सौंफ जिसे ज्यादातर लोग खाना खाने के बाद माउथ फ्रेशनर के तौर पर इस्तेमाल करते हैं, वह सौंफ औषधीय गुणों से भरपूर होती है और हमारे रसोई घर में पाए जाने वाले सबसे अहम मसाले में से एक है। लेकिन अगर आप सोच रहे हैं कि सौंफ का इस्तेमाल सिर्फ भोजन में एक्स्ट्रा फ्लेवर देने का काम करता है तो आप गलत है। ये छोटे-छोटे सौंफ के दाने हमारी सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद हैं और हमें कई तरह की समस्याओं से बचा सकते हैं। कोलिक से कंजंक्टिवाइटिस तक हर तरह की बीमारी दूर करने में मददगार है सौंफ। इतना ही नहीं सौंफ का उपयोग स्टैमिना को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है और नवजात शिशु को अपना दूध पिलाने वाली मां भी सौंफ का इस्तेमाल करती हैं ताकि ब्रेस्ट मिल्क के उत्पादन को बढ़ाया जा सके।

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लेकिन सिर्फ कच्ची सौंफ यूं ही चबाने लेने की बजाए अगर आप सौंफ के पानी का सेवन करें तो यह आपके लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है क्योंकि सौंफ के पानी में न्यूट्रिएंट्स यानी पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है। खासकर सौंफ का पानी वजन घटाने से लेकर बदहजमी, ऐसिडिटी, पेट में गैस, जी मिचलाना और उल्टी की समस्या और पीरियड्स के दौरान क्रैम्प्स की समस्या को दूर करने में रामबाण की तरह काम करता है। लिहाजा इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं सौंफ का पानी कैसे बनता है, सौंफ का पानी पीने के फायदे क्या क्या हैं और सौंफ का पानी पीने के क्या कोई नुकसान भी हो सकते हैं या नहीं।

  1. सौंफ का पानी बनाने की विधि - How to make saunf water in hindi
  2. सौंफ का पानी पीने के फायदे - Saunf ka pani peene ke fayde
  3. सौंफ का पानी पीने के नुकसान - Saunf ka pani peene ke nuksan
सौंफ का पानी पीने के फायदे और नुकसान के डॉक्टर

सौंफ के पानी को आप 2 तरह से बना सकते हैं :
पहला तरीका- रातभर भिगोकर रखना

क्या चाहिए

  • 1 गिलास पानी
  • 1 चम्मच सौंफ 

बनाने की विधि
एक गिलास पानी लें और उसमें 1 चम्मच सौंफ डालें और इस सौंफ को रातभर पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उठने के साथ खाली पेट सौंफ के इस पानी का सेवन करें। आप चाहें तो पानी को छानकर पी लें और सौंफ को चबाकर खा लें।

दूसरा तरीका- गर्म पानी में सौंफ डालना

क्या चाहिए

  • 1 लीटर पानी
  • 2 चम्मच सौंफ

बनाने की विधि
अगर आप सौंफ को उबलने के लिए चढ़ा देंगे तो ऐसा करने से इसके अधिकांश पोषक तत्व खत्म हो जाएंगे। लिहाजा आप इस 1 लीटर पानी को एक पैन में उबलने के लिए चढ़ा दें और जब पानी पूरी तरह से उबल जाए तो गैस बंद कर दें और फिर उसमें 2 चम्मच सौंफ डालकर पैन को 10 मिनट के लिए ढककर रख दें। कुछ देर बाद आपको हल्के पीले रंग का सौंफ का पानी मिल जाएगा। आप सौंफ के इस पानी को दिन में 2 से 3 बार पी सकते हैं। 

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सौंफ का पानी डाइयूरेटिक यानी मूत्रवर्धक भी होता है इसलिए यह यूरिनेशन को बढ़ाकर शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स यानी गंदगी को बाहर निकालकर शरीर को अंदर से साफ करने में मदद करता है। इसके अलावा भी सौंफ का पानी पेट फूलने की समस्या को दूर करता है, मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, पाचन की गति को बढ़ाता है और भूख को भी नियंत्रित करता है। इसके अलावा भी सौंफ का पानी के कई और फायदे हैं :

सौंफ का पानी पीने के फायदे वजन घटाने के लिए - Saunf ka pani ke fayde weight loss ke liye

अगर आप सौंफ के दानों को रातभर पानी में भिगोकर रखें तो सौंफ में मौजूद पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है और जब आप सुबह खाली पेट इस पानी का सेवन करते हैं तो यह वजन घटाने में मददगार साबित हो सकता है। फाइबर से भरपूर होने के कारण सौंफ पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। सौंफ का पानी पीने से संतुष्टि मिलती है और पेट भरा हुआ महसूस होता है।

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सौंफ का पानी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है जिससे आपका शरीर अधिक फैट को बर्न करने में सक्षम होता है और पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार करके फैट के भंडारण को कम करता है। जैसा कि पहले ही बताया जा चुका है कि सौंफ का पानी मूत्रवर्धक होता है इसलिए इस पानी को पीने से मूत्र का प्रवाह बढ़ता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को हटाने में मदद मिलती है, जो बदले में वजन घटाने में योगदान देता है।

सौंफ का पानी पीने के फायदे पीरियड्स में क्रैम्प्स रोकने के लिए - Saunf ka pani ke fayde periods cramps ke liye

ज्यादातर लड़कियों और महिलाओं के लिए मासिक धर्म के दिनों में बहुत ज्यादा दर्द और क्रैम्प्स या ऐंठन महसूस करना एक सामान्य समस्या है। कई बार दर्द ज्यादा होने लगे तो इसे दूर करने के लिए वे ओटीसी दवाइयों का भी इस्तेमाल करने लगती हैं। लेकिन इसमें से करीब 10 से 20 प्रतिशत महिलाएं ऐसी भी हैं जिन्हें इन दवाइयों के सेवन के बाद भी दर्द और क्रैम्प्स में कोई राहत नहीं मिलती है। ऐसे समय में सौंफ का पानी आपकी काफी मदद कर सकता है।

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साल 2012 में हुई एक स्टडी के नतीजों की मानें तो सौंफ का पानी गर्भाशय (यूट्रस) को संकुचित होने से रोकता है क्योंकि इसी की वजह से महिलाओं को पीरियड्स के दौरान दर्द महसूस होता है। इसके अलावा सौंफ के पानी में एस्ट्रोजेन भी होता है जो दर्द और क्रैम्प्स को कम करने के साथ ही मासिक धर्म चक्र की लंबाई को छोटा करता है और पीरियड्स से संबंधित उल्टी और जी मिचलाने की समस्या को भी दूर करता है।

सौंफ का पानी के फायदे बदहजमी दूर करने के लिए - Saunf ka pani indigestion ke liye

पाचन से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या खासकर बदहजमी, पेट फूलना और ऐसिडिटी को दूर करने के लिए आपने भी दादी मां के नुस्खे के तौर पर सौंफ का इस्तेमाल जरूर किया होगा। औषधीय गुणों से भरपूर सौंफ पाचन तंत्र को शांत कर पेट में गैस और एसिड बनने से रोकती है। सौंफ की तासीर ठंडी होती है और जब उसे रातभर पानी में भिगोकर रखा जाता है तो सौंफ का यह पानी पेट को ठंडक देकर बदहजमी और पेट से जुड़ी बाकी समस्याओं को भी दूर करने में मदद करता है।

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सौंफ का पानी के फायदे प्रेगनेंसी में जी मिचलाना रोकने के लिए - Saunf ka pani pregnancy me nausea ke liye

गर्भवती महिलाएं भी सौंफ के पानी का सेवन कर सकती हैं। सौंफ, गर्भावस्था के दौरान पारंपरिक रूप से जी मिचलाने और उल्टी आने की समस्या (मॉर्निंग सिकनेस) को दूर करने में भी मदद करती है। सौंफ का पानी गर्भावस्था की पहली तिमाही में भूख को विकसित करने में मदद करता है जिससे प्रेगनेंसी के दौरान पेट में गैस और सीने में जलन की समस्या दूर होती है। इसके अलावा प्रेगनेंसी की एक और कॉमन समस्या पेट फूलने को भी दूर करता है सौंफ का पानी। लेकिन अपनी प्रेगनेंसी डाइट में सौंफ या सौंफ के पानी को शामिल करने से पहले अपनी डॉक्टर या डाइटिशियन से सलाह जरूर लें कि आपको कितनी मात्रा में सौंफ का पानी पीना चाहिए।

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भूख को कम करने के लिए सौंफ का पानी फायदेमंद - Saunf ka pani bhookh kam karne ke liye

सौंफ न सिर्फ आपके भोजन में अतिरिक्त फ्लेवर डालने का काम करती है बल्कि यह भूख को भी कम करती है। अगर भोजन करने से पहले सौंफ के पानी का सेवन किया जाए तो व्यक्ति को भूख कम लगती है और वह भोजन के दौरान कम कैलोरीज का सेवन करता है। सौंफ में पाया जाने वाले मुख्य कॉम्पोनेंट ऐनिथोल भूख को दबाने या कम करने के लिए जिम्मेदार माना जाता है। जब आपको भूख कम लगेगी आप कम खाना खाएंगे तो जाहिर सी बात है कि आपका वजन भी कम होगा।

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ब्लड शुगर नियंत्रित करने के लिए पिएं सौंफ का पानी - Saunf ka pani blood sugar control ke liye

ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए सौंफ का पानी मददगार साबित हो सकता है। बांग्लादेश में हुए एक अध्ययन, में मेन्थॉलयुक्त सौंफ के बीज से बने पानी के साथ चूहों का इलाज किया गया जिसमें पाया गया कि एक निश्चित खुराक स्तर पर, सौंफ के पानी के इस अर्क ने स्टैंडर्ड एंटीहाइपरग्लाइसिमिक दवाओं की तुलना में ब्लड शुगर के स्तर को कम कर दिया।

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सौंफ के पानी के फायदे खून साफ करने के लिए - Saunf ka pani khoon saaf karne ke liye

जैसा की हमने पहले ही बताया है कि सौंफ का पानी डाइयूरेटिक यानी मूत्रवर्धक होता है और साथ ही इसमें फाइबर की भी अच्छी खासी मात्रा पायी जाती है जिस कारण यह शरीर में जमा टॉक्सिन्स और अशुद्धताओं को बाहर निकाल कर शरीर को अंदर से साफ करने में मदद करता है। इस तरह से सौंफ का पानी पीने से आपका खून भी साफ हो जाता है।

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वैसे तो सीमित मात्रा में सौंफ का पानी पीने से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता और सौंफ को सुरक्षित ही माना जाता है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा सौंफ का पानी पीने लगे तो कुछ समस्याएं या नुकसान भी हो सकता है :

  • सौंफ के पानी में एस्ट्रोजेनिक प्रॉपर्टीज होती है और यह एस्ट्रोजेन हार्मोन की तरह कार्य करता है। लिहाजा बहुत ज्यादा मात्रा में सेवन करने पर यह गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदेह हो सकता है और गर्भ में पल रहे भ्रूण के विकास में रुकावट डाल सकता है। (और पढ़ें - एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ने या कम होने का कारण और इलाज)
  • अगर किसी व्यक्ति को सौंफ से एलर्जी हो तो उसे सौंफ के पानी का भी सेवन नहीं करना चाहिए।
  • सौंफ का पानी कुछ निश्चित कैंसर की दवाइयां और एस्ट्रोजेन गोलियों के साथ परस्पर प्रभाव डाल सकता है इसलिए सौंफ या सौंफ के पानी का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
Dr. Dhanamjaya D

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