दिल्ली में कोविड-19 संकट एक बार फिर बढ़ता दिख रहा है। सरकार इससे निपटने की कोशिश कर रही है। लेकिन दूसरी तरफ राजधानी में मच्छरों से होने वाली बीमारियों के मामले बढ़ गए हैं। खबर है कि दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले पिछले एक हफ्ते में 24 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बीते हफ्ते के दौरान दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के 69 नए मामले सामने आए हैं। इससे दिल्ली में इस साल इन बीमारियों से जुड़े कुल मामलों की संख्या 277 हो गई है। ताजा रिपोर्टों की मानें तो नए केसों में 24 डेंगू से जुड़े हैं। 38 मामले मलेरिया के हैं और सात चिकनगुनिया के। इसके बाद राजधानी में इस साल डेंगू के कुल 105 मामले हो गए हैं, जबकि मलेरिया के मरीजों की संख्या 128 हो गई है और चिकनगुनिया से पीड़ित लोगों का आंकड़ा 44 हो गया है।

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उधर, दिल्ली के तीन नगर निगमों ने कहा है कि उन्होंने शहर के 44 हजार से ज्यादा घरों में मच्छर पैदा होने के मामलों की रिपोर्ट दी है और बीमारियों के नियंत्रण संबंधी नियमों का उल्लंघन करने वालों को 35 हजार से ज्यादा नोटिस भेजे हैं। इस दौरान, 1,500 से ज्यादा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है। दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने अपने बयान में कहा है, 'डेंगू मच्छरों की ब्रीडिंग का पता करने वाले जांचकर्ताओं ने एक करोड़ 26 लाख 66 हजार 665 घरों की चेकिंग की है और 1,512 घरों और कार्यालयों के चालान काटे हैं।'

खबरों के मुताबिक, मच्छरों से होने वाली उपरोक्त बीमारियों के ज्यादातर मामले एसडीएमसी के इलाकों में ही देखने को मिले हैं। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि हालात नियंत्रण में हैं। समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में एक अधिकारी ने कहा, 'पिछले साल के मुकाबले इस साल केसों की संख्या कम है। हमने खुले में बहते पानी को ढंकने के लिए ट्रेडर एसोसिएशन और आरडब्ल्यूए की तैनाती की है। खुले नालों की नियमित रूप से सफाई की जाती है।'

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लेकिन आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने नगर निगम अधिकारियों के दावों को गलत बताया है। उनका कहना है कि दिल्ली में निचले इलाकों में सैनिटाइजेशन, हर घर की चेकिंग और गंदे तथा जमे पानी को हटाने का काम नहीं किया जा रहा है। दिल्ली में यूनाइटेड रेजिडेंट्स जॉइंट एक्शन नामक संगठन के अध्यक्ष अतुल गोयल ने आईएएनएस को बताया, 'जमीन पर बहुत कम काम हो रहा है। हम नगर निगम के कर्मचारियों को भ्रम पैदा करते ज्यादा देखते हैं। वे मच्छरों को तो मारते हैं, लेकिन उनकी ब्रीडिंग के स्रोतों को खत्म नहीं करते।'

ऐसे में डॉक्टरों ने आम लोगों से ज्यादा सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 महामारी से निपटते हुए लोगों को अपने 'नियमित दुश्मनों' (बीमारियों) को बढ़ने नहीं देना है। डॉक्टरों का मानना है कि कोविड-19 के साथ डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां दिल्ली के लिए आपातकालीन स्थिति पैदा कर सकती हैं, इसलिए लोगों को मच्छरों को पैदा होने से रोकना होगा, मच्छर भगाने वाले कीटनाशक इस्तेमाल करने होंगे और फुल स्लीव वाले कपड़े पहनने होंगे।

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