दुनियाभर में कोरोना वायरस से जुड़ी बीमारी कोविड-19 का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत समेत इटली, अमेरिका और यूरोप के कई देश लॉकडाउन हैं। बावजूद इसके सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अब तक चार लाख 72 हजार से ज्यादा लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, 21,000 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस संकट के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ लोगों को हर तरह की सावधानी बरतने को कह रहा है।

वैसे तो डब्ल्यूएचओ कई बार अलग-अलग तरीकों से बता चुका है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए लोगों को क्या-क्या करना चाहिए। लेकिन अब उसने बाकायदा अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने की मुहिम शुरू की है। खबरों के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ ने फुटबॉल की सबसे बड़ी संस्था फेडरेशन इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन यानी फीफा के साथ मिलकर सार्स-सीओवी-2 पर रोक लगाने के मकसद से जागरूकता अभियान चलाया है। इस अभियान में डब्ल्यूएचओ लोगों से अपील कर रहा है कि वे 'पांच स्टेप फॉलो कर कोरोना वायरस को लात मारें' और इस जानलेवा वायरस को फैलने से रोकें। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अधानोम गेब्रेयेसुस ने इसी हफ्ते अभियान को लॉन्च करते हुए इन पांच स्टेप्स के बारे में बताया।

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स्टेप1: समय-समय पर धोएं हाथ
डब्ल्यूएओ ने कहा कि नया कोरोना वायरस सार्स-सीओवी-2 संक्रमित व्यक्ति के हाथों से फैलना शुरू होता है, इसीलिए लोगों को दिन में कई बार हाथ धोने चाहिए। गौरतलब है कि तमाम स्वास्थ्य विशेषज्ञ और डॉक्टर भी लोगों को बार-बार हाथ धोने की सलाह दे रहे हैं। वे सामान्य साबुन या हैंड सैनिटाइज का इस्तेमाल कर कोरोना वायरस के संक्रमण से बच सकते हैं। जानकारों ने कहा है कि ऐल्कहॉल युक्त हैंड-सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने से संक्रमण फैलने की आशंका कम हो सकती है।

स्टेप 2: छींकते समय कोहनी या टिशू से मुंह को ढंक लें
डब्ल्यूएचओ ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर बताया है कि खांसते और छींकते समय सावधानी बरतना इस वायरस को फैलने से रोक सकता है। उसने कहा है कि अगर किसी व्यक्ति को छींक या खांसी आती है तो वह अपनी कोहनी की सहायता से नाक और मुंह को ढक सकता है या टिशू पेपर का इस्तेमाल कर सकता है। इससे बाकी लोगों पर वायरस का प्रभाव करने में मदद मिलेगी। बिना सावधानी के खांसने और छींकने से संक्रमित व्यक्ति के मुंह या नाक से निकलने वाली बूंदें अन्य लोगों को बीमार बना सकती है, लिहाजा बचाव करें और छींकने के बाद हाथ धोना ना भूलें।

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स्टेप 3: चेहरे को बार-बार ना छुएं
डब्ल्यूएचओ की ओर से दिए गए सुझाव में तीसरी बात यह है कि अपने चेहरे को बार-बार ना छुएं। विशेषकर के अपनी आंखें, नांक और मुंह को छुने से बचें। मुंह के जरिए वायरस व्यक्ति को संक्रमित करता है। चूंकि डब्ल्यूएचओ की यह मुहिम फीफा के साथ जुड़ी है, इसलिए दुनिया के मशहूर फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी ने लोगों से अपने चेहरे को संक्रमण से बचाने की अपील की है। उनका कहना है कि चेहरे को ढककर ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है। मेसी ने कहा कि हम दिनभर कई चीजों को छूते हैं। ऐसे में यह आशंका लगातार बनी रहती है कि किसी जगह की सतह पर मौजूद वायरस छूने के दौरान हाथों पर लग जाए और जब उस हाथ से चेहरे के हिस्सों को छुएं तो वायरस शरीर में चला जाए। इससे संक्रमित होने का जोखिम काफी ज्यादा बढ़ जाता है। लिहाजा चेहरे को बार-बार छुने की आदत को कम करें।

स्टेप 4: दूसरे व्यक्ति से बात करते वक्त बनाएं दूरी
कोविड-19 संक्रमण के तीसरा चरण को कम्युनिटी ट्रांसमिशन भी कहा जाता है। इसमें वायरस उन लोगों को भी संक्रमित करना शुरू कर देता है जो जिनका पहले से संक्रमित व्यक्तियों से कोई संबंध नहीं होता। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग यानी अपनी सामाजिक सक्रियता को कुछ समय के लिए बंद करके लोगों से दूर रहने की सलाह दी गई है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि सामुदायिक स्तर पर वायरस के तेजी से फैलने की स्थिति तीसरी स्टेज में ही आती है। इसके बाद एक बड़ी संख्या में जनहानि की आशंका पैदा हो जाती है। इसलिए डब्ल्यूएचओ ने चौथे स्टेप के तहत कहा है कि लोग एक-दूसरे से करीब एक मीटर (तीन फीट से ज्यादा) की दूरी जरूर बनाकर रखें। एक निर्धारित दूरी के चलते संक्रमण के कम लोगों में फैलने की संभावना होगी।

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स्टेप 5: लक्षण होने पर घर पर करें आराम
डब्ल्यूएचओ ने अपने अभियान से जुड़े एक और फुटबॉलर सैम्युएल एटूओ के जरिये लोगों से कहा है कि अगर कोई व्यक्ति खुद को अस्वस्थ महसूस करता है तो उसके लिए जरूरी है कि वह घर पर ही रहे। जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक घर से बाहर ना निकले। वहीं, ज्यादा बीमार होने की स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करे। तेज बुखार, खांसी और सांस लेने में परेशानी महसूस होने की सूरत में डॉक्टर से जरूर मिले। साथ ही इसके बाद घर पर आराम करे।

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