गठिया (आर्थराइटिस) - Arthritis in Hindi

Dr. Nadheer K M (AIIMS)MBBS

January 23, 2017

January 30, 2024

गठिया
गठिया

आर्थराइटिस या गठिया जिसे संधिशोथ भी कहा जाता है एक प्रकार की जोड़ों की सूजन होती है। यह एक या एक से अधिक जोड़ो को प्रभावित कर सकती है। गठिया के लक्षण आमतौर पर समय के साथ विकसित होते रहते हैं, लेकिन ये अचानक भी दिखाई दे सकते हैं। गठिया 65 वर्ष से अधिक उम्र वालों में देखा जाता है, हालांकि यह बच्चों, टीनएजर्स और युवाओं में भी विकसित हो सकता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में गठिया अधिक होता है खासतौर से उनमें जिनका वजन ज्यादा हो।

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गठिया (आर्थराइटिस) के प्रकार - Types of Arthritis in Hindi

अर्थराइटिस के कितने प्रकार हैं?

आर्थराइटिस के मुख्य 9 प्रकार हैं -

  1. एंकिलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस
  2. गाउट
  3. जुवेनाइल इडियोपथिक आर्थराइटिस (अज्ञात कारण से बच्चों को गठिया)
  4. ऑस्टियोआर्थराइटिस (अस्थिसंधिशोथ)
  5. सोरियाटिक आर्थराइटिस
  6. रिएक्टिव आर्थराइटिस
  7. रूमेटाइड आर्थराइटिस (रुमेटी संधिशोथ)
  8. सेप्टिक आर्थराइटिस
  9. थंब आर्थराइटिस (अंगूठे में गठिया)
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गठिया (आर्थराइटिस) के लक्षण - Arthritis Symptoms in Hindi

अर्थराइटिस के संकेत व लक्षण क्या हैं?

जोड़ों में दर्द, जकड़न और सूजन गठिया के सबसे प्रमुख लक्षण हैं। साथ ही मरीज के प्रभावित अंग लाल पड़ सकते हैं। इससे आपकी चलने की गति भी कम हो सकती है। कुछ लोगों में गठिया के लक्षण सुबह के समय ज्यादा प्रभावी होते हैं।

घुटने, कूल्हे, कंधे, हाथ या पूरे शरीर के किसी भी जोड़ में गठिया के दर्द हो सकता है। रुमेटी गठिया में आपको थकान हो सकती है या प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने पर पड़ने के कारण सूजन हो जाने की वजह से आप भूख में कमी महसूस कर सकते हैं।

आपको एनीमिया भी हो सकता है जिससे आपके शरीर में खून की मात्रा कम हो जाती है। कभी-कभी गठिया के तीव्र आक्रमण से रोगी को बुखार भी हो सकता है।

गंभीर रुमेटी गठिये का अगर समय रहते इलाज न किया जाए तो यह जोड़ों के खराब होने का कारण बन सकता है।

गठिया रोग में हाथों-पैरो में गांठे बन जाती है और इलाज में देर होने से यह गंभीर रूप ले सकती है जिससे रोजमर्रा के काम करना मुश्किल हो सकता है जैसे बालों में कंघी करना, सीढियों पर चढ़ना यहां तक की चलना भी।

गठिया (आर्थराइटिस) के कारण - Arthritis Causes in Hindi

अर्थराइटिस क्यों होता है?

कार्टिलेज आपके जोड़ो का एक नर्म और लचीला ऊतक (टिशु) है। जब आप चलते हैं और जोड़ों पर दबाव डालते हैं तो यह प्रेशर और शॉक को अवशोषित करके जोड़ों को बचाता है। कार्टिलेज ऊतकों की मात्रा में कमी से आर्थराइटिस हो सकता है।

सामान्य चोटें ऑस्टियोआर्थराइटिस का कारण बनती हैं, यह गठिया के सबसे सामान्य रूपों में से एक है। जोड़ों में संक्रमण या चोट कार्टिलेज की प्राकृतिक मात्रा को कम कर सकता है। यदि परिवार के लोगों में यह बीमारी पहले से चली आ रही है तो इस बीमारी के आगे भी बने रहने की संभावना बढ़ जाती है।

गठिया का एक और आम रूप है रुमेटी आर्थराइटिस, यह एक प्रकार का ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। इसकी शुरुआत तब होती है जब आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के ऊतकों पर हमला करती है। इन हमलों से सिनोवियम पर प्रभाव पड़ता है। सिनोवियम आपके जोड़ो में पाया जाने वाला एक नर्म टिशु होता है जो ऐसे लिक्विड को बनाता है जिससे कार्टिलेज को पोषण और जोड़ो को चिकनाई मिलती है। रुमेटी गठिया सिनोवियम की एक बीमारी है जो जोड़ों पर हमला करके उन्हें नष्ट करती है। यह जोड़ो के अंदर हड्डी और कार्टिलेज को नष्ट करने का कारण बन सकती है।

वैसे तो इम्यून सिस्टम का शरीर पर हमला करने का सही कारण अभी तक पता नहीं चला है, लेकिन वैज्ञानिकों के मुताबिक जीन (genes), हार्मोन और पर्यावरणीय कारण रुमेटी आर्थराइटिस के जोखिम को दस गुना बढ़ा सकते हैं।

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गठिया (आर्थराइटिस) से बचाव - Prevention of Arthritis in Hindi

अर्थराइटिस से कैसे बचें?

अर्थराइटस एक गंभीर बीमारी है जिसका उपचार समय रहते करना बेहद जरुरी है। संतुलित आहार और सरल जीवन शैली से आप खुद को इस रोग से दूर रख सकते हैं। संतुलित आहार न केवल बीमारियों को रोकने में मदद करता है, बल्कि इसमें कई रोगों को स्वाभाविक रूप से ठीक करने की पर्याप्त क्षमता भी होती है।

गठिया शरीर में जरूरत से ज्यादा यूरिक एसिड होने का कारण होता है। आमतौर पर गठिया रोगी सूजन को कम करने वाली दवाओं पर निर्भर रहते हैं, लेकिन यह इस बीमारी का स्थाई समाधान नहीं है क्योंकि इन दवाओं के कई साइड इफेक्ट हो सकते है।

ऐसे में इस बीमारी से बचने के लिए यह जरुरी है कि आप उचित आहार और स्वस्थ जीवन शैली को अपनाएं। एक ओर जहां गलत आहार कई तरह की बीमारियों को जन्म दे सकता है तो वहीं उचित आहार और नियमित खान पान से आप कई बीमारियों से निजात पा सकते है। अपने आहार में कुछ उचित खाद्य पदार्थों को शामिल करके और कुछ अनुचित खाद्य पदार्थों को छोड़कर, गठिया और उसके असहनीय दर्द से आराम पाया जा सकता है। याद रखें इस बीमारी को लाइलाज न होने दें। 

गठिया (संधि शोथ) का परीक्षण - Diagnosis of Arthritis in Hindi

आपके डॉक्टर आपका शारीरिक परीक्षा करेंगे। इसमें वह आपके जोड़ों में सूजन, लालिमा और गर्मी की जांच करेंगे। वह यह भी देखना चाहेंगे कि आप अपने जोड़ों को कितनी अच्छी तरह हिला सकते हैं।

अगर आपको आर्थराइटिस है, तो उसका प्रकार जानने के लिए आपके डॉक्टर निम्नलिखित कुछ परीक्षणों का सुझाव दे सकते हैं।

लैब टेस्ट

शरीर के तरल पदार्थों के विश्लेषण से आपको होने वाले गठिया के प्रकार को इंगित करने में मदद मिल सकती है। आमतौर पर विश्लेषण किए गए तरल पदार्थों में रक्त, मूत्र और जॉइंट फ्लूइड शामिल हैं।

(और पढ़ें - ब्लड टेस्ट और यूरिन टेस्ट)

इमेजिंग टेस्ट

इस प्रकार के टेस्ट आपके जोड़ों में समस्याओं का पता लगा सकते हैं -

  • एक्स-रे - एक्स-रे से कार्टिलेज के पतन, हड्डी में चोट और हड्डी बढ़ने का पता चल सकता है। एक्स-रे से आर्थराइटिस के शुरुआती स्टेज का पता नहीं चलता है लेकिन रोग की प्रगति को ट्रैक करने के लिए एक्स रे उपयोगी होता है।
  • सीटी स्कैन - सीटी स्कैन हड्डी और आसपास के नरम ऊतकों के साफ़ चित्र दिखता है।
  • एमआरआई - एमआरआई से नरम ऊतकों (कार्टिलेज, टेंडन, लिगमेंट) के ज्यादा डिटेल में चित्र मिलते हैं।
  • अल्ट्रासाउंड - अल्ट्रासाउंड का उपयोग जोड़ों में इंजेक्शन के लिए सही जगह के चुनाव के लिए किया जाता है।

गठिया (आर्थराइटिस) का इलाज - Arthritis Treatment in Hindi

गठिया कैसे ठीक होता है?

गठिया का इलाज आपके लक्षणों में सुधार और जोड़ों के कार्य को बेहतर करने के लिए किया जाता है। इसका इलाज करने से पहले आपके डॉक्टर यह सुनिश्चित करेंगे कि आपके लिए सबसे बेहतर इलाज कौन सा होगा।

दवाइयां

गठिया का इलाज करने वाली दवाइयां उसके प्रकार पर निर्भर करती हैं। अक्सर गठिया के इलाज में निम्नलिखित दवाइयों का इस्तेमाल होता हैं -

  1. दर्द कम करने वाली दवाएं (analgesics) - इन दवाओं से दर्द कम होता हैं, लेकिन सूजन पर कोई असर नहीं होता। उदहारण के लिए - एसिटामिनोफेन
  2. नॉन स्टीरॉयडल एंटी-इन्फ़्लमेट्री दवाई - यह दवाइयां दर्द और सूजन दोनों को कम करती हैं, उदहारण के लिए - आइबूप्रोफेन। कुछ दवाइयां क्रीम या जेल (gel) के रूप में उपलब्ध हैं। इन्हे जोड़ों के दर्द की जगह पर लगाया जाता है।
  3. कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स - यह सूजन को कम करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली पर दबाव डालता है। इसे मौखिक रूप से लिया जाता है या इंजेक्शन को दर्द वाले जोड़े में लगाया जाता है।
  4. काउंटर इर्रिटेन्ट्स - दर्द रोकने के लिए, इसे दर्द वाले जोड़े की त्वचा पर लगाया जाता है।
  5. डिजीज-मॉडिफाइंग एंटी-रूमैटिक दवाएं - इनका इस्तेमाल रूमेटाइड गठिया को ठीक करने के लिए किया जाता हैं।  

कुछ तरह के गठिया का इलाज शारीरिक चिकित्सा द्वारा भी किया जा सकता है। व्यायाम करने से गति की सीमा में सुधार हो सकता है, और इससे जोड़ों के आस पास की मांसपेशियां भी मजबूत होंगी।

सर्जरी

अगर इन सब इलाजों से आपको फर्क नहीं पड़ता तो, डॉक्टर आपको सर्जरी कराने की सलाह दें सकते हैं। जैसे कि -

  1. जोड़ों को ठीक करना - कुछ मामलों में, जोड़े की सतह को चिकना और पुन: संगठित कर दिया जाता है। जिससे जोड़े का दर्द कम हो जाता है और उनका कार्य पहले से बेहतर जो जाता है।
  2. घुटनों के जोड़ बदलने की सर्जरी - इस प्रक्रिया में, खराब जोड़े को कृत्रिम जोड़े से प्रतिस्थापित किया जाता है। जैसे कि - कूल्हे और घुटनों के जोड़े।
  3. जॉइंट फ्यूज़न (दो हड्डियों को आपस में जोड़ा जाता है) - इसका इस्तेमाल अक्सर छोटे जोड़ों में किया जाता है, जैसे कि - कलाई, टखना और उंगलिया।

अन्य उपचार

बहुत सारे लोग गठिया के इलाज के लिए अन्य उपचारों का सहारा लेते हैं। जैसे कि -

  1. एक्यूपंचर - इस चिकित्सा में कई प्रकार के दर्द को कम करने के लिए त्वचा के विशिष्ट बिंदुओं पर सुई डाली जाती हैं।
  2. ग्लूकोसेमिन - जिन लोगों को मध्य से तीव्र दर्द होता है, उन्हें यह दवा लेने से आराम मिलता है।
  3. योग - योग करने से जोड़ों का लचीलापन और गति की सीमा बेहतर होती है।
  4. मालिश -  मालिश (यह खून के बहाव को बढ़ा देती है) लेने से कुछ समय के लिए जोड़ों के दर्द में आराम और गर्माहट मिलती है।

(और पढ़ें - गठिया में परहेज)

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गठिया (आर्थराइटिस) की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Arthritis in Hindi

गठिया (आर्थराइटिस) के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

गठिया (आर्थराइटिस) पर आम सवालों के जवाब

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मेरा बायां पैर पूरी तरह से सूजा हुआ है और दर्द भी होता है। मेरा दायां घुटना भी सूजा हुआ है और इसमें भी मुझे तेज दर्द होता है इसी के साथ मेरी कमर के निचले हिस्से में भी तेज दर्द होता है। डॉक्टर ने गठिया के लिए इलाज शुरू किया था और दवाई भी दी थी लेकिन उस दवा से कोई फर्क नहीं पड़ा है। मैं इस दर्द को कैसे ठीक कर सकता हूं? कृपया मेरी मदद करें?

Dr. Ram Saini MD, MBBS , सामान्य चिकित्सा

इसके लिए आप फिजियोथेरेपिस्ट से बात करें। वह आपको दर्द को कम करने के लिए उपचार देंगे और एक्सरसाइज के बारे में भी बताएंगे। अपनी टेस्ट रिपोर्ट के साथ फिजियोथेरेपिस्ट से मिलें।

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मेरी उम्र 17 साल है। मुझे दौड़ने में दिक्कत होती है, मुझे पिछले एक साल से गठिया रोग है। मैं अस्पताल से अपना इलाज करवा रहा हूं, गठिया रोग के लिए कोई दवा बताएं?

Dr. Vedprakash Verma MBBS, MD , कार्डियोलॉजी

इस उम्र में गठिया की बीमारी कम ही देखी जाती है। इस उम्र गठिया का संबंध ज्यादातर सूजन से होता है। रूमेटिक गठिया, गाउट आदि की जांच के लिए अपनी एक्स-रे रिपोर्ट और ब्लड प्रोफाइल रिपोर्ट दिखाएं। स्टैटिक क्वाड्रिसेप्स एक्सरसाइज और नी बैंडिंग एक्सरसाइज की मदद से घुटनों की क्रियाशीलता में सुधार लाया जा सकता है। घटनों का एमआरआई स्कैन करवा लें, इससे घुटनों की स्थिति को समझने में मदद मिल सकती है।

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मेरी उम्र 28 साल है। मुझे चलते और पैरों को मोड़ते समय घुटने और घुटने के पीछे दर्द होता है। क्या मुझे गठिया रोग है? अगर हां, तो ऐसा क्यों है? मुझे बताएं कि इसका क्या कारण है?

Dr. OP Kholwad MBBS , General Physician

इसके होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे मांसपेशियों में कमजोरी, मोटापा, अनुवांशिकता, जोड़ो में चोट, दबाव, बढ़ती उम्र, हड्डियों के आकार में विकृति और हड्डियों से संबंधित पेजेट रोग आदि। अगर आपका वजन ज्यादा है तो इसे कम करें। आगे की जांच और इलाज के लिए आप ऑर्थोपेडिक से सलाह लें।

सवाल 4 साल से अधिक पहले

गठिया की वजह से मेरे दाएं पैर के घुटने में दर्द होता है और कभी-कभी यह दर्द बहुत ज्यादा होता है। मुझे इसके लिए कोई असरदार दवा बताएं?

Dr. Ramraj Meena MBBS , General Physician

इसके लिए लंबे समय तक दवा असरदार साबित नहीं होगी। दवा सिर्फ कम समय के लिए ही फायदेमंद साबित हो सकती है। गठिया रोग को ठीक करने के लिए दवा लेना सही नहीं है। गठिया में जोड़ो में होने वाले दर्द के लिए आप जॉइंट कार्टिलेज सप्लीमेंट लें।

आप किसी आयुर्वेदिक सेंटर में घुटनों की मसाज करवा सकते हैं। अगर दर्द ज्यादा होता है तो फिजियोथेरेपिस्ट के पास जाएं, वो आपको घुटने के दर्द के लिए एक्सरसाइज बताएंगे। गठिया रोग पूरी तरह से ठीक हो सकता है। अगर कोई दिक्कत हो तो डॉक्टर को दिखाएं।