इन दिनों ज्यादातर लोग कंप्यूटर स्क्रीन और चार दीवारी के बीच बंद हो चुके हैं। शारीरिक गतिविधियां नाम भर की रह गई हैं। नतीजतन पेट के रोग बढ़ गए हैं। इन समस्याओं में सही तरह से न सोने की वजह से दिनों दिन इजाफा हो रहा है। असल में आंतों से संबंधित समस्या जैसे कब्ज, सीने में जलन, खट्टी डकारें आदि को सिर्फ पर्याप्त नींद से ही दूर नहीं किया जा सकता बल्कि सही तरीके से सोकर भी इन समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। सही तरह सोने से आपकी आंतें मजबूत भी होती हैं। आइए जानते हैं आंतों की मजबूती के लिए किस तरह से सोना बेहतर होता है।

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सिर को ऊपर उठाएं
रात को सोने के लिए अपने सिर को बाईं ओर से ऊपर की ओर उठाएं। इससे रात के समय पाचन क्रिया बेहतर होती है। अध्ययनों में यह बात पता चली है कि इस पोजीशन से सीने से जलन कम करने में मदद मिलती है क्योंकि ये एसोफिजिअल स्फिंक्टर (भोजन नली के निचले हिस्से के आसपास मांसपेशी का एक गोलाकार बैंड जो ईसोफेगस के खाने की मात्रा को नियंत्रित करता है) को गैस्ट्रिक एसिड से ऊपर रखता है। रिफ्लक्स की स्थिति में दबाव की वजह से एसिड पेट में जल्दी वापिस चला जाता है। ध्यान रखें कि स्थिति कुछ भी हो सोने के लिए अपनी गर्दन को हमेशा ऊपर रखें और रीढ़ की हड्डी को स्थिर रखें। हालांकि इस तरह सोने के लिए आपको एक तकिए की जरूरत है जिसमें आप सहज महसूस कर सकें साथ ही वह आपकी गर्दन और सिर को सपोर्ट भी करे।

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बाईं ओर करवट लेकर सोएं
फिलाडेल्फिया में स्थित ग्रेजुएट हाॅस्पीटल द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया कि रात को बाईं ओर सोने से सीने में जलन कम होती है। इसी अध्ययन से यह भी पता चला कि दाईं ओर सोने से सीने में जलन की समस्या बढ़ती है और सोने में असहजता भी महसूस होती है। अपनी आंत की मजबूती के लिए बेहतर होगा कि पूरी रात बाईं ओर करवट लेकर सोएं। अगर ऐसा करने में समस्या आ रही है तो रात को सोने से पहले अपने दाईं ओर मोटा तकिया रख लें ताकि आराम से पूरी रात बाईं ओर करवट लेकर सो सकें।

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मुंह नीचे रखें
विशेषज्ञों के मुताबिक मुंह को नीचे रखने से पाचन क्रिया में मदद मिलती है। विशेषज्ञों का कहना है कि रात को सोते समय मुंह को नीचे रखना और हाथों को तकिए के ऊपर रखना बेहतर पाचन के लिए अच्छा होता है। आप भी रात को सोने के लिए इस तरीके को अपनाएं। यकीन मानिए अगर पाचन की समस्या से परेशान हैं, तो इस पोजीशन में सोने से पाचन की समस्या कम होगी और आंत मजबूत होगी।

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घुटनों के बीच रखें तकिया
रात को सोते वक्त अगर पीठ, रीढ़ की हड्डी या गर्दन में दर्द है तो अपने घुटनों के बीच में तकिया रखकर सोएं। इससे आपके शरीर को आराम मिलेगा। साथ ही रीढ़ की हड्डी को स्थिर होने में मदद मिलेगी। इस तरह यह पोजीशन आपके पूरे स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मदद करेगी।

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इन बातों का भी रखें ध्यान
अगर आप पाचन संबंधी समस्या से परेशान हैं तो रोजाना रात को साेने से तीन घंटे पहले खाना खाएं। अपने शरीर को इस नियम की आदत डालें। खाना खाने के तुंरत बाद सोने से पाचन क्रिया में समस्या आती है। जब आप सोने के तीन घंटे पहले खाना खा लेते हैं तो इससे शरीर के पास खाना पचाने का पर्याप्त समय होता है। इस तरह आपकी पाचन संबंधी समस्या भी कम होती है और आंत को भी मजबूती मिलती है।

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