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Kumariasava By Myupchar Ayurveda

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Myupchar Ayurveda... 450 ml आसव 1 बोतल ₹ 382 ₹425 10% छूट बचत: ₹43

  • उत्पादक: myUpchar ayurveda
  • रखने का तरीका: सामान्य तापमान में रखें
  • विक्रेता: Doctorvahini Pvt Ltd
    • मूल का देश: India

    Kumariasava By Myupchar Ayurveda की जानकारी

    Myupchar Ayurveda Kumariasava बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः पाचन तंत्र के रोग, पेशाब में जलन और दर्द, रक्तस्राव, मिर्गी, शुक्राणु की कमी, पेट के कीड़े, मूत्र असंयमिता, थकान, कमजोरी के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। Myupchar Ayurveda Kumariasava के मुख्य घटक हैं गोखरू, चित्रक, आंवला, बाला, धवई फूल, हरीतकी (हरड़), कौंच (कपिकच्छु), लोध्र, मुस्ता, रसना, नागकेसर, मुलेठी, पुनर्नवा, बहेड़ा, विडंग, इलायची, अतिबला, लौह भस्म, चव्या, पुष्करमूल, स्वर्ण माक्षिक भस्म, मूर्वा, एलोवेरा जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Myupchar Ayurveda Kumariasava की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।

    Kumariasava By Myupchar Ayurveda की सामग्री - Kumariasava By Myupchar Ayurveda Active Ingredients in Hindi

    गोखरू
    • ये दवाएं रोगी की जागृत अवस्था को प्रभावित किए बिना दर्द को कम कर सकती हैं।
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ऐसा पदार्थ जिसमें यौन इच्छा को तीव्र करने की क्षमता होती है।
    • वे दवाएं जो बेहतर शारीरिक और मानसिक क्रिया के लिए शरीर के पोषण में सुधार करती हैं।
    • वे दवाएं जो वीर्य के संश्‍लेषण को उत्तेजित करती हैं और पुरुषों में यौन विकारों की एक श्रृंख्‍ला को नियंत्रित करने में असरकारी हैं।
    चित्रक
    • दवाइयां जो बिना बेहोशी के दर्द को कम करती हैं।
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • मस्तिष्क पर काम करते हुए नसों को आराम देने वाले एजेंट।
    • वे तत्‍व जो खून बनाने में मदद करते हैं। इस तरह ये तत्‍व एनीमिया की स्थिति को नियंत्रित करते हैं।
    आंवला
    • ऐसी दवाएं जो दर्द को नियंत्रित करने और बेहोशी (सुधबुध खोने) रोकने के लिए इस्‍तेमाल की जाती है।
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • बुखार के उपचार में उपयोग किए जाने वाले एजेंट।
    • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
    • दवाएं जो भूख को बढ़ाती हैं और एनोरेक्सिया व भूख न लगने के इलाज में इस्तेमाल की जाती हैं।
    • पाचन क्रिया को बेहतर करने वाले तत्‍व।
    • लीवर के कार्यों और उसे खराब होने से रोकने वाले एजेंट।
    • वे दवाएं जो प्रतिरक्षा प्रणाली पर काम कर इम्‍यून की प्रतिक्रिया में सुधार लाती हैं।
    • पाचक एंजाइम का स्त्राव उत्तेजित करके पाचन क्रिया को बेहतर करने वाली दवाएं।
    • मिनरल से भरपूर ऐसे तत्व, जो शारीरिक क्रिया को बेहतर बनाने का काम करते हैं।
    • ऐसे तत्व, जो भरपूर रूप से सभी प्रकार के विटामिन देते हैं, ताकि शरीर की कार्यप्रणाली बेहतर हो।
    • शरीर के मेटाबॉलिज्म को गतिमान करने वाले एजेंट्स।
    बाला
    • एक यौगिक जो बेहोश किए बिना दर्द निवारक के रूप में कार्य करता है।
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • नसों को आराम देने वाले तत्व।
    • मानसिक विकारों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं, जिनका उपयोग डिप्रेशन, पागलपन और सिजोफ्रेनिया के लक्षणों के लिए किया जाता है।
    धवई फूल
    • एक दवा या एक एजेंट जो बेहोश किए बिना दर्द को कम करती है।
    • दवाएं जो त्वचा के छिद्रों को कम करती हैं और शरीर की कोशिकाओं को संकुचित।
    • ये दवाएं मासिक धर्म के रक्त प्रवाह की मात्रा में वृद्धि करती हैं।
    • वे दवाएं जो प्रतिरक्षा प्रणाली पर काम कर इम्‍यून की प्रतिक्रिया में सुधार लाती हैं।
    • ये दवाएं रक्‍त वाहिकाओं को संकुचित कर ब्‍लीडिंग को कम करने में मदद करती हैं।
    • हार्मोंस को संतुलित करके महिलाओं में यौन स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं को ठीक करने वाले एजेंट्स।
    हरीतकी (हरड़)
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • पेट के छाले ठीक करने के लिए उपयोगी एजेंट।
    • पाचन क्रिया को सुधारने व खाने को ठीक से अवशोषित करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं।
    • वे दवाएं या एजेंट जो उत्तेजित नसों को शांत कर तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करती है।
    • वो दवा या एजेंट जो बैक्टीरिया को नष्‍ट या उसे बढ़ने से रोकती है।
    कौंच (कपिकच्छु)
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • ये दवाएं तंत्रिका तंत्र पर अपने असर और उत्तेजित नसों को शांत करने के लिए उपयोग की जाती हैं।
    • दवाएं जिनका इस्तेमाल शुक्राणु के उत्पादन में सुधार के लिए और पुरुष यौन विकारों के इलाज के लिए होता हैं।
    • सूक्ष्म जीवों को खत्म करने और उन्हें बढ़ने से रोकने वाले तत्व।
    • ये दवाएं शरीर में लिपिड और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती हैं और हृदय संबंधी विकारों को नियंत्रित रखने में सहायक हैं।
    लोध्र
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    • ये दवाएं लिवर के कार्य में सुधार करते हैं और इसे संक्रमण से बचाते हैं।
    • सूक्ष्म जीवों को बढ़ने से रोकने वाले या खत्म करने वाले एजेंट।
    • ओव्युलेशन को प्रेरित करने वाले एजेंट्स।
    मुस्ता
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • दवाएं जो त्वचा के छिद्रों को कम करती हैं और शरीर की कोशिकाओं को संकुचित।
    • वे दवाएं जो गैस्‍ट्रोइंटेस्‍टाइनल मार्ग से अत्‍यधिक गैस को निकालने में मदद करती हैं।
    • वो पदार्थ जो गैस्ट्रिक रस के स्राव को बढाकर पाचन तंत्र को उत्तेजित करने में मदद करता है।
    • वो दवा या एजेंट जो बैक्टीरिया को नष्‍ट या उसे बढ़ने से रोकती है।
    रसना
    • दर्द को कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं या एजेंट।
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • मांसपेशियों को आराम पहुंचाने वाली दवाएं।
    नागकेसर
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    • रक्तस्राव को रोकने वाली दवाएं।
    • ऐसे पदार्थ जो प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य को उत्तेजित करके या कम करके उसे ठीक करता है।
    • ऐसे घटक जो हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाते हैं और एनीमिया का इलाज करते हैं।
    मुलेठी
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    • ये दवाएं अवसाद के लक्षणों को नियंत्रित रखने में उपयोगी होती हैं।
    • लीवर के कार्यों और उसे खराब होने से रोकने वाले एजेंट।
    • वो दवा जो प्रतिरक्षा प्रणाली पर कार्य कर इम्यून को बेहतर करती है।
    • वे एजेंट्स जो सूक्ष्‍म जीवों को नष्‍ट या उनके कार्य को रोक कर माइक्रोबियल रेप्लिका (सूक्ष्‍म जीवों की प्रतिकृति) और इसको बढ़ने से बचाते हैं।
    पुनर्नवा
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • वो तत्व जो जीवित कोशिकाओं में मुक्त कणों के ऑक्सीकरण के प्रभाव को रोकता है।
    • ऐसे घटक जो मासिक धर्म के दौरान रक्त प्रवाह को बढ़ाते हैं।
    • लिवर के कार्य को बढ़ाने और उसे हुए नुकसान को कम करने वाले पदार्थ।
    • वो दवा जो खून बनाने के लिए उत्तेजित करती है और इसका उपयोग एनीमिया के उपचार में किया जाता है।
    बहेड़ा
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • ये दवाएं रक्‍त वाहिकाओं को संकुचित कर ब्‍लीडिंग को कम करने में मदद करती हैं।
    • वो दवा या एजेंट जो सूक्ष्म जीवों को नष्ट और उन्हें बढ़ने से रोकता है।
    विडंग
    • संक्रमण करने वाले परजीवी को शरीर से बाहर निकालने वाली दवाएं, खासकर पाचन प्रणाली से।
    • गर्भधारण रोकने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं।
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • वो दवा या एजेंट जो सूक्ष्म जीवों को नष्ट और उन्हें बढ़ने से रोकता है।
    इलायची
    • ये दवाएं रोगी की जागृत अवस्था को प्रभावित किए बिना दर्द को कम कर सकती हैं।
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • ये दवाएं मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करती हैं।
    • पेट के छाले ठीक करने के लिए उपयोगी एजेंट।
    • ऐसा पदार्थ जो पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है और भूख बढ़ाने में फायदेमंद होता है।
    • पेट की गैस को कम करने के लिए इस्‍तेमाल होने वाली दवाएं।
    अतिबला
    • ऐसी दवाएं जो दर्द को नियंत्रित करने और बेहोशी (सुधबुध खोने) रोकने के लिए इस्‍तेमाल की जाती है।
    • ये दवाएं चोट के कारण होने वाली सूजन को कम करती हैं।
    • वो दवा जो प्रतिरक्षा प्रणाली पर कार्य कर इम्यून को बेहतर करती है।
    • शुक्राणु का उत्पादन बढ़ाने वाले एजेंट।
    • शरीर में लिपिड की मात्रा को कम करने के लिए और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने वाली दवाएं।
    लौह भस्म
    • ये तत्व रक्त निर्माण में सहायता करते हैं और एनीमिया के उपचार में मदद करते हैं।
    • बैक्‍टीरिया को बढ़ने से रोकने वाली दवाएं।
    चव्या
    • ये दवाएं रोगी की जागृत अवस्था को प्रभावित किए बिना दर्द को कम कर सकती हैं।
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • ये दवाएं जठरांत्र से अनावश्यक गैस को हटाने में मदद करती हैं।
    • बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने या खत्म करने वाले पदार्थ।
    पुष्करमूल
    • ये एजेंट शरीर में होमियोस्टैसिस (किसी अंग या प्रणाली के असामान्य कार्य को ठीक करने के लिए शरीर की प्राकृतिक प्रक्रिया) की स्थिति को बनाए रखने में मदद करते हैं तथा तनाव और कमजोरी के दौरान शरीर के कार्यों को सुचारु रूप से चलाते हैं।
    • एक दवा या एक एजेंट जो बेहोश किए बिना दर्द को कम करती है।
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
    • लिवर के कार्य को बढ़ाने और उसे हुए नुकसान को कम करने वाले पदार्थ।
    स्वर्ण माक्षिक भस्म
    • दवाइयां जो बिना बेहोशी के दर्द को कम करती हैं।
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • पाचन क्रिया को बेहतर करने वाले तत्‍व।
    • पेट में गैस और सीने में जलन का उपचार करने वाली दवाएं।
    • शरीर में हीमोग्लोबिन का उत्पाद बढ़ाने वाली दवाएं।
    मूर्वा
    • वे दवाएं जो प्रतिरक्षा प्रणाली पर काम कर इम्‍यून की प्रतिक्रिया में सुधार लाती हैं।
    एलोवेरा
    • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
    • शारीरिक ऊतकों को संकुचित करने वाले तत्व जिनका इस्तेमाल अत्यधिक खून बहने को रोकने के लिए किया जाता है।
    • ऐसे पदार्थ जो प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य को उत्तेजित करके या कम करके उसे ठीक करता है।
    • ये दवाएं रक्‍त वाहिकाओं को संकुचित कर ब्‍लीडिंग को कम करने में मदद करती हैं।

    Kumariasava By Myupchar Ayurveda के लाभ - Kumariasava By Myupchar Ayurveda Benefits in Hindi

    Kumariasava By Myupchar Ayurveda इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -



    Kumariasava By Myupchar Ayurveda के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Kumariasava By Myupchar Ayurveda Side Effects in Hindi

    चिकित्सा साहित्य में Kumariasava By Myupchar Ayurveda के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Kumariasava By Myupchar Ayurveda का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।



    Kumariasava By Myupchar Ayurveda से सम्बंधित चेतावनी - Kumariasava By Myupchar Ayurveda Related Warnings in Hindi

    • क्या Kumariasava By Myupchar Ayurveda का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?


      प्रेग्नेंट महिला पर Myupchar Ayurveda Kumariasava के अच्छे या बुरे प्रभाव के बारे में चिकित्सा जगत में कोई रिसर्च न हो पाने के चलते पूरी जानकारी मौजूद नहीं हैं। इसको जब भी लें डॉक्टर से पूछने के बाद ही लें।

      अज्ञात
    • क्या Kumariasava By Myupchar Ayurveda का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?


      स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर Myupchar Ayurveda Kumariasava के अच्छे या बुरे प्रभावों के बारे में कोई रिसर्च नहीं की गई है, इसलिए इस बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। अतः आप डॉक्टर की सलाह पर ही इसको लें।

      अज्ञात
    • Kumariasava By Myupchar Ayurveda का पेट पर क्या असर होता है?


      बिना किसी डर के आप Myupchar Ayurveda Kumariasava ले सकते हैं। यह पेट के लिए सुरक्षित है।

      सुरक्षित
    • क्या Kumariasava By Myupchar Ayurveda का उपयोग बच्चों के लिए ठीक है?


      बच्चों पर Myupchar Ayurveda Kumariasava का क्या असर होगा इस बारे में जानकारी मौजूद नहीं है, क्योंकि इस विषय में अब तक कोई रिसर्च नहीं हुई है।

      अज्ञात
    • क्या Kumariasava By Myupchar Ayurveda का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है


      Myupchar Ayurveda Kumariasava का शरीर पर क्या असर होता है इस बारे में कुछ कह पाना मुश्किल है। इस पर कोई रिसर्च नहीं हो पाई है।

      अज्ञात
    • क्या Kumariasava By Myupchar Ayurveda शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?


      Myupchar Ayurveda Kumariasava के सेवन के बाद चक्कर आना या झपकी आना जैसी दिक्कतें नहीं होती हैं। इसलिए आप वाहन चला सकते हैं या मशीनरी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।

      नहीं
    • क्या Kumariasava By Myupchar Ayurveda का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?


      नहीं, Myupchar Ayurveda Kumariasava लेने से कोई लत नहीं पड़ती। फिर भी, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह पर ही Myupchar Ayurveda Kumariasava का इस्तेमाल करें।

      नहीं

    इस जानकारी के लेखक है -

    Dr. Braj Bhushan Ojha

    BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
    10 वर्षों का अनुभव


    संदर्भ

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. Volume- I. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No 49-52

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 5-8

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 62-63

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 112 - 113

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 3. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2001: Page No - 130 - 131

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 3. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2001: Page No - 163 - 165

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No - 125 - 126

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    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 33 - 34

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