धरती पर मौजूद सभी महाद्वीप कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। खबर है कि कोविड-19 महामारी की वजह बना यह वायरस अंटार्कटिका पहुंच गया है, जो अब तक इससे अछूता एकमात्र महाद्वीप था। दि न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अंटार्कटिका में शोधकार्य से जुड़े चिली के एक रिसर्च बेस में रुके 36 लोगों के कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आए हैं। बताया गया है कि इनमें से 26 लोग चिली की सेना के सदस्य हैं और दस इस बेस के मेंटिनेंस वर्कर हैं। अखबार ने बताया है कि सभी संक्रमित उन 60 लोगों के समूह का हिस्सा हैं, जिन्हें कोरोना के मामले सामने आने के बाद बेस से बचाव अभियान के तहत निकाल कर आइसोलेट कर दिया गया है। इसके बाद संक्रमितों से जुड़ी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी गई है। अखबार ने यह भी बताया है कि अंटार्कटिका स्थित चिली के एक नेवी शिप से लौटे तीन क्रू सदस्यों में भी कोरोना वायरस पाया गया है।

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इसके साथ ही अंटार्कटिका में बीते नौ महीनों से कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आने का सिलसिला खत्म हो गया है। बताया जाता है कि इस महाद्वीप पर करीब 1,000 लोग हैं, जो 40 अलग-अलग बेसों पर मौजूद हैं। अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एसोसिएटिड प्रेस के मुताबिक, कोरोना वायरस के मामले सामने आने के बाद अब इस महाद्वीप पर आने वाले नए लोगों को क्वारंटीन में जाना होगा और तेजी से अपना टेस्ट कराना होगा। एजेंसी ने बताया कि कोविड-19 संकट के चलते अंटार्कटिका का पर्यटन और यहां होने वाला शोधकार्य पहले ही बुरी तरह प्रभावित था। अब कोरोना के केस सामने आने के बाद अंटार्कटिका में प्रशासन और पर्यटन पर लंबे समय तक बुरा प्रभाव बना रहेगा।

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इससे पहले दुनिया के बाकी छह महाद्वीप पहले ही कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। आंकड़े बताते हैं कि कोविड-19 महामारी के चलते अब तक सात करोड़ 84 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 17 लाख 22 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा मामले और मौतें यूरोप में देखने को मिले हैं। यहां कोरोना वायरस ने दो करोड़ 17 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित किया है और पांच लाख से ज्यादा की जान ली है। दूसरे नंबर उत्तरी अमेरिका है, जहां दो करोड़ 14 लाख से ज्यादा लोग वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से चार लाख 82 हजार की मौत हो गई है। इसके बाद एशिया का नंबर आता है। यहां कोरोना वायरस लगभग दो करोड़ लोगों को बीमार कर चुका है और सवा तीन लाख से ज्यादा लोगों की मौत की वजह बना है।

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वहीं, दक्षिण अमेरिका की बात करें तो इस महाद्वीप पर एक करोड़ 26 लाख से ज्यादा लोग सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से साढ़े तीन लाख से ज्यादा की मौत हो गई है। इसके बाद अफ्रीका महाद्वीप के सभी देशों में कुल 25 लाख 60 हजार से ज्यादा लोग कोविड-19 से ग्रस्त हो चुके हैं। इनमें से 60 हजार 155 मारे गए हैं। अंत में ऑस्ट्रेलिया (जिसे अंग्रेजी में ओशियानिया कहते हैं) का नंबर आता है, जो अंटार्कटिका से पहले कोविड-19 से सबसे कम प्रभावित महाद्वीप था। यहां अब तक केवल 47 हजार लोग ही वायरस की चपेट में आए हैं और मरने वालों का आंकड़ा केवल 1,050 है।


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें सातों महाद्वीप कोरोना वायरस की चपेट में, अंटार्कटिका में पहली बार कोविड-19 के मामलों की पुष्टि है

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