Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer

 206 लोगों ने इसको हाल ही में खरीदा
एक बोतल में 100 ml लिक्विड
₹ 45 ₹50 10% छूट बचत: ₹5
100 ML लिक्विड 1 बोतल ₹ 45 ₹50 10% छूट बचत: ₹5

  • विक्रेता: DEEP AYURVEDA HEALTHCARE PRIVATE LIMITED
    • मुफ्त शिपिंग उपलब्ध
       
    • मूल का देश: India

    Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer की जानकारी

    Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer के मुख्य घटक हैं चमेली, नीम, नींबू, एलोवेरा जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।

    Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer की सामग्री - Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer Active Ingredients in Hindi

    चमेली
    • एजेंट या तत्‍व जो सूजन को कम करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
    • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
    • ये एजेंट फंगल सूक्ष्मजीवों को प्रभावित करके फंगल विकास को रोकने में मदद करते हैं।
    • वो दवा या एजेंट जो बैक्टीरिया को नष्‍ट या उसे बढ़ने से रोकती है।
    नीम
    • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • शारीरिक ऊतकों को संकुचित करने वाले तत्व जिनका इस्तेमाल अत्यधिक खून बहने को रोकने के लिए किया जाता है।
    • फंगल संक्रमण का उपचार करने वाले तत्व।
    • बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने और उन्हें मारने वाली दवाएं।
    नींबू
    • ये एजेंट मांसपेशियों को संकुचित कर चोट लगने वाली जगह तक खून का संचरण कम कर देते हैं।
    • सूक्ष्म जीवों को बढ़ने से रोकने वाले या खत्म करने वाले एजेंट।
    एलोवेरा
    • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
    • ये एजेंट शरीर के किसी विशेष हिस्से में होने वाली सूक्ष्मजीवों की वृद्धि के खिलाफ प्रभावी होते हैं।
    • शारीरिक ऊतकों को संकुचित करने वाले तत्व जिनका इस्तेमाल अत्यधिक खून बहने को रोकने के लिए किया जाता है।
    • रूखी और खुजली वाली त्वचा को राहत देने के लिए उपयोगी तत्व जो त्वचा को मुलायम करते हैं।
    • ये दवाएं बैक्टीरिया को मारती हैं या उनकी गतिविधियों को रोकती हैं।


    Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer Side Effects in Hindi

    चिकित्सा साहित्य में Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।



    Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer का उपयोग कैसे करें?

    • हाथ में कुछ बूंदें Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer की लें और इससे दोनों हाथों समेत उंगलियों के अंदर अच्छे से मलें। 20 सेकेंड के लिए Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer को अपने हाथों पर मलें। बाद में इसे पानी से न धोएं ऐसे ही छोड़ दें।


    Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer से जुड़े सुझाव।

    1. आंख, नाक और मुंह के संपर्क से बचें।
    2. Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer लगाने के बाद जब तक हाथ पूरी तरह से सूख नहीं जाते, तब तक भोजन या अन्य चीजों को न छुएं।
    3. Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer के अत्यधिक उपयोग से बचें। डॉक्टर ने जो निर्धारित मात्रा बतायी हो, उसका सख्ती से पालन करें।
    4. Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer को ठंडे, सूखे स्थान पर रूम टेंपरेचर या इससे कम तापमान पर रखें। Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer को फ्रिज में रखें से बचें।
    5. आपकी आंख, नाक या मुंह के साथ Deep Ayurveda Sparsh Herbal Hand Sanitizer का संपर्क नहीं होना चाहिए।

    इस जानकारी के लेखक है -

    Dr. Braj Bhushan Ojha

    BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
    10 वर्षों का अनुभव


    संदर्भ

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of ISM & H: Government of India. [link]. Volume- III. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2001: Page No 71-72

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 2. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1999: Page No - 131 - 135

    Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 81-82

    C.K. Kokate ,A.P. Purohit, S.B. Gokhale. [link]. Forty Seventh Edition. Pune, India: Nirali Prakashan; 2012: Page No 8.23-8.29