बेंगलुरु में कोरोना वायरस से संक्रमित एक आईटी एक्सपर्ट की पत्नी भी सीओवीआईडी-19 से ग्रस्त पाई गई है। खबरों के मुताबिक, यह महिला उत्तर प्रदेश के आगरा की रहने वाली है। शनिवार को उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। बताया जा रहा है कि यह महिला कुछ दिन पहले ही अपने पति के साथ इटली से लौटी थी। शुक्रवार को पति के संक्रमित होने की पुष्टि की गई थी। बाद में पत्नी में भी वायरस होने का पता चला।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि महिला को पति में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के बाद उससे अलग कर दिया गया था। उससे पहले महिला बीती आठ मार्च को फ्लाइट के जरिए बेंगलुरु से दिल्ली पहुंची थी। वहां से अपने माता-पिता से मिलने के लिए उसने ट्रेन से नई दिल्ली-आगरा की यात्रा की। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि वे जब महिला के घर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि वहां परिवार के आठ लोग और मौजूद थे। इसके बाद सभी लोगों को अलग-थलग किया गया।

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पंजाब में सभी रेस्टोरेंट और सिनेमा बंद
पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए राज्य के रेस्टोरेंटों और सिनेमाघरों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, इस महीने के आखिर तक सभी सिनेमा हॉल और रेस्टोरेंट बंद रहेंगे। इससे पहले सरकार ने स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का निर्देश दिया था। गौरतलब है कि अब तक कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद करने की घोषणा की जा चुकी है। इनमें दिल्ली, यूपी, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, बिहार आदि शामिल हैं।

कोरोना से बचाव में मददगार हो सकते हैं मास्क और सैनिटाइजर
वैश्विक स्तर पर नए कोरोना वायरस के फैलने के बाद भारत में भी इसका असर बढ़ता दिख रहा है। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारें हर संभव कोशिश में जुटी हैं ताकि सीओवीआईडी-19 से लोगों का बचाव किया जा सके। इसी क्रम में भारत सरकार ने वायरस से बचाव के प्राथमिक विकल्प के रूप में मास्क और सैनिटाइजर को 'जरूरी वस्तु' घोषित कर दिया है। खबर के मुताबिक, सरकार ने आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत यह घोषणा की है।

केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए यह घोषणा की गई है। मंत्रालय का कहना है कि उसे मालूम चला कि पिछले कुछ दिनों से बाजार में मास्क (एन 95 और अन्य मास्क) और हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं या फिर इन्हें अत्यधिक कीमतों पर बेचा जा रहा है। ऐसे में उसे संबंधित अधिनियम के तहत आदेश जारी करना पड़ा।

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30 दिन में कंट्रोल नहीं तो बढ़ सकता है खतरा
उधर, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने देश में कोरोना वारयस के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जाहिर की है। आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव का कहना है कि भारत में सीओवीआईडी अभी अपने दूसरी स्टेज में है। इसका मतलब है कि जिस व्यक्ति की पहचान संक्रमित के रूप में हुई है, उसका रिकॉर्ड कोरोना वायरस प्रभावित देशों की यात्रा से जुड़ा है। यानी वह व्यक्ति या तो विदेश यात्रा से लौटा या फिर संक्रमित देश के किसी शख्स के संपर्क में आया। सीधे-सीधे कहें तो भारत में यह वायरस किसी स्वस्थ्य व्यक्ति के संक्रमित होने से नहीं फैला है।

इसके साथ आईसीएमआर के महानिदेशक ने यह भी कहा कि भारत को कोरोना संकट की तीसरी स्टेज को आने से रोकना होगा। भार्गव के मुताबिक सरकार के पास कोरोना वायरस को कम्युनिटी ट्रांसमिशन के स्तर पर फैलने से रोकने के लिए 30 दिन का वक्त है। यह समय अभी से शुरू होता है और सीओवीआईडी-19 के मामलों को जल्द से जल्द बढ़ने से रोका जाए।

आईसीएमआर ने चेताया है कि तीसरे चरण में कोरोना वायरस व्यापक स्तर पर लोगों को प्रभावित कर सकता है और चौथे चरण में हालात महामारी वाले हो सकते हैं। इसके बाद वायरस को रोकना बहुत मुश्किल हो जाएगा। इस समझने के लिए चीन के हालिया और इटली के मौजूदा हालात देखे जा सकते हैं।

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