बवासीर से ग्रस्त व्यक्ति को मल त्यागने के दौरान दर्द का अनुभव होता है. बवासीर की परेशानी होने पर चलने-फिरने से लेकर उठने-बैठने तक में परेशानी हो सकती है. इस समस्या से ग्रसित व्यक्ति को जल्द से जल्द रिकवरी के लिए दवाओं के साथ-साथ सही डाइट फॉलो करने की सलाह दी जाती है. ऐसा इसलिए, क्योंकि कुछ आहार ऐसे होते हैं, जिनके सेवन से बवासीर के लक्षण बढ़ सकते हैं.

ऐसे में डॉक्टर्स फ्राइड फूड्स, ज्यादा नमक वाले आहार, रेड मीट व प्रोसेस्ड मीट आदि से परहेज करने की सलाह देते हैं. ऐसे में लोगों को अन्य कई फूड्स को लेकर कन्फ्यूजन हो जाता है कि बवासीर में उन्हें खाना चाहिए या नहीं. अंडे को लेकर भी कुछ लोगों के मन में सवाल होता है कि बवासीर में अंडा खाएं या नहीं?

आज इस लेख में बवासीर में अंडा खाना चाहिए या नहीं के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. बवासीर में अंडा खाएं या नहीं?
  2. सारांश
क्या बवासीर में अंडा खाना चाहिए? के डॉक्टर

किसी भी खाद्य पदार्थ का अधिक मात्रा में सेवन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है. चाहे व्यक्ति बवासीर से ग्रसित हो या न हो, अधिक मात्रा में किसी भी चीज की अधिकता व्यक्ति के लिए नुकसानदेह हो सकती है. डॉक्टरों का कहना है कि बवासीर से ग्रसित व्यक्ति अगर जरूरत से ज्यादा अंडे का सेवन करता है, तो उसके लक्षण बढ़ सकते हैं.

वहीं, कुछ डॉक्टरों का कहना है कि पाइल्स में अंडा नहीं खाना चाहिए, लेकिन इस पर कोई पुख्ता सबूत नहीं है. ऐसे में बवासीर से ग्रसित मरीज दिन में 1 से 2 अंडे खा सकता है, लेकिन इससे अधिक मात्रा में इसके सेवन से बचें. यहां हम कुछ पॉइंट्स के जरिए बता रहे हैं कि बवासीर में सीमित मात्रा में अंडा खाने से क्या होता है -

  • अंडा पाचन तंत्र से संबंधित स्थितियों, जैसे- गैस्ट्राइटिस से लेकर इरिटेबल बाउल सिंड्रोम को दूर करने में प्रभावी होता है.
  • अंडा वसा का स्रोत हैं. ऐसे में सीमित मात्रा में अंडा खाना बवासीर रोगियों के लिए लाभकारी हो सकता है.
  • यह कब्ज को दूर करने में मददगार होता है. साथ ही मल त्यागने में आसानी होती है.
  • अंडा खाने से मल त्याग के दौरान उत्पन्न होने वाला तनाव कम हो सकता है, जो बवासीर रोगियों के लिए काफी लाभकारी है.

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बवासीर में अंडे का सेवन किया जा सकता है. हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में करें. डॉक्टर का कहना है कि किसी भी खाद्य पदार्थ का अधिक मात्रा में सेवन सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है. इसके अलावा, ध्यान रखें कि बवासीर की परेशानी होने पर लो फाइबर फूड्स का कम मात्रा में सेवन करें. इससे मरीज की परेशानी कुछ कम हो सकती है.

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