महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई स्थित एशिया का सबसे बड़ा स्लम माने जाने वाली धारावी बस्ती में बीते तीन दिनों से कोविड-19 के नए मामलों की संख्या दहाई अंकों की भी नहीं रही है। इस जानकारी को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी नोटिस में लिया है और कोरोना वायरस के नियंत्रण में बेहतर प्रदर्शन करने वाले देशों के नाम के साथ धारावी का भी जिक्र किया है। शुक्रवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कुछ ट्वीट करते हुए डब्ल्यूएचओ ने धारावी का नाम लिया।
एक ट्वीट में संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी के प्रमुख डॉ. टेड्रोस एडनॉम गेब्रेयेसस ने कहा, 'कोरोना वायरस के मामलों की संख्या आज एक करोड़ 20 लाख हो गई है। बीते छह हफ्तों के दौरान केसों की संख्या दोगुना बढ़ गई है। लेकिन पूरी दुनिया में ऐसे देश हैं, जिन्होंने दिखाया है कि भले ही यह संकट तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसे अभी भी नियंत्रित किया जा सकता है। ऐसी मिसाल बने इन देशों में इटली, स्पेन, दक्षिण कोरिया यहां तक कि मुंबई की घनी आबादी वाला इलाका धारावी भी शामिल है, जहां सामुदायिक प्रतिबद्धता और वायरस को रोकने के लिए जरूरी और बुनियादी बातों टेस्टिंग, ट्रेसिंग, आइसोलेटिंग और ट्रीटिंग पर ज्यादा फोकस किया गया है।'
डब्ल्यूएचओ प्रमुख की इस प्रशंसा को महाराष्ट्र सरकार ने हाथोंहाथ लिया है। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने टेड्रोस गेब्रेयेसस के धारावी वाले बयान का वीडियो लिंक शेयर करते हुए कहा, 'हमारी धारावी के लिए यह बहुत बड़ी कामयाबी है। राज्य सरकार, बीएमसी (बृह्नमुंबई महानगरपालिका) की टीमों, गैर-सरकारी संगठनों, जनप्रतिनिधियों और सबसे महत्वपूर्ण हमारे धारावी के लोगों को आगे भी इसी तरह चलना है। उनके प्रयासों को पहचानने के लिए डब्ल्यूएचओ का धन्यवाद।'
गौरतलब है कि धारावी मुंबई शहर में ढाई किलोमीटर के इलाके में फैली एक बस्ती है, जहां की जनसंख्या आठ लाख तक बताई जाती है। यहां के लोग या तो झोपड़-पट्टियों में रहते हैं या फिर बेकार हो चुकी इमारतों में। धारावी की गलियां बहुत सकरी हैं और यहां सीवर खुले में ही बहते हैं। बीती एक अप्रैल को जब इस इलाके में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया तो महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार से लेकर तमाम मेडिकल विशेषज्ञों की चिंता बढ़ गई थी। बाद में जब यहां हालात नियंत्रण से बाहर जाने लगे तो सरकार ने इलाके में आक्रामक तरीके से स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन का काम शुरू करवाया। तमाम प्रयासों की बदौलत आज स्थिति यह है कि मंगलवार को धारावी में कोरोना वायरस का केवल एक मामला दर्ज किया गया। बुधवार को केवल दो मरीज सामने आए और गुरुवार को नौ मामलों की पुष्टि की गई।
यही कारण है कि धारावी में कोविड-19 बीमारी के नियंत्रण में लगे तमाम अधिकारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और जानकारों के साथ-साथ डब्ल्यूएचओ ने भी इस सघन आबादी वाले इलाके में सार्स-सीओवी-2 वायरस के मरीजों की संख्या कम होने की बात स्वीकारी है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कोविड-19 के कुल दो लाख 38 हजार मरीज हैं। इनमें से 90 हजार से ज्यादा मामले अकेले मुंबई से हैं, जिनमें केवल 2,347 (नौ जुलाई तक) मामले धारावी में सामने आए हैं।