कोविड-19 महामारी को लेकर वैक्सीन का इंतजार जल्द खत्म हो सकता है। बीमारी के इलाज में कई संभावित वैक्सीन कैंडिडेट ट्रायल के आखिरी चरण में हैं। ऐसे में उम्मीद है कि इस साल के आखिर में या फिर अगले साल की शुरुआत में नए कोरोना वायरस का एक प्रभावी टीका आ सकता है। वहीं वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खबर ये है कि ब्रिटेन में लंदन के एक प्रमुख अस्पताल को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन का पहला बैच सौंपा जाएगा। इंग्लैंड के चर्चित अखबार "द सन" की रिपोर्ट के मुताबिक वैक्सीन के लिए अस्पताल के स्टाफ को तैयार रहने के लिए कहा गया है। बता दें कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनिका पीएलसी द्वारा वैक्सीन को विकसित किया गया है।

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अगले महीने की शुरुआत से टीकाकरण के लिए रहें तैयार- रिपोर्ट
"द सन" अखबार की रिपोर्ट के तहत अस्पताल के कर्मचारियों से कहा गया है कि वे 2 नवंबर से शुरू हो रहे सप्ताह से वैक्सीन की तैयारी शुरू कर दें। दरअसल कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन को नए कोरोना वायरस के खिलाफ एक गेम-चेंजर के रूप में देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी के चलते अब तक लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सार्स-सीओवी-2 संक्रमण के चलते 27 अक्टूबर तक 11 लाख 64 हजार से अधिक (1,164,516)  लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या भी साढ़े चार करोड़ (4,37,77,188) के करीब पहुंचने को है। यही वजह है कि इस संक्रमण ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को बहुत हद तक प्रभावित किया है। साथ ही महामारी के चलते दुनियाभर में सामान्य जीवन पर भी बड़ा असर पड़ा है।

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ऑक्सफोर्ड वैक्सीन से अधिक उम्मीद
रिपोर्ट के अनुसार वैज्ञानिकों के साथ-साथ दुनियाभर के लोगों को ऑक्सफोर्ड वैक्सीन से बड़ी उम्मीद है। उम्मीद है कि फाइजर और बायोटेक के साथ ऑक्सफोर्ड की कोरोना वायरस की संभावित वैक्सीन को जल्द ही मंजूरी मिल जाएगी। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित की गई इस वैक्सीन को चडॉक्स एनसीओवी-1 (AZD1222 or ChAdOx1 nCoV-19) का नाम दिया गया है। वहीं इस वैक्सीन के स्केलिंग ट्रायल और उत्पादन का जिम्मा एस्ट्राजेनिका (AstraZeneca) को सौंपा था। एस्ट्राजेनिका को यह जिम्मेदारी बीते अप्रैल महीने में दी गई थी।

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वैक्सीन से एक साल तक मिलेगी वायरस से सुरक्षा
दूसरी ओर ब्रिटिश दवा निर्माताओं ने दुनिया भर की कंपनियों और सरकारों के साथ कई दवाओं की आपूर्ति और विनिर्माण सौदों पर हस्ताक्षर किए हैं। लेकिन इनमें से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल के आखिरी चरण के शुरुआती परिणामों की रिपोर्ट पेश करने के बेहद करीब है। गौरतलब है कि बीते जून महीने में सीईओ पास्कल सोरियट ने कहा था कि इस वैक्सीन के जरिए लगभग एक साल तक वायरस से सुरक्षा मिलने की उम्मीद है।

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19: अगले महीने सौंपा जाएगा ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का पहला बैच, अस्पताल स्टाफ को तैयार रहने के दिए निर्देश है

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