चीन में कोरोना वायरस के मामलों का बढ़ना तमाम कोशिशों के बावजूद रुक नहीं रहा है। ताजा रिपोर्टों के मुताबिक, यहां कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों की संख्या 31 हजार के पार जा चुकी है। इनमें से 638 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 4,825 यानी 15 प्रतिशत लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। इन सबके बीच कोरोना वायरस के बारे में सबसे पहले चेतावनी देने वाले डॉक्टर ली वेनलियांग की गुरुवार को मौत हो गई। उनकी मौत के बाद पूरे चीन में लोग नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। वहीं, एक अन्य मामले में गर्भवती महिला से उसके नवजात बच्चे के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की बात सामने आई है।

(और पढ़ें- कोरोना वायरस के लक्षण और कारण)

चीनी डॉक्टर की मौत पर उठे सवाल
ली वेनलियांग की मौत के बाद कई सवाल उठने लगे हैं। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने जनता के दबाव के आगे झुकते हुए जांच की बात कही है। पार्टी का कहना कि वह एक विशेष जांच टीम को डॉक्टर ली के मामले की जांच करने के लिए भेजेगी। दरअसल,
 चीनी प्रशासन ने ली की बात को अनदेखा किया था। खबरें यह भी हैं कि सरकार ने ली की आवाज दबाने के लिए पुलिस द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया। बाद में खबर आई कि डॉक्टर वेनलियांग खुद कोरोना वायरस से संक्रमित है। गुरुवार को आखिरकार उन्होंने दम तोड़ दिया।

एक दिन के बच्चे को वायरस
कोरोना वायरस कितना खतरनाक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि चीन में एक महिला के गर्भ में पल रहा बच्चा भी इससे सुरक्षित नहीं बच सका। दरअसल चीन के वुहान शहर में एक दिन पहले पैदा हुआ एक बच्चा कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। बताया जा रहा है बच्चा 30 घंटे पहले पैदा हुआ था, जब उसकी कोरोना से जुड़ी जांच की गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव मिली।

खबर के मुताबिक, 'वुहान चिल्ड्रन हॉस्पिटल' के डॉक्टरों के मुताबिक गर्भवती महिला पहले से ही वायरस से संक्रमित थी। उन्होंने जांच की कि कहीं बच्चे को भी वायरस ने शिकार ना बना लिया हो। उनका डर सच साबित हुआ। इस पर अस्पताल के एक डॉक्टर जैंग लिंगकोंग का कहना है कि इस घटना से पता चलता यह वायरस मां के जरिए बच्चे में भी फैल सकता है।

(और पढ़ें- थाईलैंड ने कोरोना वायरस के इलाज का किया दावा)

वहीं, हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि इससे पहले भी ऐसा एक मामला 13 जनवरी, 2020 को देखने को मिला था। उस केस में बच्ची की आया और उसकी मां को कोरोना वायरस था। उसके बाद 29 जनवरी को बच्चे में वायरस के पॉजिटिव लक्षण पाए गए थे। डॉक्टर जैंग के मुताबिक सबसे पहले बच्चे की आया में यह संक्रमण पाया गया था, जिसके बाद यह मां तक पहुंचा और उससे बच्चा भी प्रभावित हुआ।

जापान के क्रूज शिप में बढ़ा संक्रमित लोगों का आंकड़ा
उधर, जापान के क्रूज शिप 'डायमंड प्रिंसेस' में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों का आंकड़ा 24 घंटे के अंदर 20 से 61 पहुंच गया। योकोहामा बंदरगाह पर मौजूद क्रूज शिप में मौजूद और 41 लोगों में कोरोना वायरस के सकारात्मक लक्षण मिले हैं। जापान के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक 273 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है, जो कि संभावित रूप से वायरस के संपर्क में थे। वहीं, संक्रमित 41 नए मरीजों को शिप से निकालकर इलाज के लिए भेज दिया गया है। जापान स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना के नए 41 मामलों में से 21 रोगी जापान से हैं।

(और पढ़ें- कोरोना वायरस क्या है और कैसे फैलता है)

बता दें कि कोरोना वायरस के चलते 2,000 से ज्यादा लोग पिछले दो दिन से क्रूज शिप में फंसे हैं, जिन्हें अभी 2 हफ्तों तक वहीं रहना पड़ सकता है। हालांकि शिप में लोगों को खाने-पीने की चीजें दी जा रही हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को उनके कैबिन से बाहर निकलने की अनुमति दी गई है।

ऐप पर पढ़ें