भारत में कोविड-19 महामारी के बीच डेंगू जैसी बीमारी को लेकर हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों को दी जाने वाली सिंगल डोनर प्लेटलेट्स (एसडीपी) की सेवा को अब मुफ्त कर दिया है। ऐसा करने वाला हरियाणा उत्तर भारत का पहला राज्य बन गया है। एसडीपी के नि:शुल्क किए जाने के बाद हरियाणा में डेंगू के मरीजों को बड़ी राहत मिली है। उम्मीद है कि इस फैसले से अब यहां पर हर मरीज को बेहतर इलाज मिल सकेगा।

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डेंगू से मृत्यु दर कम करने के लिए लिया फैसला
स्वास्थ्य विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) राजीव अरोड़ा ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में डेंगू से मृत्यु दर को रोकने के लिए सिंगल डोनर प्लेटलेट्स को फ्री करने का फैसला किया गया है। क्योंकि गंभीर थ्रोम्बोसाइटोपेनिया (प्लेटलेट्स के असामान्य रूप से निम्न स्तर पर पहुंचना) वाले कुछ रोगियों को इलाज के लिए तत्काल प्लेटलेट्स (एसडीपी) की आवश्यकता होती है, लेकिन इस पर होने वाले खर्च के चलते कई मरीज को यह सुविधा नहीं मिल पाती थी। चूंकि इससे पहले सरकारी अस्पतालों में एसडीपी के लिए प्रति यूनिट 8,500 रुपये चार्ज किया जाता था। राजीव अरोड़ा के मुताबिक प्रदेश में अब एसडीपी पूरी तरह से फ्री है। राज्य के गुरुग्राम, पंचकूला, करनाल, रोहतक और सोनीपत जिलों के सरकारी अस्पतालों में यह सुविधा उपलब्ध है।

इतना ही नहीं, अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने बताया कि हरियाणा में सरकारी लैब में डेंगू के लिए की जाने वाली टेस्टिंग भी बिल्कुल मुफ्त है। मौजूदा समय में डेंगू के लिए प्रदेश में 27 सरकारी लैब में यह परीक्षण किया जाता है। इसके अलावा भिवानी और रोहतक में संदिग्ध डेंगू मामलों के लिए सैंपल कलेक्शन भी शुरू किया गया है, क्योंकि ज्यादातर मामले इन जिलों से सामने आते हैं।

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क्या है सिंगल डोनर प्लेटलेट्स ?
एफेरेसिस प्लेटलेट्स को आमतौर पर सिंगल डोनर प्लेटलेट्स कहा जाता है, क्योंकि वे एक सिंगल डोनर से एकत्र कर लिए जाते हैं। प्लेटलेट्स डोनर या दाता में आमतौर पर प्रत्येक हाथ में एक IV लाइन होती है। इस दौरान एक हाथ से पंप किया हुआ खून एक ब्लड सेल सेपरेटर सेट्रीफ्यूगेशन सिस्टम से गुजरता है जो प्लेटलेट्स को एक जगह पर इकट्ठा करता है और दाता के दूसरे हाथ में प्लाज्मा और लाल कोशिकाओं को लौटाता है।

हरियाणा में डेंगू के अब तक 33 मामले
देखा जाए तो उत्तर भारत के कई राज्यों में इस सीजन में डेंगू के मामलों में काफी उछाल आता है लेकिन इस बार के आंकड़े थोड़े अलग दिखाई पड़ते हैं। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की मानें तो राज्य में अभी तक डेंगू के केवल 33 मामलों की पुष्टि हुई है। मुख्य रूप से गुरुग्राम और भिवानी जिलों में ही डेंगू के सबसे अधिक मामले देखने को मिले हैं। एसीएस (हेल्थ) राजीव अरोड़ा ने बताया कि सितंबर के पहले सप्ताह में 1,158 परीक्षण किए गए थे। वहीं, एक ओर जहां कोविड-19 बीमारी को रोकना एक बड़ी चुनौती है, तो दूसरी ओर इस बीच अन्य बीमारियों जैसे डेंगू के प्रसार को रोकना भी जरूरी है। डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। इसका ही असर है कि साल 2017 के बाद से इस बार हरियाणा में डेंगू के मामलों में काफी कमी आई है और सितंबर माह तक केवल 33 मामले ही सामने आए हैं।

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