जामुन एक बहुत ही महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक हर्ब है। भारत पहले जम्बुद्वीप कहलाता था - एक ऐसा द्वीप जहाँ जम्बू पेड़ यानी जामुन के पेड़ प्रचुर मात्रा में हैं। जामुन का वानस्पतिक नाम सिजिगियम क्युमिनी (Syzigium cumini) या यूजेनिया जंबोलाना (Eugenia jambolana) या मिरटस क्युमिनी (Myrtus cumini) है। यह जंबुल के रूप में भी जाना जाता है।

आम का मौसम शुरू होते ही जामुन भी बाजार में आने लगता है। जामुन के बहुत से स्वास्थ्य लाभ हैं। जैसा कि हम जानते हैं जामुन गर्मियों के मौसम में आता है। इसके पीछे भी एक कारण है जामुन लू लग जाने पर उसे दूर करने में काफ़ी मदद करता है। इसमें विटामिन बी और आयरन पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसको खाने से कैंसर, मुँह के छाले आदि रोगों से छुटकारा मिलता है। अगर आपको रोग मुक्त होना है तो जामुन को नमक मिला कर खाइए।

आज आप और हम मिल कर जानते हैं जामुन के औषधीय गुण क्या-क्या हैं।

  1. जामुन के फायदे - Jamun Ke Fayde In Hindi
  2. जामुन के नुकसान - Jamun Ke Nuksan In Hindi

जामुन की गुठली के फायदे मधुमेह में - Jamun Benefits For Diabetes In Hindi

जामुन एक ऐसा फल है जिसे शुगर रोगी बिना किसी परेशानी के खा सकते हैं। जामुन रक्त में शक्कर की मात्रा को नियंत्रित करता है, जामुन के मौसम में इसके नियमित सेवन से डायबटीज के मरीज को फायदा होता है। इससे मधुमेह के मरीज को होने वाली समस्याएं जैसे बार-बार प्यास लगना और बार-बार पेशाब होना आदि में भी लाभ मिलता है। इसलिए आप प्रतिदिन 200 ग्राम जामुन का सेवन करें। जामुन की गुठली ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में बहुत अच्छी मानी जाती है। 100 ग्राम जामुन की गुठली लेकर इसे अच्छी तरह पीसकर कर पाउडर बनालें। रोज सुबह-शाम 3 ग्राम गुठली पाउडर का सेवन करें। इससे आपका मधुमेह जड़ से खत्म हो जाएगा।

जामुन के उपयोग त्वचा निखारने में - Benefits Of Jamun Fruit For Skin In Hindi

जामुन त्वचा का रंग निखारने में भी बहुत लाभदायक माना जाता है। जिन लोगों को सफेद दाग हैं उनके लिए जामुन बहुत ही फायदेमंद होता है। जामुन का पेस्ट बना कर उसे अपने सफेद दागों पर लगाएं, इससे आपके दाग हल्के पड़ने लगेंगे और थोड़े समय बाद हट जाएँगे।

जामुन की छाल पेट की समस्या में - Jamun Benefits For Stomach In Hindi

अगर आपको हमेशा पेट की समस्या रहती है और खाना भी नही पचता तो आप रोज नाश्ते के बाद 100 ग्राम जामुन का सेवन करें। इससे आपकी पेट की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। अगर आपके पेट में मरोड़, ऐंठन आदि की समस्या है तो जामुन की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से फायदा मिलेगा। जामुन की छाल को घिसकर पानी के साथ दिन में एक दो बार सेवन करने से अपच, पेट ख़राब की समस्या दूर होती है। 

(और पढ़ें - बदहजमी के घरेलू उपाय)

जामुन के पत्ते के फायदे मसूड़े के लिए - Jamun Ke Patte Ke Fayde In Piorrea In Hindi

अगर आपको पायरिया की शिकायत है तो जामुन की गुठली में थोड़ा नमक मिलाकर इसे बारीक पीस लें। अब इस मिश्रण को रोज अपने दांतो और मसूड़ों पर मलें। इससे खून निकलना बंद हो जाएगा और आपकी पायरिया की शिकायत दूर हो जाएगी। अगर आपके मसूड़े कमजोर हैं तो जामुन के पत्तों की राख का मंजन करने से लाभ मिलता है। अगर आपके मसूड़े से खून आता है या कोई अन्य समस्या जैसे मसूड़ों में सूजन आदि है तो जामुन के कोमल पत्तों को पानी मे उबाल कर पानी से कुल्ला करने पर फायदा होता है। अगर कोई मुंह की दुर्गंध से परेशान है तो जामुन के पत्ते चबाने और उसे चूसने से आपकी दुर्गंध ख़त्म हो जाती है।

जामुन के लाभ एनीमिया के लिए - Jamun Ke Fayde For Anemia In Hindi

जामुन में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन और विटामिन जो कि हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। अगर किसी व्यक्ति के शरीर में खून की कमी हो तो उसे जामुन का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिये। इससे शरीर में खून का स्तर बढ़ जाता है। 

(और पढ़ें - खून की कमी का कारण)

जामुन के फायदे लीवर की समस्या में - Jamun Juice For Liver In Hindi

अगर आपको लीवर की समस्या है तो जामुन का रस पिएं। रोज सुबह-शाम जामुन के रस का सेवन करने से आपकी लीवर की समस्या ख़त्म हो जाएगी।

जामुन का सिरका बेनिफिट्स अतिसार में - Jamun Ka Sirka Benefits In Pregnancy In Hindi

जामुन की छाल महिलाओं मे अतिसार (Diarrhea) की समस्या में फायदेमंद है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी अतिसार में फायदेमंद है। इसके लिए जामुन की छाल को पानी में उबालें और जब यह पानी एक चौथाई रह जाए तो इसे छानकर 2 से तीन बार धनिया और जीरे के चूर्ण के साथ सेवन करने से फायदा मिलेगा।

जामुन की गुठली का चूर्ण पथरी की समस्या में - Jamun Ki Guthli Ke Fayde For Stone In Hindi

अगर किसी को पथरी की समस्या है तो जामुन की गुठली के पाउडर को दही के साथ लेने से लाभ मिलता है। जामुन का फल खाने से भी पथरी में फायदा होता है।

गठिया के उपचार में जामुन के गुण - Jamun Tree Bark Use In Arthritis In Hindi

जामुन गठिया के उपचार में भी उपयोगी है। इसकी छाल को खूब उबालकर बचे हुए घोल का लेप घुटनों पर लगाने से गठिया में आराम मिलता है।

जामुन की गुठली का चूर्ण घाव के लिए - Jamun Seed Powder For Wounds In Hindi

अक्सर नए जूते पहने से पांव में छाले पड़ जाते हैं। ऐसे समय पर जामुन की गुठली पीस कर लगाने से आपका दर्द दूर हो जाएगा। अगर आपको घाव हो गया है तो जामुन की गुठली को सुखाकर पीस लें, फिर उस पाउडर में पानी डालकर पेस्ट बनाकर घाव पर लगाने से फायदा मिलता है।

जामुन के नुकसान निम्न हैं -

  • जैसे जामुन हमारे लिए फायदेमंद है वेसे ही इस का अधिक सेवन नुकसानदायक है।
  • दूध पिलाने वाली महिलाओं को जामुन का सेवन नही करना चाहिए।
  • खाली पेट जामुन खाना ख़तरनाक होता है।
  • जामुन खाने के तुरंत बाद कभी भी दूध नहीं पीना चाहिए।
  • ज़्यादा मात्रा में जामुन खाने से दर्द और बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके साथ ही यह गले और सीने के लिए भी हानिकारक होता है। (और पढ़ें – बुखार का घरेलू इलाज)
  • बहुत अधिक मात्रा में जामुन खाने से खाँसी हो जाती है और यह फेफड़े के लिए हानिकारक साबित होती है।
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