अमेरिका में एक महीने के अंदर लोगों को कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध कराई जा सकती है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। उनका नया बयान कोविड-19 वैक्सीन की उपलब्धता के संबंध में उन्हीं की तरफ से पहले से दिए जा रहे अनुमानित बयानों से भी ज्यादा जल्दबाजी भरा है। एबीसी न्यूज पर प्रसारित एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'हम वैक्सीन के उपलब्ध होने के काफी करीब हैं। हम इसे हासिल करने से कुछ हफ्ते दूर हैं, शायद तीन या चार हफ्ते।' हालांकि इससे कुछ घंटे पहले फोक्स न्यूज से बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वैक्सन चार से आठ हफ्ते में तैयार हो सकती है।

गौरतलब है कि अमेरिकी चुनावों के मद्देनजर डोनाल्ड ट्रंप पर कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर जल्दबाजी दिखाने के आरोप हैं। हाल के दिनों में उन्होंने जिस तरह के बयान दिए हैं, उससे ऐसा लगता भी है कि महामारी से निपटने के अपने तौर-तरीकों के चलते पहले से कड़ी आलोचना झेल रहे ट्रंप चुनाव पर इसका प्रभाव नहीं पड़ने देना चाहते। यही कारण है कि वे किसी भी हाल में साल के अंत और अमेरिकी चुनाव ले पहले-पहले वैक्सीन को लॉन्च कर देना चाहते हैं। लेकिन उनके इस रवैये ने विरोधी डेमोक्रैट्स के साथ आम लोगों और मेडिकल क्षेत्र के जानकारों को भी चिंता में डाल दिया है।

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अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, डेमोक्रैटिक नेताओं का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के खिलाफ बढ़त हासिल करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप कोरोना वैक्सीन को जल्दी से जल्दी उपलब्ध कराने की हड़बड़ी दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि इसके लिए ट्रंप अमेरिकी सरकार के स्वास्थ्य नियामकों (सीडीसी और एफडीए) और वैज्ञानिकों पर राजनीतिक दबाव बना रहे हैं। ऐसा तब है जब तमाम हेल्थ एक्सपर्ट्स के अलावा कोविड-19 की रोकथाम में अमेरिकी सरकार के साथ काम कर रहे शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फाउटी खुद कह चुके हैं कि वैक्सीन आने की ज्यादा संभावना साल के अंत से पहले नहीं है।

कोविड-19 के नियंत्रण को लेकर डोनाल्ड ट्रंप हाल में तब जबर्दस्त तरीके से फंस गए थे, जब एक अमेरिकी पत्रकार बॉब वूर्डवर्ड ने उनके ऑडियो साक्षात्कार के आधार पर दावा किया था कि बतौर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस को गंभीरता से नहीं लिया और इसे अमेरिका में बढ़ने दिया। मंगलवार को जब एबीसी चैनल के टाउन हॉल में उनसे इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'मैंने ऐसा नहीं किया। असल में मैंने कई मायनों में इसे काफी गंभीरता से लिया।' हालांकि पत्रकार बॉब वूडवर्ड द्वारा लिए गए इंटरव्यू के टेप में ट्रंप यह कह रहे हैं कि उन्होंने जानबूझकर कोविड-19 महामारी पर गंभीरता नहीं दिखाई ताकि लोग इसके प्रति सचेत न हों।

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उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें एक महीने के अंदर तैयार हो सकती है कोविड-19 वैक्सीन: डोनाल्ड ट्रंप है

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