दक्षिण कोरिया में नए कोरोना वायरस से पहली मौत की पुष्टि हुई है। यहां सीओवीआईडी-19 के नए मामलों में भी लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। हालात देखते हुए लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी गई है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के एक सर्वोच्च स्वास्थ्य संगठन 'कोरिया सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन' ने बताया कि मृतक उन्हीं का नागरिक है। उसकी उम्र 63 वर्ष है। उधर, चीन से खबर आ रही है कि वहां कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन का ट्रायल अप्रैल के अंत में हो सकता है।

चीन के बाहर अब तक 11 मौतें
चीन के बाहर किसी अन्य देश में कोरोना वायरस से हुई यह नौवीं मौत है। इससे पहले हांगकांग, जापान, ताइवान, फिलिपींस, फ्रांस और ईरान में लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है। वहीं, जापान के योकोहामा बंदरगाह पर रुके डायमंड प्रिंसेस क्रूज शिप में संक्रमित पाए गए दो यात्री भी सीओवीआईडी-19 से मारे गए हैं। यानी अब तक कुल 11 लोग चीन के बाहर इस जानलेवा विषाणु का शिकार हुए हैं।

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दक्षिण कोरिया में 'कोरोना संकट' बढ़ा
दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। भारतीय समयानुसार गुरुवार को यहां कुल मामलों की संख्या 111 थी। शुक्रवार को यह रिपोर्ट लिखे जाने तक यह आंकड़ा 156 तक पहुंच चुका था। यानी एक दिन में 45 नए मामले सामने आए हैं। पिछले तीन-चार दिनों से दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस के केसों में इसी तरह का ट्रेंड देखने को मिल रहा है।

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एक महिला से कई लोगों को हुआ कोरोना वायरस
दक्षिण कोरियाई मीडिया की मानें तो वहां कोरोना वायरस के कई मामले एक 61 वर्षीय महिला से जुड़े हैं। यह महिला दक्षिण कोरिया के डिएगो शहर स्थित एक चर्च की सदस्य है। खबरों के मुताबिक, इस महिला को बीती दस फरवरी को बुखार चढ़ा था। लेकिन जब सरकार की तरफ से मेडिकल अधिकारियों ने उसकी जांच की तो उसने दो बार इनकार कर दिया। अब खबरें हैं कि कुल मरीजों में उसी चर्च के सदस्यों की संख्या अच्छी खासी है, जिसमें यह बुजुर्ग महिला भी जाती थी। वहीं, हालात देखते हुए प्रशासन ने डिएगो शहर को कोरोना वायरस के लिहाज 'विशेष प्रबंधन क्षेत्र' घोषित किया है।

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पहली दवा का ट्रायल अप्रैल के अंत में
उधर, चीन ने कहा है कि कोरोना वायरस की सबसे पहली वैक्सीन का ट्रायल अप्रैल के अंत में हो सकता है। चीन के विज्ञान एवं तकनीक मंत्री शू ननपिंग ने आज यह जानकारी दी। इसका मतलब है कि कोरोना वायरस की दहशत में जी रहे चीनी नागरिकों को जानलेवा विषाणु की दवा के लिए कम से कम दो महीने इंतजार करना होगा। वहीं, चीन के एक राजदूत ने अपने देश के मेडिकल विशेषज्ञों के हवाले से कहा है कि मार्च के अंत तक कोरोना वायरस का प्रभाव खत्म हो सकता है।

इस बीच, चीन के शांडोंग प्रांत में एक जेल में 200 कैदियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबरें सामने आ रही हैं। चीनी मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, कैदियों में यह वायरस जेल के एक सुरक्षागार्ड से आया। मामला सामने आने के बाद सभी कैदियों का इलाज शुरू हो चुका है।

चीन में कोरोना वायरस के कुल मामलों का आंकड़ा 75,000 के पार चला गया है। ताजा अपडेट्स के मुताबिक, यहां अभी तक 75,465 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 2,236 लोगों की मौत हो चुकी है। गुरुवार को ताजा मौतों की संख्या 118 रही। वहीं, 12,000 से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। हालांकि 18,000 से ज्यादा लोगों को बचा लिया गया है।

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बता दें कि नए मामलों का आंकड़ा गुरुवार को दर्ज की गई संख्या से दोगुना से भी ज्यादा है। 24 घंटे पहले चीन में कोरोना वायरस के 392 नए मामले सामने आए थे। आज सुबह यह संख्या 889 हो गई। गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन में वायरस के घटते मामलों को स्वीकृति दी थी, लेकिन साथ में यह भी कहा था कि फिलहाल इस कमी के बने रहने को लेकर कोई दावा नहीं किया जा सकता।

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