लेन में मिलने वाले पानी पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए। आंखों को किसी तरह की दिक्कत से बचाने के लिए कांटेक्ट लेंस की बजाय चश्मा पहनें। अपने साथ लोशन, आई ड्रॉप या नेजल स्प्रे रखें।

सक्रिय रहना 

हवाई यात्रा के दौरान अक्सर पैर में खून के थक्के बनने या डीवीटी (डीप वेन थ्रोम्बोसिस) की समस्या हो सकती है। इसे 'इकोनॉमी-क्लास सिंड्रोम' के रूप में भी जाना जाता है। यह स्थिति अक्सर लंबी हवाई यात्राओं के दौरान उत्पन्न होती है। 

क्या करें: यदि आप पानी पीते रहेंगे तो आपको ज्यादा पेशाब आएगा जिससे आप यात्रा के दौरान चलते-फिरते रहेंगे और इस तरह पैरों में थक्के जमने जैसी समस्या नहीं होगी।

प्रतिरक्षा प्रणाली पर असर

प्राकृतिक चिकित्सक एवं एक्यूपंक्चर चिकित्सक तथा 'नैचुरल चॉइसेस फॉर वुमेंस हेल्थ' के लेखक लॉरी स्टीलस्मिथ के अनुसार, "हवाई सफर में प्रतिरक्षा प्रणाली की सुरक्षा करना बहुत जरूरी है। प्लेन में कई बीमार व्यक्ति भी होते हैं और इस समय हवा में नमी न के बराबर होती है। ऐसे में यदि आप तनाव में होते हैं तो शरीर का पीएच ज्यादा एसिडिक हो जाता है।"

क्या करें: फल, नट्स, बीज, सोयाबीन, टोफू और दालें शरीर में एल्केलाइन को बढ़ाती हैं। हवाई यात्रा के दौरान इनका सेवन फायदेमंद हो सकता है।

पेट फूलने की शिकायत

एयर प्रेशर में बदलाव के कारण शरीर में गैस बनने लगती है जिसके कारण पेट फूलनेकब्ज और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल से संबंधित अन्य समस्याएं हो सकती हैं। 

क्या करें: हवाई अड्डे और हवाई जहाज के अंदर प्री-पैक्ड भोजन, रोल, स्नैक्स या क्रैकर्स खाने से बचें। नशीले पदार्थ, सोडा पानी और कैफीन युक्त पेय न पीएं। ये मूत्रवर्द्धक होते हैं जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। प्लेन में च्युइंगम न चबाएं। ऐसा करने पर, आपके शरीर में मुंह के जरिए हवा जाती है जो आगे चलकर गैस की समस्या पैदा कर सकती है।

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