सुबह का व्यायाम कैंसर के खतरे को पूरे जीवनकाल के लिए कम कर सकता है। ऑस्ट्रिया स्थित मेडिकल यूनिवर्सिटी ऑफ विएना के वैज्ञानिकों ने अध्ययन के आधार पर यह दावा किया है। अध्ययन में स्पेन के बार्सीलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ के शोधकर्ताओं ने भी सहायक भूमिका निभाई है। परिणामों को इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर नामक मेडिकल पत्रिका ने प्रकाशित किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, फिजिकल एक्टिविटी में शामिल रहने से कैंसर का खतरा कम होने की बात पहले से कही जाती रही है। नए अध्ययन में कहा गया है कि अगर यह फिजिकल एक्टिविटी या व्यायाम सुबह-सुबह किया जाए तो कैंसर के खिलाफ इस रक्षात्मक प्रभाव के और फायदे मिल सकते हैं।

(और पढ़ें - कैंसर को ठीक होने वाली बीमारी बना सकती है यह नई खोज, जानें इसके बारे में)

सरकैडियन डिसरप्शन को कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है। कैंसर और सरकैडियन डिसरप्शन से जुड़ी ज्यादातर स्टडी नाइट शिफ्ट से जुड़े कामकाज से होने वाले खतरों को लेकर की गई हैं। हालिया अध्ययनों में कहा गया है कि रात में लाइट एक्सपोजर और देर से खाना खाने के चलते कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। इस संबंध में यह जानकारी अभी तक नहीं थी कि क्या सरकैडियन डिसरप्शन से जुड़े कैंसर के खतरे को शारीरिक गतिविधियों यानी व्यायाम से कम किया जा सकता है। नया अध्ययन इस सवाल से जुड़े पहुलओं पर रौशनी डालता है।

इसके लिए शोधकर्ताओं ने जनसंख्या आधारित केस कंट्रोल स्टडी के आंकड़ों की मदद ली। इनके जरिये इस बात की जांच की गई कि शौकिया तौर पर की जाने वाली एक्सरसाइज की टाइमिंग का ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर पर क्या प्रभाव पड़ता है। इस दौरान मिली जानकारी के आधार पर वैज्ञानिकों ने अनुमान के तहत कहा है कि कैंसर के खतरे को कम करने के लिए सुबह नियमित रूप से सबसे लंबे समय तक की गई एक्सरसाइज इस बीमारी के खतरे के खिलाफ ज्यादा लाभकारी सिद्ध हो सकती है। पूर्व में किए अध्ययनों के विश्लेषण में वैज्ञानिकों को पता चला है कि दोपहर या शाम को एक्सरसाइज करने से मेलाटोनिन नामक हार्मोन के प्रॉडक्शन में देरी हो सकती है, जिसे कैंसर कोटेशन को रोकने के लिए जाना जाता है।

(और पढ़ें - शोधकर्ताओं को इन दो दवाओं के कॉम्बिनेशन में कई प्रकार के कैंसर को ठीक करने की क्षमता दिखी, छोटे परीक्षणों की सफलता के बाद बड़े ट्रायल की तैयारी)

अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 2,795 प्रतिभागियों को शामिल कर उनका विश्लेषण किया था। इसमें उन्होंने पाया कि जिन लोगों ने अपने जीवनकाल के दौरान सबसे ज्यादा लंबे समय तक एक्सरसाइज की थी, उनमें कैंसर का खतरा कम था। यह विश्लेषण ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर के खतरे से जुड़ा था। वैज्ञानिकों को पता चला है कि जिन प्रतिभागियों ने नियमित रूप से सुबह आठ बजे से 10 बजे के बीच एक्सरसाइज की, उन्हें कैंसर के खतरे को कम करने में इस एक्टिविटी का सबसे अधिक फायदा मिला। पुरुषों में यह प्रभाव शाम सात बजे से रात 11 बजे के बीच की जाने वाली एक्सरसाइज के मामले में भी समान रूप से पाया गया है।

सबसे कड़े व्यायाम के विश्लेषण में परिणाम एक जैसे बने रहे। लेकिन क्रोनोटाइप (किसी विशेष समय पर सोने और एक्टिव रहने से जुड़ा प्रेफरेंस) में प्रभावों में अंतर पाया गया। सुबह-सुबह (8 से 10 बजे) की एक्टिविटी लेट क्रोनोटाइप को लेकर विशेष रूप से प्रोटेक्टिव पाई गई। शाम को व्यायाम करने वालों में यह प्रभाव अपेक्षाकृत कम पाया गया। इन परिणामों पर बात करते हुए अध्ययन से जुड़े शोधकर्ता मैनोलिस कोगेविन ने कहा, 'कुल मिलाकर अध्ययन के परिणाम संकेत देते हैं कि शारीरिक गतिविधियों से कैंसर का खतरा कम करने के मामले में सही वक्त का चुनाव काफी महत्वपूर्ण है। अगर हमारे अध्ययन के परिणामों की पुष्टि होती है तो इससे कैंसर की रोकथाम के लिए फिजिकल एक्टिविटीज से जुड़े सुझावों में सुधार किया जा सकता है। स्पष्ट बात यह है कि हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट व्यायाम करके हर कोई कैंसर का खतरा कम कर सकता है।'

(और पढ़ें - कई प्रकार के कैंसर को रोकने का काम कर सकता है यह मॉलिक्यूल, वैज्ञानिकों ने अध्ययन के आधार पर किया दावा)

ऐप पर पढ़ें