राजस्थान के जयपुर में नए कोरोना वायरस (सीओवीआईडी-19) से एक और व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या छह हो गई है। इससे पहले दिल्ली और हैदराबाद में एक-एक और केरल में तीन मामले सामने आए थे। वहीं, उत्तर प्रदेश के आगरा में छह लोगों में संदिग्ध रूप से कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने की खबर है। इन सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बाद सरकार ने इसे रोकने के लिए नए कदम उठाए हैं। इसके तहत उसने भारत आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को सेल्फ-डिक्लेयरेशन फॉर्म जमा कराने को कहा है। इन फॉर्मों में उन्हें बताना होगा कि हाल में उन्होंने कहां-कहां यात्रा की। साथ ही अपना फोन नंबर और भारत में अपने पते की जानकारी भी देनी होगी।

कई देशों के सामान्य और ई वीजा रद्द
बता दें कि इस समय 12 देशों से आ रहे यात्रियों की देश के 21 बड़े एयरपोर्टों पर अनिवार्य रूप से स्क्रीनिंग की जा रही है। इन देशों में इटली, ईरान, चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, थाइलैंड, सिंगापुर, नेपाल, इंडोनेशिया, वियतनाम और मलेशिया शामिल हैं। इसके अलावा भारत के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एहतियात बरतते हुए फैसला किया है कि वह इटली, ईरान, दक्षिण कोरिया और जापान के उन नागरिकों के सामान्य वीजा और ई-वीजा को तत्काल प्रभाव से रद्द करेगा जिन्हें तीन मार्च या उससे पहले ये दस्तावेज जारी किए गए थे और जो अभी तक भारत नहीं आए हैं।

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जयपुर के कई संदिग्धों को दिल्ली भेजा गया
बीते तीन दिनों में सामने आए कोरोना वायरस के तीन मरीजों में से दो की हालत स्थिर बताई गई है। ये दोनों पीड़ित दिल्ली और हैदरबाद के अस्पतालों में भर्ती हैं। वहीं, जयपुर में सामने आए तीसरे मरीज को वहीं के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रिपोर्टों की मानें तो यह मरीज एक इटैलियन नागरिक की पत्नी है जिसके संपर्क में कम से कम 21 लोगों के आने की संभावना है।  इनमें उस बस के 21 इटैलियन, तीन भारतीय यात्री भी शामिल हैं जिसमें यह महिला अपने पति के साथ सवार थी। कुछ खबरों में महिला के पति के भी वायरस से संक्रमित होने की बात कही गई है। हालंकि इस बारे कोई आधिकारिक सूचना अभी तक नहीं आई है। खबरों के मुताबिक, सभी यात्रियों समेत बस के ड्राइवर, कंडक्टर और टूरिस्ट को दिल्ली के छावला गांव में बने आईटीबीपी स्वास्थ्य केंद्र में भेज दिया गया है।

आगरा के सभी संदिग्धों का संबंध दिल्ली-एनसीआर से
मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि आगरा में जिन छह लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं, उनका संबंध दिल्ली-एनसीआर से है। दरअसल, ये सभी लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं जिनके एक अन्य रिश्तेदार में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। हाल ही में विएना से लौटा यह व्यक्ति दिल्ली के मयूर विहार इलाके में रहता है। वहीं, उसका बेटा नोएडा के स्कूल में पढ़ता है। खबरों के मुताबिक, कुछ समय पहले यह व्यक्ति एक पार्टी में शामिल हुआ था जिसमें उसके बच्चे के स्कूल के दोस्त भी शामिल हुए थे। बाद में जब व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई तो नोएडा और दिल्ली में पांच स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया।

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मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, यह व्यक्ति बीती 25 फरवरी को विएना से भारत लौटा था। उसके तुरंत बाद ही वह आगरा चला गया और परिवार के छह सदस्यों से मिला। बाद में उस व्यक्ति में कोरोना वायरस पाए जाने की खबर आई। इसके बाद इन छह लोगों को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सभी के ब्लड सैंपल पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाइरालजी भेज दिए गए हैं। रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

दवा उत्पादन से जुड़े कच्चे माल के निर्यात पर रोक
उधर, विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने दवा उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले कई ड्रग्स के निर्यात पर रोक लगा दी है। इनमें पैरासिटामोल, विटामिन बी12 और प्रोजेस्टेरोन जैसी ड्रग्स या दवाएं शामिल हैं। चीन ने सीओवीआईडी-19 के प्रभाव के चलते कई चीजों के निर्यात पर रोक लगाई हुई है। इनमें वे ड्रग्स भी शामिल हैं जिनसे दवाएं तैयार की जाती हैं। निर्यात पर रोक के चलते कई देशों में दवा संकट पैदा होने की आशंका जताई गई है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, इसी संभावना को देखते हुए अब भारत ने इन ड्रग्स या एपीआई पर रोक लगा दी है ताकि देश में दवाओं की कमी न हो। डीजीएफटी के इस कदम के बाद अब दवा कंपनियों को एपीआई और अन्य दवाओं का निर्यात करने से पहले सरकार से एनओसी लेना होगा।

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केमिस्ट की दुकानों में तेजी से खत्म हो रहा मास्क और सैनिटाइजर का स्टॉक
दिल्ली, हैदराबाद और जयपुर में कोरोना वायरस के नए मरीजों के सामने आने के बाद मास्क और सैनिटाइजर्स की मांग तेजी से बढ़ी है। हालात ये हैं कि केमिस्ट की दुकानों पर मास्क और सैनिटाइजर्स इतनी तेजी से बिके कि दुकानदारों को कई ग्राहकों को खाली हाथ वापस लौटाना पड़ा। कई मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि कई ग्राहक पांच-छह सैनिटाइजर्स खरीद रहे हैं। आसपास के इलाकों से भी उन्हें मास्क की उपलब्धता के संबंध में कई कॉल आ रहे हैं।

क्या कह और कर रही हैं सरकारें?
तेलंगाना में 24 वर्षीय इंजीनियर के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य सरकार उन सभी लोगों की जांच कर रही है जो उसकी दुबई से हैदराबाद तक की यात्रा के दौरान उसके संपर्क में आए थे। यहां तक कि यह मरीज जिस इलाके में रहता है वहां के 98 फ्लैटों में रह रहे लोगों की भी स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके अलावा उस बस में सवार यात्रियों की जांच की जा रही है जो बेंगलुरु से हैदराबाद की यात्रा के दौरान मरीज के साथ बस में मौजूद थे। यह जानकारी देते हुए कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलु ने कहा है कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।

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वहीं, तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि मरीज के परिवार के सदस्य ठीक हैं। उधर, आंध्र प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री एकेके श्रीनिवास ने जानकारी दी कि उनके यहां जिन 11 लोगों का मेडिकल टेस्ट किया गया, उनमें से किसी में भी कोरोना वायरस नहीं मिला। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर जाने वाले सभी यात्रियों को एयरपोर्ट पर अपनी सेहत और बाकी चीजों से जुड़ी तमाम जानकारी देनी होगी। इस बारे में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बताया कि उसने इस केंद्र प्रशासित क्षेत्र के दोनों हवाई अड्डों पर मेडिकल टीमें तैनात कर दी हैं।

उधर, केरल सरकार ने भी अपने यहां कोरोना वायरस की निगरानी बढ़ा दी है। बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के पहले तीन मामले केरल में ही सामने आए थे। हालांकि इन तीनों मरीजों को पूरी तरह ठीक किए जाने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था।

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