ब्लड इन्फेक्शन (सेप्सिस) पर आम सवालों के जवाब

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मुझे कल अचानक से सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और बुखार भी चढ़-उतर रहा था। क्या यह सेप्सिस का लक्षण हो सकता है। मुझे क्या करना चाहिए? क्या सेप्सिस की वजह से इंसान मर भी सकता है?

Dr. Saurabh Shakya MBBS

सेप्सिस एक बहुत ही घातक स्थिति है। सेप्सिस हार्ट अटैक, फेफड़ों के कैंसर या स्तन कैंसर से भी अधिक खतरनाक ब्लड इंफेक्शन की समस्या है। व्यक्ति एक दिन बहुत स्वस्थ, तो अगले ही दिन सेप्सिस की वजह से उसकी मृत्यु भी हो सकती है। सेप्सिस से गंभीर रूप से ग्रस्त व्यक्ति की मौत 12 घंटों के अंदर ही हो सकती है। गंभीर सेप्सिस यानि कि सेप्टिक शॉक 40 से 50 प्रतिशत लोगों में घातक है। सेप्टिक शॉक इतना घातक है कि संक्रमण के लिए शरीर में इम्यून सिस्टम जो प्रतिक्रिया करता है, वह शरीर के अन्य अंगों के सिस्टम को डैमेज कर सकता है। सेप्सिस के कारण शरीर में बहुत सारे अंगों की विफलता या ब्लड प्रेशर के बहुत कम होने से व्यक्ति मर भी सकता है। इस स्थित में आपको बिना देरी किए डॉक्टर के पास जाना चाहिए। हो सकता है कि डॉक्टर आपको अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहें।

सवाल लगभग 4 साल पहले

कल मेरे दोस्त की तबीयत बहुत खराब हो गई थी। उसे सांस में दिक्कत, पेट में दर्द, पेशाब भी कम आ रहा था और उसका व्यवहार भी थोड़ा चिड़चिड़ा हो गया था। हम उसे डॉक्टर के पास ले गए, उन्होंने उसका ब्लड टेस्ट किया था जिसकी रिपोर्ट से पता चला कि उसे ब्लड में इंफेक्शन हो गया है। डॉक्टर सेप्सिस के लिए उसे ट्रीटमेंट दे रहे हैं। क्या ऐसा हो सकता कि कोई व्यक्ति सेप्सिस से ग्रस्त हो और उसे इसका पता भी न हो?

Dr. Vinod Verma MBBS

सेप्सिस का पता शरीर में इसके लक्षणों के बगैर नहीं लगाया सकता है, जिसमें सांस लेने में दिक्कत, निमोनिया, यूरिन इंफेक्शन और शरीर के तापमान में बदलाव आना शामिल हैं। अगर किसी व्यक्ति को पहली बार यह संक्रमण हुआ है, तो संभव है कि सेप्सिस व्यक्ति के शरीर में हो सकता है और उसे इसका पता भी न हो।

सवाल लगभग 4 साल पहले

मुझे कुछ दिनों से शरीर में जलन हो रही थी, जिसके बाद मैंने अपना ब्लड टेस्ट करवाया है, रिपोर्ट से खून में इंफेक्शन का पता चला है। मैं इसके लिए डॉक्टर से इलाज करवा रहा हूं। क्या यह सेप्सिस हो सकता है? क्या खून में संक्रमण सेप्सिस ही होता है?

Dr. Piyush Malav MBBS, MS

कुछ प्रकार के बैक्टीरिया की वजह से खून में इंफेक्शन हो सकता है, जिसके कारण सेप्सिस हो सकता है। खून में बैक्टीरिया की वजह से गंभीर संक्रमण होता है जिसे ब्लड पोइज़निंग भी कहते हैं। सेप्सिस संक्रमण के प्रति शरीर अक्सर घातक प्रतिक्रिया करता है। बैक्टीरियल संक्रमण सेप्सिस का सबसे आम कारण है। सेप्सिस की वजह से दुनिया भर में लगभग एक तिहाई लोगों की मृत्यु हो जाती है।

सवाल लगभग 4 साल पहले

मुझे पिछले 2 दिनों से सांस लेने में तकलीफ, पेशाब भी कम आ रहा है और पेट में दर्द है। मुझे ये सेप्सिस के लक्षण लगते हैं। मुझे एक बार पहले भी सेप्सिस हो चुका है। क्या मुझे दोबारा भी सेप्सिस हो सकता है?

Dr. Suhas Bhargav MBBS

सेप्सिस किसी भी समय और किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है, लेकिन कुछ लोगों में दूसरों की तुलना में सेप्सिस के जोखिम अधिक होते हैं। जब आपको कोई संक्रमण होता है, तो इसके ठीक होने के बाद भी आपमें इसका खतरा बना रहता है। 65 साल से अधिक उम्र के लोगों में सेप्सिस के जोखिम अधिक होते हैं।

सवाल लगभग 4 साल पहले

कल मेरे भाई की तबीयत बहुत खराब हो गई थी, जिसके बाद हम उसे अस्पताल ले गए थे। डॉक्टर ने उसका ब्लड टेस्ट किया था, रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर ने कहा कि उसे सेप्सिस हो गया है और उसे अस्पताल में भर्ती कर लिया। क्या सेप्सिस को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है?

Dr. K. M. Bhatt MBBS, PG Dip

सेप्सिस के अधिकांश मामलों में यह बैक्टीरियल संक्रमण की वजह से होता है। सेप्सिस को एक संक्रामक समस्या नहीं माना जाता है। अगर सेप्सिस का पता शुरू में ही लगा लिया जाता है और तभी इसका ट्रीटमेंट शुरू किया जाता है, तो इसे जल्दी और पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। सेप्सिस के लिए इलाज में मरीज को अस्पताल में भर्ती करवाया जाता है, नसों में एंटीबायोटिक दी जाती है और थेरेपी की मदद से इलाज किया जाता है। इसके ट्रीटमेंट से सेप्सिस की वजह से शरीर के अंगों में हुई गड़बड़ी को ठीक होने में भी मदद मिलती है।

सवाल लगभग 4 साल पहले

कुछ दिनों से मैं बीमार था, जिसके बाद मैंने ब्लड टेस्ट करवाया था। रिपोर्ट में पता चला कि मुझे सेप्सिस है। क्या सेप्सिस की वजह से हृदय से जुड़ी समस्या भी हो सकती है?

Dr. Saurabh Shakya MBBS

शोधकर्ताओं ने रिसर्च के माध्यम से पता लगाया कि सेप्सिस से ग्रस्त मरीजों में हृदय से जुड़ी समस्या होना आम है। शोधकर्ताओं की टीम ने रिसर्च में पाया कि सेप्सिस हिस्टोन प्रोटीन कोशिकाओं की क्षति के बाद रक्त प्रवाह में रिलीज होने पर हृदय की मांसपेशियों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है।

सवाल लगभग 4 साल पहले

कल से मुझे सांस लेने में दिक्कत हो रही है, दिल बहुत तेज धड़कता है और मेरा मूड भी बार-बार बदलता रहता है। मुझे गंभीर सेप्सिस हुआ है। क्या यह मेरे दिमाग पर भी असर कर सकता है?

Dr. Madhur Anand MBBS, MS

सेप्सिस से ग्रस्त मरीजों का ब्लड प्रेशर कम हो जाता है और उन्हें शरीर में सूजन भी हो जाती है जो मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे संज्ञानात्मक समस्या हो भी सकती है। इस स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हो जाना चाहिए। गंभीर सेप्सिस के शरीर पर बहुत घातक परिणाम हो सकते हैं, इसलिए इलाज में बिल्कुल भी देरी न करें।

सवाल लगभग 4 साल पहले

मुझे कुछ दिनों से सांस लेने में दिक्कत, दर्द, थकान और बुखार भी चढ़-उतर रहा है। ऐसा लगता है कि मुझे सेप्सिस हो गया है। क्या सेप्सिस खुद ही ठीक हो सकता है या मुझे इसके लिए ट्रीटमेंट लेना पड़ेगा?

Dr. Manoj Meena MBBS

गंभीर सेप्सिस के कारण लोग बहुत बीमार हो जाते हैं और इसकी वजह से शरीर के कई अंगों पर भी प्रभाव पड़ता है, जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। सेप्सिस के लिए इलाज उपलब्ध है। अगर इस समस्या को जल्दी पहचान लिया जाता है और इसके लिए इलाज शुरू किया जाता है, तो इसे जल्दी और विकसित हुए बिना ठीक किया जा सकता है। सेप्सिस को ठीक करने के लिए इलाज की जरूरत होती है। अगर आप इसके लिए इलाज नहीं लेते हैं, तो यह गंभीर हो सकता है जो कि आपके स्वास्थ्य के बहुत घातक है, जिससे मृत्यु भी हो सकती है। इसलिए आप तुरंत डॉक्टर से मिलें।

सवाल लगभग 4 साल पहले

मुझे सांस लेने में दिक्कत हो रही है और मेरा प्लेटलेट काउंट भी बहुत कम है। आज मुझे निमोनिया भी हो गया है। डॉक्टर ने कहा कि मुझे सेप्सिस हुआ है। क्या सेप्सिस की वजह से निमोनिया भी हो सकता है?

खून में संक्रमण की वजह से सेप्सिस हो जाता है। यह समस्या गंभीर होकर सेप्टिक शॉक का कारण भी बन सकती है। इसके लक्षणों में निमोनिया भी शामिल है। खून में बैक्टीरिया की वजह से गंभीर संक्रमण होता है, जिसे ब्लड पोइज़निंग कहते हैं। सेप्सिस संक्रमण के प्रति शरीर की प्रक्रिया घातक होती है। सेप्सिस के कारण लाखों लोगों की मौत हो जाती है। यह बहुत घातक है, जिसके के लिए तुरंत इलाज लेने की जरूरत होती है।