ओरिटस सिरप में आयुर्वेदिक सामग्री (यष्टमधु 200 मिलीग्राम, 200 मिलीग्राम वासा, तुलसी 200 मिलीग्राम, Banafsha 200 मिलीग्राम, जुफा 100 मिलीग्राम, Adrak 100 मिलीग्राम, Bahera 100 मिलीग्राम, काक्रेसिंगी 100 मिलीग्राम, कांताकरी 50 मिलीग्राम, Kulanjan 50 मिलीग्राम, Pippali 50 मिलीग्राम, Saunf 6 मिलीग्राम, और पुदीना सतवा 3 मिलीग्राम)।
खांसी के उपचार में ओरिटस सिरप उपयोगी होते हैं वे वायुमार्ग खोलते हैं, श्लेष्म को भंग करते हैं और विघटित होने लगते हैं। यह ब्रोन्कियल सूजन भी कम कर देता है और गले में गले से राहत देता है। ओरिटस सिरप को मौसमी, एलर्जी और अस्थमा खांसी का इलाज करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह पुरानी ब्रोन्काइटिस के उपचार में भी उपयोगी है।
उपयोग की दिशा:
ओरिटस सिरप के दो चम्मच मौखिक रूप से प्रति दिन लें।
चिकित्सा पर्यवेक्षण के अंतर्गत उपयोग करें