अगर बच्चा पढ़ने से लगातार मन चुराता दिखे तो उसे अच्छे से पढ़ाई की अहमियत बताते हुए प्रोत्साहित करते रहना चाहिए. इसके साथ ही बच्चे के साथ बैठकर स्टडी प्लान बनाना चाहिए. याद रहे बच्चे के साथ कभी भी मां-बाप को जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए बल्कि उसको पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करते रहना चाहिए.

आज इस लेख में जानेंगे बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता तो क्या करें.

  1. कैसे लगाए बच्चों का मन पढ़ाई में
  2. परिणाम से ज्यादा सीखना ज़रूरी
  3. सारांश
बच्चों का मन पढ़ाई में कैसे लगाएं के डॉक्टर

हर बच्चा अलग होता है और उसके पढ़ाई करने का ढंग भी अलग होता है लेकिन कुछ बच्चों का पढ़ने में मन नहीं लग रहा. ऐसे में आपको वो वजहें जाननी चाहिए जिससे बच्चे का पढ़ने में मन में नहीं लगता, साथ ही बच्चे का टाइम-टेबल बनाएं और पढ़ने के तरीकों को आसान बनाएं. आइए विस्तार से जानें बच्चों का मन पढ़ाई में कैसे लगाएं.

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ना पढ़ने की वजह जानें

बच्चे के ना पढ़ने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे उसको जो पढ़ाया जा रहा है समझ नहीं आ रहा, स्कूल जाने का डर, आत्मविश्वास की कमी या फिर जो काम उसको दिया जा रहा है उसकी पसंद का नहीं है. वजह जानकार उसे दूर करने की कोशिश करें.

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पढ़ाई के समय को आसान बनाएं

बच्चे को पढ़ने बिठाने से पहले उसको अच्छे से नाश्ता, पानी करवा देना चाहिए.बच्चे को हमेशा किसी शांत और अलग कमरे में ही पढ़ाना चाहिए. बच्चे की पढ़ाई की सारी चीजें जैसे पेंसिल, रबड़, बुक्स उसके पास ही रखें. इन सब बातों का ध्यान रखने से बच्चे का मन पढ़ाई करते समय इधर-उधर नहीं भटकेगा और वह पूरी तरह से पढ़ाई पर ध्यान दे पाएगा.

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बच्चे का टाइम-टेबल बनाएं

बच्चे के साथ मिलकर उसकी पढ़ाई का टाइम टेबल बनाना बहुत जरूरी है. बच्चों को पढ़ाई के साथ खेलने की भी जरूरत होती है. इसलिए उनका पढ़ना, होमवर्क करना, टीवी देखना इस सबका समय निश्चित होना जरूरी है. एक टाइम-टेबल बच्चों को पूरे दिन उनको क्या-क्या करना है यह बताता रहेगा. टाइम-टेबल की वजह से बच्चे अनुशासन के साथ सही समय पर काम पूरा करना भी सीख जाएंगे.

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बच्चों को इनाम दें

बच्चे का मन पढ़ाई में लगाने के लिए समय-समय पर उनको इनाम देने का तरीका भी अपना सकते हैं. इनाम जैसे कभी बच्चों की पसंद का खाना बाहर से मंगवा देना, टीवी देखने देना या फिर कभी अच्छे नंबर लाने पर कोई गिफ्ट दे देना. यह सब तरीके बच्चे का मन पढ़ाई में लगाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. इस तरीके से बच्चे पढ़ने के लिए हमेशा प्रोत्साहित रहेंगे.

बच्चों को तनाव से बचा कर रखें

माता-पिता को बच्चे से समय-समय पर बात करते रहना बहुत जरूरी है. बच्चों के दिल में क्या चल रहा है उनको कोई परेशानी तो नहीं है. बच्चों को तनाव से दूर रखने के लिए उन्हें उनकी पसंद की चीज भी करने देना होगा जैसे साइकिलिंग, गाने सुनना, दोस्तों से मिलना या फिर रंग की किताब मे रंग भरना. इस तरह से बच्चा पढ़ाई को भी उतना ही महत्व देगा.

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अक्सर माता-पिता बच्चों की तुलना करते हैं. जिसकी वजह से बच्चों में आत्मविश्वास की कमी हो सकती है. बच्चे का ध्यान कम और अच्छा सीखने की तरफ लगाना चाहिए. बच्चा कुछ छोटा सीखे या बड़ा मां-बाप को हमेशा उसका हौसला बढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से बच्चे का मन पढ़ाई में जरूर लगेगा.

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बच्चों का मन पढ़ाई में लगाना आसान नहीं है लेकिन अगर बच्चे पर अच्छे से ध्यान देंगे तो उसका भविष्य बेहतर जरूर बना सकते हैं. बच्चों के पढ़ाई से बचने की वजह से लेकर उनका टाइम-टेबल बनाने तक हर पल बच्चे का साथ देना जरूरी है. बच्चे से बात करना उसको तनाव से दूर रखना. इन सब बातों का ध्यान देने से बच्चे का मन पढ़ाई में जरूर लगेगा.

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