ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया क्या है?
ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया (टीएन) दर्द से संबंधित एक दीर्घकालिक है जो कि ट्राइजेमिनल नामक नस को प्रभावित करती है। इसमें व्यक्ति को चेहरे से लेकर मस्तिष्क तक सनसनी महसूस होती है। यदि कोई व्यक्ति ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया से ग्रस्त है, तो हल्की सी उत्तेजना जैसे कि दांतों पर ब्रश करने या मेकअप लगाने पर दर्द बढ़ सकता है।
इस बीमारी में शुरुआत में हल्का दर्द होता है, लेकिन बाद में यह बढ़ सकता है और लंबे समय तक लगातार दर्द रह सकता है। ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करता है और यह बीमारी 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में ज्यादा होती है।
इस बीमारी के उपचार के कई विकल्प मौजूद हैं इसलिए मरीज को जीवनभर यह दर्द नहीं सहना पड़ता है। आमतौर पर डॉक्टर दवाओं, इंजेक्शन या सर्जरी (स्थिति के अनुसार) के जरिए इस बीमारी को ठीक कर सकते हैं।
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ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया के लक्षण
इस बीमारी के संकेत और लक्षणों में एक या अधिक पैटर्न शामिल हो सकते हैं :
- गंभीर, तेज व चुभने जैसा दर्द होना, जो बिजली के झटके की तरह महसूस हो।
- चेहरे को छूने, कुछ चबाने, बोलने या दांतों को ब्रश के दौरान तेज दर्द होना या अपने आप दर्द होना।
- कुछ सेकंड से लेकर कई मिनट तक दर्द होना।
- कई दिनों, हफ्तों, महीनों या लंबे समय तक बार-बार दर्द उठना
- लगातार दर्द और जलन महसूस होना
- एक समय में यह दर्द चेहरे को एक तरफ को प्रभावित करता है, हालांकि कुछ मामलों में यह चेहरे के दोनों तरफ दर्द का कारण बन सकता है।
- किसी एक हिस्से पर ज्यादा दर्द होना।
- लगातार दर्द होना और समय के साथ दर्द बढ़ जाना
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ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया का कारण
कई स्थितियों से इस बीमारी का संबंध हो सकता है :
- किसी रक्त वाहिका में सूजन या ट्यूमर के कारण नस पर दबाव पड़ना
- मल्टीपल स्क्लेरोसिस, एक ऐसी स्थिति जो माइलिन शीथ (नसों के चारों ओर की सुरक्षात्मक कोटिंग) को नुकसान पहुंचाती है।
कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं जिनमें इस बीमारी के कारण का पता नहीं चल पाया है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर एंड स्ट्रोक के अनुसार, ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया का खतरा 50 वर्ष की उम्र के आसपास की महिलाओं में ज्यादा होता है। हालांकि, यह किसी भी उम्र में हो सकता है।
ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया का इलाज
- दवाई
चूंकि, इसमें तेज दर्द होता है इसलिए दर्द निवारक दवा से राहत मिल सकती है और बार-बार होने वाले दर्द से भी छुटकारा मिल सकता है। आमतौर पर इसके उपचार में दौरे-रोधी दवाएं ली जा सकती हैं। ये दवाएं नसों को प्रभावित होने से रोकती हैं।
इसके अलावा इनके साथ मांसपेशियों को आराम देने वाली दवाएं एवं ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट दवाएं ली जा सकती हैं।
- सर्जरी
टीएन के ज्यादातर मामले दवा से नियंत्रित किए जा सकते हैं। कभी-कभी दर्द पर दवाएं बेअसर हो जाती हैं और गंभीर लक्षण वापिस आ सकते हैं। ऐसे मामलों में, डॉक्टर सर्जरी करवाने की सलाह दे सकते हैं।
यदि किसी व्यक्ति के चेहरे में दर्द है, खासतौर पर लंबे समय से या बार-बार दर्द हो रहा है, तो डॉक्टर को इस बारे में बताएं, वे एमआरआई और न्यूरोलॉजिकल टेस्ट (नसों से संबंधित) के जरिए इसका निदान कर सकते हैं।