हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। इसके कारण व्यक्ति को कई अन्य बीमारियों का सामना करना पड़ता है। यही वजह है कि शोधकर्ताओं ने अक्सर इस समस्या से जुड़े तथ्यों को लोगों के सामने रखा है, ताकि उच्च रक्तचाप को गंभीरता के साथ नियंत्रित किया जा सके। हालांकि, आंकड़े इस बात की कतई गवाही नहीं देते हैं।

हाई बीपी का इलाज विस्तार से जानने के लिए यहां दिए लिंक पर क्लिक करें।

ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज के आंकड़ों के अनुसार, भारत में हाइपरटेंशन के चलते साल 2016 में 15 लाख से अधिक (1.63 मिलियन) लोगों की मौत हुई थी। रिपोर्ट से पता चलता है कि उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और हृदय रोग जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ाता है, जो कि महिलाओं और पुरुषों दोनों में मृत्यु का प्रमुख कारण बनता है।

जैसे कि हम सभी जानते हैं अधिक वजन होना, व्यायाम की कमी और खराब खान-पान कुछ ऐसे कारक हैं, जो उच्च रक्तचाप के जोखिम को बढ़ाने का काम करते हैं। वहीं, एक नई रिसर्च में शोधकर्ताओं ने पाया कि विवाहिक स्थिति (मैरिटल स्टेट्स) जैसे कुछ सामाजिक प्रभाव भी हाइपरटेंशन के कारकों से जुड़े हैं।

(और पढ़ें - क्‍या सच में शराब पीने से बढ़ता है ब्‍लड प्रेशर?)

  1. वैवाहिक स्थिति हाई बीपी के लिए जिम्मेदार कैसे?
  2. सिंगल पुरुषों के मुकाबले भी महिलाओं को ज्यादा जोखिम
  3. सामाजिक भागीदारी कितनी महत्वपूर्ण?
रिसर्च : अविवाहित महिलाओं में हाइपरटेंशन का खतरा अधिक, जानें क्यों? के डॉक्टर

स्वास्थ्य के क्षेत्र की पत्रिका "जर्नल ऑफ हाइपरटेंशन" में प्रकाशित एक हालिया स्टडी में, वैज्ञानिकों ने 28,238 कनाडाई पुरुषों और महिलाओं के आंकड़ों का विश्लेषण किया, जिनकी उम्र 45 से 85 साल के बीच थी। ये सभी वो लोग थे, जिन्होंने उम्र बढ़ने पर आधारित एक अध्ययन में हिस्सा लिया था। शोधकर्ताओं ने इन आंकड़ों का उपयोग करते हुए यह पता लगाने की कोशिश की कि वैवाहिक स्थिति यानी मैरिटल स्टेट्स कैसे हाई बीपी का कारण हो सकता है। इसके साथ ही यह भी पता लगाया कि लिंग (जेंडर) के आधार पर लिविंग अरेंजमेंट (रहने की व्यवस्था) सामाजिक नेटवर्क का आकार और सामाजिक कार्यक्रमों में भागीदारी कैसे उच्च रक्तचाप का कारण बन सकते हैं।

लिंग आधारित इन कारकों के जरिए शोधकर्ताओं ने पाया कि वैवाहिक स्थिति महिलाओं में हाई बीपी के जोखिम को बढ़ाने में सहायक है। मतलब महिलाओं का मैरिटल स्टेट्स भी हाईपरटेंशन का कारण बनता है। निष्कर्ष से मिले आंकड़े बताते हैं कि शादीशुदा महिलाओं की तुलना में अविवाहित (सिंगल) महिलाओं में उच्च रक्तचाप का 28 प्रतिशत अधिक खतरा होता है। वहीं,  तलाकशुदा महिलाओं में 21 प्रतिशत अधिक और विधवा महिलाओं में 33 प्रतिशत अधिक जोखिम होता है।

(और पढ़ें - आपके हाई ब्लड प्रेशर का कारण है शरीर में मौजूद यह हार्मोन)

myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Hridyas Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं में सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।
BP Tablet
₹899  ₹999  10% छूट
खरीदें

वैज्ञानिकों ने पाया गया कि जेंडर आधारित आंकड़े भी महिलाओं के विपरीत थे। मतलब जहां सिंगल महिलाओं को हाइपरटेंशन का जोखिम है, तो वहीं पुरुषों को इससे लाभ होता है। रिपोर्ट के मुताबिक अपने साथी के साथ वाले पुरुषों की तुलना में जो पुरुष सिंगल या अकेले रहते थे उनमें उच्च रक्तचाप का खतरा कम था। इसके अलावा महिलाओं में कम दोस्त या मित्र होने से भी उनमें हाई बीपी का खतरा बढ़ जाता है। रिसर्च बताती है कि जिन महिलाओं के कम दोस्त थे, उनमें उच्च रक्तचाप की आशंका 15 प्रतिशत अधिक थी।

जब यह देखा गया कि सामाजिक कार्यक्रमों में भागीदारी कैसे हाई बीपी से जुड़ी थी तो पता चला कि यह महिलाओं में काफी महत्वपूर्ण था। पुरुषों की तुलना में सामाजिक कार्यों से जुड़ी महिलाओं में जोखिम का स्तर बेहद कम था। हालांकि, अध्ययन में पाया गया कि यहां सामाजिक नेटवर्क के आकार और सामाजिक गतिविधियों में भागीदारी के स्तर का कोई महत्वपूर्ण संबंध नहीं था। कुल मिलाकर ये रिसर्च सिंगल यानी अविवाहित महिलाओं को हाई बीपी के जोखिम से सचेत करने का काम करती है। ताकि भविष्य में इससे जुड़ी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के खतरे को कम किया जा सके।

(और पढ़ें - हाई ब्लड प्रेशर के बारे में ये 5 बातें जानकर हो जाएंगें हैरान)

Dr. Farhan Shikoh

Dr. Farhan Shikoh

कार्डियोलॉजी
11 वर्षों का अनुभव

Dr. Amit Singh

Dr. Amit Singh

कार्डियोलॉजी
10 वर्षों का अनुभव

Dr. Shekar M G

Dr. Shekar M G

कार्डियोलॉजी
18 वर्षों का अनुभव

Dr. Janardhana Reddy D

Dr. Janardhana Reddy D

कार्डियोलॉजी
20 वर्षों का अनुभव

ऐप पर पढ़ें