Swadeshi Lavangadi Vati

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₹ 140
50 GM बटी (गोलियां) 1 बोतल ₹ 140
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Swadeshi Lavangadi Vati की जानकारी

Swadeshi Lavangadi Vati बिना डॉक्टर के पर्चे द्वारा मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है, जो मुख्यतः एंटीऑक्सीडेंट, इंफ्लेमेटरी डिजीज, खांसी के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इसके अलावा Swadeshi Lavangadi Vati का उपयोग कुछ दूसरी समस्याओं के लिए भी किया जा सकता है। इनके बारे में नीचे विस्तार से जानकारी दी गयी है। Swadeshi Lavangadi Vati के मुख्य घटक हैं कपूर, लौंग, मुलेठी, पिप्पली, दालचीनी, बहेड़ा जिनकी प्रकृति और गुणों के बारे में नीचे बताया गया है। Swadeshi Lavangadi Vati की उचित खुराक मरीज की उम्र, लिंग और उसके स्वास्थ्य संबंधी पिछली समस्याओं पर निर्भर करती है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है। 

Swadeshi Lavangadi Vati की सामग्री - Swadeshi Lavangadi Vati Active Ingredients in Hindi

कपूर
  • खांसी कम करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवा।
  • ये एजेंट श्वसन पथ से कफ निकलने को बढ़ावा देते हैं।
लौंग
  • एक ऐसी दवा या तत्‍व जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोक कर कैंसर के इलाज में इस्तेमाल की जाती है।
  • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
  • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
  • मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन को रोकने वाली दवाएं।
  • शरीर में संक्रमण और वायरस को बढ़ने से रोकने की दवाएं।
  • श्‍लेष्‍मा झिल्‍ली (म्‍यूकस मेंब्रेन) के ऊपर एक सुरक्षात्मक परत बनाते हुए सूजन को कम करने वाले तत्व।
  • खांसी को नियंत्रित करने में मदद करने वाली दवाएं।
  • श्‍वसन मार्ग में बलगम के स्राव में सुधार लाने वाली दवाएं।
  • ये दवाएं बैक्टीरिया को मारती हैं या उनकी गतिविधियों को रोकती हैं।
  • सूक्ष्म जीवों को बढ़ने से रोकने वाले या खत्म करने वाले एजेंट।
मुलेठी
  • सूजन को कम करने वाली दवाएं।
  • वे घटक जिनका इस्‍तेमाल फ्री रेडिकल्‍स की सक्रियता को कम करने और ऑक्‍सीडेटिव स्‍ट्रेस (मुक्त कणों के बनने और उनके शरीर के प्रति हानिकरक प्रभाव को न रोक पाने के बीच का असंतुलन) को रोकने के लिए किया जाता है।
  • वे दवाएं जो वायरल संक्रमण के लक्षणों को रोकने में मददगार होती हैं।
  • श्‍लेष्‍मा झिल्‍ली (म्‍यूकस मेंब्रेन) के ऊपर एक सुरक्षात्मक परत बनाते हुए सूजन को कम करने वाले तत्व।
  • पाचन क्रिया और पेट को आराम देने वाले घटक।
  • खांसी को नियंत्रित करने में मदद करने वाली दवाएं।
  • दवाएं जो कफ और बलगम को श्वसन मार्ग से निकालती हैं।
  • ऐसे पदार्थ जो प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य को उत्तेजित करके या कम करके उसे ठीक करता है।
  • वो दवा या एजेंट जो बैक्टीरिया को नष्‍ट या उसे बढ़ने से रोकती है।
  • सूक्ष्म जीवों को बढ़ने से रोकने वाले या खत्म करने वाले एजेंट।
पिप्पली
  • चोट या संक्रमण के कारण होने वाली सूजन को कम करने वाली दवाएं।
  • शरीर में मौजूद ऑक्सीजन के मुक्त कणों को निकालने के लिए उपयोग होने वाले पदार्थ।
  • ये दवाएं मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करती हैं।
  • ये दवाएं खांसी के इलाज के लिए उपयोग की जाती हैं।
  • ये एजेंट श्वसन पथ से कफ निकलने को बढ़ावा देते हैं।
  • वे दवाएं जो प्रतिरक्षा प्रणाली पर काम कर इम्‍यून की प्रतिक्रिया में सुधार लाती हैं।
  • वे एजेंट्स जो सूक्ष्‍म जीवों को नष्‍ट या उनके कार्य को रोक कर माइक्रोबियल रेप्लिका (सूक्ष्‍म जीवों की प्रतिकृति) और इसको बढ़ने से बचाते हैं।
दालचीनी
  • चोट लगने के बाद सूजन को कम करने वाली दवाएं।
  • ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्री रेडिकल्स के बीच असंतुलन पैदा होना) को कम करने वाली दवाएं।
  • वे दवाएं जो गैस्‍ट्रोइंटेस्‍टाइनल मार्ग से अत्‍यधिक गैस को निकालने में मदद करती हैं।
  • दवाएं जो कफ और बलगम को श्वसन मार्ग से निकालती हैं।
  • वो दवा या एजेंट जो सूक्ष्म जीवों को नष्ट और उन्हें बढ़ने से रोकता है।
बहेड़ा
  • दवा जो श्वास, घरघराहट, खांसी और सीने में जकड़न जैसे अस्‍थमा के लक्षणों को रोकने में मदद करती है
  • सामान्य शारीरिक कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाए बिना कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने वाली दवाएं।
  • ये एजेंट मुक्त कणों को साफ करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
  • वे दवाएं जो लिवर को संक्रमण से बचाने और उसे बेहतर तरीके से कार्य करने में मदद करती हैं।
  • ये एजेंट प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव डालते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्यों को बदलने में मदद करते हैं।
  • बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने या खत्म करने वाले पदार्थ।

Swadeshi Lavangadi Vati के लाभ - Swadeshi Lavangadi Vati Benefits in Hindi

Swadeshi Lavangadi Vati इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -

मुख्य लाभ

अन्य लाभ



Swadeshi Lavangadi Vati की खुराक - Swadeshi Lavangadi Vati Dosage in Hindi

यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Swadeshi Lavangadi Vati की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Swadeshi Lavangadi Vati की खुराक अलग हो सकती है।

आयु वर्ग खुराक
व्यस्क
  • मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
  • खाने के बाद या पहले: कभी भी दवा ले सकते हैं
  • अधिकतम मात्रा: 2 टैबलेट
  • लेने का तरीका: गुनगुना पानी
  • दवा का प्रकार: बटी (गोलियां)
  • दवा लेने का माध्यम: मुँह
  • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): दिन में दो बार
  • दवा लेने की अवधि: 2 महीने
बुजुर्ग
  • मात्रा: निर्धारित खुराक का उपयोग करें
  • खाने के बाद या पहले: कभी भी दवा ले सकते हैं
  • अधिकतम मात्रा: 2 टैबलेट
  • लेने का तरीका: गुनगुना पानी
  • दवा का प्रकार: बटी (गोलियां)
  • दवा लेने का माध्यम: मुँह
  • आवृत्ति (दवा कितनी बार लेनी है): दिन में दो बार
  • दवा लेने की अवधि: 2 महीने


Swadeshi Lavangadi Vati के नुकसान, दुष्प्रभाव और साइड इफेक्ट्स - Swadeshi Lavangadi Vati Side Effects in Hindi

चिकित्सा साहित्य में Swadeshi Lavangadi Vati के दुष्प्रभावों के बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि, Swadeshi Lavangadi Vati का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह-मशविरा जरूर करें।



Swadeshi Lavangadi Vati से सम्बंधित चेतावनी - Swadeshi Lavangadi Vati Related Warnings in Hindi

  • क्या Swadeshi Lavangadi Vati का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?


    गर्भवती स्त्रियों पर Swadeshi Lavangadi Vati के दुष्प्रभाव हो सकते हैं। गर्भवती महिलाएं Swadeshi Lavangadi Vati के दुष्प्रभाव महसूस करें, तो इसे लेना तुरंत बंद कर दें और डॉक्टर से पूछने के बाद ही लें।

    मध्यम
  • क्या Swadeshi Lavangadi Vati का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?


    स्तनपान कराने वाली महिलाएं Swadeshi Lavangadi Vati के दुष्प्रभाव को महसूस कर सकती हैं, आप भी यदि इस दवा से कोई दुष्प्रभाव अनुभव करें तो इसको लेना बंद कर दें और चिकित्सक जब बोले तब ही दोबारा शुरू करें।

    मध्यम
  • Swadeshi Lavangadi Vati का पेट पर क्या असर होता है?


    बिना किसी डर के आप Swadeshi Lavangadi Vati ले सकते हैं। यह पेट के लिए सुरक्षित है।

    सुरक्षित
  • क्या Swadeshi Lavangadi Vati का उपयोग शराब का सेवन करने वालों के लिए सही है


    रिसर्च न होने की वजह से पूरी जानकारी के आभाव में Swadeshi Lavangadi Vati से दुष्प्रभाव के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसको लेना लाभकर होगा।

    अज्ञात
  • क्या Swadeshi Lavangadi Vati शरीर को सुस्त तो नहीं कर देती है?


    Swadeshi Lavangadi Vati लेने के बाद आपको नींद नहीं आएगी। इसलिए आप गाड़ी चलाने या दूसरे कामों को आसानी से कर सकते हैं।

    नहीं
  • क्या Swadeshi Lavangadi Vati का उपयोग करने से आदत तो नहीं लग जाती है?


    नहीं, Swadeshi Lavangadi Vati लेने से कोई लत नहीं पड़ती। फिर भी, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह पर ही Swadeshi Lavangadi Vati का इस्तेमाल करें।

    नहीं

इस जानकारी के लेखक है -

Dr. Braj Bhushan Ojha

BAMS, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, डर्माटोलॉजी, मनोचिकित्सा, आयुर्वेद, सेक्सोलोजी, मधुमेह चिकित्सक
10 वर्षों का अनुभव


संदर्भ

Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume VI. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2008: Page No CCXLIV-CCXLV

Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 110 - 111

Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 168 - 169

Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 4. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 2004: Page No - 105 - 106

Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No - 151 - 152

Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 33 - 34

Ministry of Health and Family Welfare. Department of Ayush: Government of India. [link]. Volume 1. Ghaziabad, India: Pharmacopoeia Commission for Indian Medicine & Homoeopathy; 1986: Page No 33 - 34






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