दक्षिणी अफ्रीकी देश एस्वातिनी के प्रधानमंत्री एंब्रोज डिलामिनी की मौत हो गई है। इसे उनके कोविड-19 से संक्रमित होने से जोड़ कर देखा जा रहा है। खबरों के मुताबिक, एंब्रोज डिलामिनी चार हफ्ते पहले कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए दक्षिण अफ्रीका के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। रविवार को 52 वर्षीय एंब्रोज की मौत हो गई। गौरतलब है कि एस्वातिनी में संपूर्ण राजतंत्र है। ऐसे में देश के सर्वोच्च नेता के रूप में डिलामिनी की मौत की जानकारी देते हुए उपप्रधानमंत्री थेंबा मासूकु ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, 'उनका आदेश है कि मैं देश को महामहिम प्रधानमंत्री एंब्रोज मंडवुलो डिलामनी के दुखद और आकस्मिक निधन की सूचना दूं। महामहिम ने आज दोपहर को दक्षिण अफ्रीका के एक अस्पताल में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली।'

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गौरतलब है कि एंब्रोज डिलामिनी किसी देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जिनकी कोरोना वायरस के संक्रमण से ग्रस्त होने के बाद मौत हुई है। हालांकि वे इससे संक्रमित होने वाले पहले पीएम नहीं हैं। डिलामिनी से पहले दुनिया के कुछ चर्चित प्रधानमंत्री या राष्ट्राध्यक्ष भी कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव आ चुके हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का है, जो अक्टूबर महीने में वायरस की चपेट में आने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे। उस समय की कुछ मीडिया रिपोर्टों में ट्रंप की हालत को गंभीर बताया गया था। हालांकि वे चुनाव के मद्देनजर इलाज के कुछ ही समय बाद डिस्चार्ज होकर वाइट हाउस वापस आ गए थे। वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी कोरोना वायरस से गंभीर रूप से बीमार पड़ गए थे। उनकी हालत इतनी बिगड़ गई थी कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा था। हालांकि डॉक्टर उन्हें किसी तरह बचाने में सफल रहे।

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इसके अलावा, ब्राजील के चर्चित, लेकिन विवादित राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो भी वायरस की चपेट में आ चुके हैं। वे जुलाई महीने में सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित पाए गए थे। उससे पहले वे इस संकट को लगातार हल्के में ले रहे थे। कोविड-19 महामारी को रोकने या नियंत्रित करने में जिन वैश्विक नेताओं की रणनीतियों व रवैये की सबसे ज्यादा आलोचना हुई है, उनमें ये तीनों नेता शामिल हैं। बोलसोनारो और ट्रंप तो सार्वजनिक रूप से मास्क पहनने से ही इनकार करते रहे हैं। लेकिन बोलसोनारो ट्रंप से एक कदम आगे ही हैं। वे कोरोना वायरस को इतना हल्के में लेते हैं कि इसकी वैक्सीन को लगाने तक से इनकार कर चुके हैं। ब्राजीली राष्ट्रपति का दावा रहा है कि यह एक मामूली बीमारी है और चूंकि उनकी सेहत और जीवनशैली काफी हेल्दी हैं, इसलिए उन्हें इससे कोई खतरा नहीं है।

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बहरहाल, एस्वातिनी की बात करें तो महज 11.4 लाख की आबादी वाले इस छोटे से अफ्रीकी देश में कोरोना वायरस अब तक 6,768 लोगों को संक्रमित कर चुका है। हालांकि अच्छी बात यह है कि इनमें से 127 संक्रमितों की ही मौत हुई है, जबकि बीमारी को मात देने वाले लोगों की संख्या 6,379 है। यानी एस्वातिनी में कोविड-19 का रिकवरी रेट 94 प्रतिशत से भी ज्यादा है। हालांकि दुर्भाग्य से प्रधानमंत्री एंब्रोज डिलामिनी इस आंकड़े का हिस्सा नहीं बन सके। वे उन 1.87 प्रतिशत लोगों में शामिल हो गए हैं, जिनकी जिंदगी कोरोना वायरस ने जान ले ली है। यहां बता दें कि पूरे अफ्रीका में कोविड-19 से जुड़े मामलों की संख्या 24 लाख के नजदीक पहुंच गई है। इनमें 56 हजार से ज्यादा मामलों में मरीजों की मौत हो चुकी है। हालांकि बचाए गए लोगों का आंकड़ा 20 लाख से ज्यादा है।


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव होने के बाद पहली बार किसी देश के प्रधानमंत्री की मौत है

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