कोविड-19 महामारी के दौरान सरकार ने लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। अब इस पर बहस शुरू हो गई है कि आपको मास्क कब और कितनी देर के लिए पहनना चाहिए? मास्क पहनने के दौरान ऐसी कौन-कौन सी गतिविधियां हैं, जिन्हें करने से बचना चाहिए? ये वह सवाल हैं, जिन पर विचार करने की आवश्यकता है। यह सवाल इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि कई ऐसी रिपोर्ट्स सामने आई हैं, जिनमें पता चला कि लोगों को मास्क पहनकर दौड़ने और व्यायाम करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खबरों के मुताबिक मास्क लगाकर रनिंग जैसी गतिविधि के कारण चीन में 26 वर्षीय एक युवक के फेफड़ों ने काम (लंग्स कोलैप्स) करना बंद दिया। कई अन्य देशों से भी इसी प्रकार की घटनाएं  सामने आई हैं। इन मामलों ने वर्कआउट और रनिंग जैसे कठिन अभ्यासों के दौरान मास्क पहनने के विचार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना कोविड-19 से स्वयं के बचाव के लिए सुझाए गए पांच मूल मंत्रों में से है। दुनियाभर के देशों की तरह भारत ने भी कोविड-19 से बचने के लिए 25 मार्च से ही देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था। करीब दो महीने बीत जाने के बाद अब इसमें छूट देने की शुरुआत हो चुकी है। इसका मतलब है कि बहुत जल्द ही लोगों का जिम और पार्कों में जाना शुरू हो जाएगा। चूंकि, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना बहुत आवश्यक है, ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या वर्कआउट के दौरान भी मास्क पहनना जरूरी है? इस लेख में आपके मन में आ रहे ऐसे सारे सवालों का उत्तर दिया जा रहा है।

  1. व्यायाम के दौरान मास्क का इस्तेमाल - Exercise ke time mask ka use
  2. व्यक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए व्यायाम के टिप्स - Personal safety ka dhyan rakhte hue Exercise ke tips
  3. कोविड-19: मास्क लगाकर व्यायाम करना सुरक्षित है? के डॉक्टर

लॉकडाउन में दो महीने घरों में कैद रहने के बाद अब हममें से बहुत से लोग इन प्रतिबंधों के हटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं, ताकि फिर से जिम और पार्कों में व्यायाम के लिए आसानी से जाया जा सके। कई शहरों ने पहले से ही कुछ छूट दी हुई हैं। भारत सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क या फेस कवर पहनने के साथ फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों के पालन की अपील की है। ध्यान रहे ये नियम पार्क और सड़कों पर भी लागू होते हैं।

कोविड-19: रनिंग के दौरान किन बातों को ध्यान में रखें?

आपने अक्सर देखा होगा कि जो लोग लंबी दूरी की दौड़ या मैराथन में भाग लेते हैं वह अक्सर प्रदूषण, तेज गर्मी और सर्दी से बचने के लिए  दौड़ते वक्त पतले कपड़े जैसे मास्क से अपने चेहरे को ढककर रखते हैं। अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने भी एहतियात के तौर पर घर से बाहर जाने पर अपने चेहरे को ढक कर रखने की सलाह दी है। हालांकि, ट्रेनिंग या व्यायाम करते समय मास्क का प्रयोग करना चाहिए या नहीं, इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं है।

इसी से संबंधित एक शोध स्विस जर्नल स्पोर्ट्स में प्रकाशित किया गया। शोध में व्यायाम के दौरान एयरफ्लो-रि​स्ट्रिक्टिंग मास्क पहनने के प्रभावों का अध्ययन किया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि वर्कआउट के दौरान इस तरह के मास्क को पहनने से थकावट बढ़ती है और मांसपेशियों का व्यायाम भी उस तरह से नहीं हो पाता है, जैसा सामान्य अवस्था में होता है। मास्क लगाकर व्यायाम करने से प्रदर्शन में आई कमी के पीछे विशेषज्ञों का तर्क है- चूंकि, मास्क लगाए रहने से हवा की आपूर्ति बाधित होती है, जिससे तंत्रिका तंत्र पर असर पड़ता है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि व्‍यायाम की क्षमता में दर्ज की गई गिरावट भी हवा के कम आपूर्ति के कारण हुई ।

इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए कई फिटनेस कंपनियों और ब्रांडों ने विशेष मास्क भी बनाए हैं, जिसे व्यायाम के दौरान पहनने में कोई दिक्कत नहीं आती है। हालांकि, ज्यादातर इन मास्कों का प्रयोग प्रोफेशनल एथलीटों द्वारा किया जाता है। इतना ही नहीं इन मास्कों की कीमत भी अधिक होती है, ऐसे में इन्हें नियमित रूप से प्रयोग में नहीं लाया जा सकता है। सामान्य रूप से रनिंग करने वालों को फिटनेस विशेषज्ञों का सुझाव है कि दौड़ते या व्यायाम करते वक्त मास्क को नाक से हटा लें और गर्दन पर लटाकाकर रखें। जब व्यायाम खत्म कर लें तो वापस लोगों के संपर्क में आने से पहले मास्क को अच्छे से लगा लें।

किन लोगों को मास्क लगाकर नहीं दौड़ना चाहिए?

विशेषज्ञों का मानना है कि जिन लोगों को सांस लेने में कठिनाई या हृदय संबंधी रोग हैं, उन्‍हें मास्क लगाकर व्यायाम करने से बचना चाहिए। ऐसे लोग अगर मास्क के साथ व्यायाम करते हैं तो उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। लंबे समय तक मास्क लगाए रहने के चलते खून में ऑक्सीजन के स्‍तर के साथ मस्तिष्क तक पहुंचने वाली ऑक्सीजन भी कम हो सकती है। ऐसी स्थिति में सांस लेने में कठिनाई और कमजोरी जैसी दिक्कतें आ सकती हैं।

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अब जैसे-जैसे पार्क और खेल परिसरों को एक-एक करके फिर से खोलना शुरू कर दिया गया है, हममें से कई लोगों को बाहर जाने और फिटनेस रूटीन को दोबारा शुरू करने की तीव्र इच्छा हो रही होगी। हालांकि, हमें ​हमेशा ध्यान रखना होगा कि कोविड-19 वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है, ऐसे में हमारे लिए स्वास्थ्य संबंधी देखभाल और सभी सावधानियां बरतना बहुत महत्वपूर्ण है।

यहां कुछ टिप्स दिए जा रहे हैं, जिनको प्रयोग में लाते हुए आप अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों को फिर से शुरू कर सकते हैं।

  • जब भी आप रनिंग करें तो मास्क को अपनी गर्दन पर लटकाकर रखें। जब पार्क में लोगों के संपर्क में आएं, उस वक्त मास्क से अपने मुंह और नाक को सही से ढक लें। गर्मियों में जब तापमान में वृद्धि हो जाती है तो हर समय स्वयं को हाइड्रेटेड रखें।
  • अन्य लोगों के साथ दौड़ने या व्यायाम के दौरान भी फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाए रखें।
  • लॉकडाउन के बाद जब भी पहली बार जिम में जाएं तो हल्के और कम वजन वाले व्यायामों के साथ शुरुआत करें। चूंकि दो महीने से व्यायाम के अभाव में मांसपेशियां शिथिल होंगी ऐसे में पहले ही दिन अधिक तीव्रता वाले व्यायाम करने से खिंचाव या चोट लगने का जोखिम रहेगा।
  • लॉकडाउन के बाद टेनिस और बैडमिंटन जैसे खेल खेलें। अभी फ़ुटबॉल या बास्केटबॉल जैसे खेल न खेलें, क्योंकि इन खेलों में ज्यादा लोगों की आवश्यकता होती है। कुछ दिनों तक सार्वजनिक स्वीमिंग पूल में जाने से भी बचें।

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